राजस्थान की प्राचीन सभ्यताये

इतिहास को प्रागैतिहासिक काल, आद्यऐतिहासिक काल एवं ऐतिहासिक काल में बांटा जाता है। प्रागैतिहासिक काल से तात्पर्य है कि उस समय के मानव के इतिहास के बारे में कोई लिखित सामग्री नहीं मिलती है बल्कि पुरातात्विक सामग्रियों के आधार पर ही उसके इतिहास (संस्कृति) के बारे में अनुमान लगाया जाता है। ऐसी सभ्यता एवं संस्कृतियों … Read more

खनिज संसाधन

राजस्थान खनिज की दृष्टि से एक सम्पन्न राज्य है। राजस्थान को “खनिजों का अजायबघर” कहा जाता है। राजस्थान में लगभग 67(44 प्रधान + 23 लघु) खनिजों का खनन होता है। देश के कुल खनिज उत्पादन में राजस्थान का योगदान 22 प्रतिशत है। खनिज भण्डारों की दृष्टि से झारखण्ड के बाद दुसरा स्थान है। खनिज उत्पादन … Read more

राजस्थान का एकीकरण (UNIFICATION OF RAJASTHAN)

राजस्थान का एकीकरण राजस्थान के एकीकरण के समय कुल 19 रियासतें 3 ठिकाने- लावा(जयपुर), कुशलगढ़(बांसवाड़ा) व नीमराना(अलवर) तथा एक चीफशिफ अजमेर-मेरवाड़ा थे। तथ्य भारत के एकीकरण के समय कुल 562 रियासत थी। क्षेत्रफल में सबसे बड़ी रियासत हैदराबाद थी व क्षेत्रफल में सबसे छोटी रियासत बिलवारी(मध्यप्रदेश) थी। राजस्थान का एकीकरण 7 चरणों में पुरा हुआ।इसके … Read more

राजस्थान के प्रजामंडल

प्रजामण्डल का अर्थ है प्रजा का मण्डल(संगठन)।1920 के दशक में ठिकानेदारों और जागीरदारों के अत्याचार दिन प्रतिदिन बढ़ रहे थे। इसी के कारण किसानो द्वारा चलाये जा रहे थे साथ ही गांधी जी के नेतृत्व में देश में स्वतंत्रता आन्दोलन भी चल रहा था। इन सभी के कारण राज्य की प्रजा में जागृती आयी और … Read more

Rajasthan ke Pratik ( राजस्थान के प्रतीक चिन्ह )

राज्य वृक्ष – खेजड़ी “रेगिस्तान का गौरव” अथवा “थार का कल्पवृक्ष” जिसका वैज्ञानिक नाम “प्रोसेसिप-सिनेरेरिया” है। इसको 1983 में राज्य वृक्ष घोषित किया गया। 5 जून 1988 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर खेजड़ी वृक्ष पर 60 पैसे का डाक टिकट जारी किया गया। खेजड़ी के वृक्ष सर्वाधिक शेखावटी क्षेत्र में देखे जा सकते … Read more

राजस्थान की झीले

राजस्थान की झीलें: प्राचीन काल से ही राजस्थान में अनेक प्राकृतिक झीलें विद्यमान है। मध्य काल तथा आधुनिक काल में रियासतों के राजाओं ने भी अनेक झीलों का निर्माण करवाया। राजस्थान में मीठे और खारे पानी की झीलें हैं जिनमें सर्वाधिक झीलें मीठे पानी की है। राजस्थान में अरावली के पूर्वी भाग में स्थित झीले, … Read more

राजस्थान की जलवायु /Rajasthan ki jalwayu

जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक – अक्षांशीय स्थिति, समुद्रतल से दुरी, समुद्र तल से ऊंचाई, अरावली पर्वत श्रेणियों कि स्थिति एवं दिशा आदि। राजस्थान की जलवायु कि प्रमुख विशेषताएं – राजस्थान कर्क रेखा के उत्तर दिशा में स्थित है। अतः राज्य उपोष्ण कटिबंध में स्थित है। केवल डुंगरपुर और बांसवाड़ा जिले का कुछ हिस्सा … Read more

राजस्थान की सिंचाईं परियोजना / Rajasthan ki Sinchai Pariyojnaye

राजस्थान की सिंचाईं परियोजना / Rajasthan ki Sinchai Pariyojnaye: आज हम राजस्थान में संचालित विभिन्न सिंचाई परियोजनाओ के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे परिभाषा (DEFINITION) वर्षा के अभाव में भूमि को कृत्रिम तरीके से जल पिलाने की क्रिया को सिंचाई करना कहा जाता है। सिंचाई आधारभूत संरचना का अंग है। योजनाबद्ध विकास के 75 वर्षो … Read more

राजस्थान की झीले/ Rajasthan ki jheele/lakes/आज हम राजस्थान की प्रमुख झीलों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे

राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है |राजस्थान देश में जल संसाधनों की सबसे बड़ी कमी का सामना करता है। भारत के कृषि योग्य क्षेत्र का 13.88%, जनसंख्या का 5.67% और देश के पशुधन का लगभग 11% है, लेकिन इसमें केवल 1.16% सतही जल और 1.70% भूजल है। इस प्रकार, लगभग 10% भूमि क्षेत्र वाले … Read more

राजस्थान के जिलो की जानकारी /Information about the districts of Rajasthan

राजस्थान के जिले राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंम्बर 1956 (राजस्थान का एकीकरण) को आया। इस समय राजस्थान में कुल 26 जिले थे। trick : ADBDRHKP 26 वां जिला – अजमेर 1 नवंम्बर, 1956 27 वां जिला – धौलपुर15 अप्रैल, 1982, यह भरतपुर से अलग होकर नया जिला बना। 28 वां जिला – बांरा … Read more