भारत की नदियाँ(हिमालय से निकलने वाली नदियाँ) -GURUGGKWALA

भारत की नदियाँ नदी भूतल पर प्रवाहित एक जलधारा है जिसका स्रोत प्रायः कोई झील, हिमनद, झरना या बारिश का पानी होता है तथा किसी सागर अथवा झील में गिरती है। नदी शब्द संस्कृत के नद्यः से आया है। नदी दो प्रकार की होती है. सदानीरा या बरसाती। सदानीरा नदियों का स्रोत झील, झरना अथवा … Read more

भारत के भू-आकृतिक प्रदेश -GURUGGKWALA

भारत के भू-आकृतिक प्रदेश भारत के संरचना एवं भौतिक स्वरूप में काफी विविधता मिलती है। देश में लगभग 10.6 प्रतिशत क्षेत्र पर पर्वत, 18.5 प्रतिशत क्षेत्र पर पहाड़ीयां, 27.7 प्रतिशत पर पठार और 43.2 प्रतिशत क्षेत्र पर विस्तृत मैदान है। भारत को 4 प्रमुख भू -आकृतिक प्रदेशों में विभाजित किया जा सकता है। 1. उत्तर … Read more

भारत के राज्यों की अन्तर्राज्यीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्थिति -GURUGGKWALA

भारत के राज्यों की अन्तर्राज्यीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्थिति भारत में वर्तमान में 28 राज्य एवं 8 केन्द्रशासित प्रदेश हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य राजस्थान(3,42,239 वर्ग किमी.) सबसे छोटा राज्य गोवा(3702 वर्ग किमी.) जनसंख्या दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य उत्तरप्रदेश सबसे छोटा राज्य सिक्किम देश का सबसे बड़ा केन्द्रशासित प्रदेश अण्डमान निकोबार(8249 वर्ग … Read more

भारत का सामान्य परिचय -GURUGGKWALA

भारत का सामान्य परिचय भारत का प्राचीन नाम उत्तर भारत में बसने वाले आर्यो के नाम पर अर्यवृत किया गया। इन आर्यो के शक्तिशाली राजा भरत के नाम पर यह भारत कहलाया। वैदक आर्यो का निवास स्थान सिंधु घाटी में था। जिसे ईरानियों ने हिन्दु नदी तथा इस देश को हिन्दुस्थान कहा। यूनानीयों ने सिन्धु … Read more

राजस्थान में नृत्य(GURUGGKWALA)

राजस्थान में नृत्य नृत्य भी मानवीय अभिव्यक्तियों का एक रसमय प्रदर्शन है। यह एक सार्वभौम कला है, जिसका जन्म मानव जीवन के साथ हुआ है। बालक जन्म लेते ही रोकर अपने हाथ पैर मार कर अपनी भावाभिव्यक्ति करता है कि वह भूखा है- इन्हीं आंगिक -क्रियाओं से नृत्य की उत्पत्ति हुई है। यह कला देवी-देवताओं, … Read more

लोक कलाएं(GURUGGKWALA)

लोक कलाएं 1. फड़ चित्रांकन रेजी अथवा खादी के कपडे़ पर लोक देवता के जीवन को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत करना फड़ चित्रांकन कहलाता है। फड़ चित्रांकन में मुख्य पात्र को लाल रंग में तथा खलनायक को हरे रंग में दर्शाया जाता है। फड का वाचन करने वाले भोपा तथा भोपी कहलाते है। राज्य … Read more

राजस्थान की जनजातियां(GURUGGKWALA)

1. मीणा निवास स्थान- जयपुर के आस-पास का क्षेत्र/पूर्वी क्षेत्र “मीणा” का शाब्दिक अर्थ मछली है। “मीणा” मीन धातु से बना है। मीणा जनजाति के गुरू आचार्य मुनि मगन सागर है। मीणा पुराण- आचार्य मुनि मगन सागर द्वारा रचित मीणा जनजाति का प्रमुख ग्रन्थ है। जनजातियों में सर्वाधिक जनसंख्या वाली जनजाति है। बाहुल्य क्षेत्र – … Read more

आभूषण और वेशभूषा

आभूषण आभूषण सौन्दर्य को बढ़ाने का काम करते हैं। हर मनुष्य सुंदर दिखना चाहता है, और राजस्थान के निवासी भी इस मामले में पीछे नहीं है। कालीबंगा तथा आहड़ सभ्यता के युग की स्रियाँ मृणमय तथा चमकीले पत्थरों की मणियों के आभूषण पहनती थीं। कुछ शुंगकालीन मिट्टी के खिलौनों तथा फलकों से पता चलता है … Read more

राजस्थान के दुर्ग(GURUGGKWALA)

राजस्थान के राजपूतों के नगरों और प्रासदों का निर्माण पहाडि़यों में हुआ, क्योकि वहां शुत्रओं के विरूद्ध प्राकृतिक सुरक्षा के साधन थे। शुक्रनीति में दुर्गो की नौ श्रेणियों का वर्णन किया गया। एरण दूर्ग खाई, कांटों तथा कठौर पत्थरों से युक्त जहां पहुंचना कठिन हो जैसे – रणथम्भौर दुर्ग। पारिख दूर्ग जिसके चारों ओर खाई … Read more

राजस्थान में सम्प्रदाय(GURUGGKWALA)

1. जसनाथी सम्प्रदाय संस्थापक – जसनाथ जी जाट जसनाथ जी का जन्म 1482 ई. में कतरियासर (बीकानेर) में हुआ। प्रधान पीठ – कतरियासर (बीकानेर) में है। यह सम्प्रदाय 36 नियमों का पालन करता है। पवित्र ग्रन्थ सिमूदड़ा और कोडाग्रन्थ है। इस सम्प्रदाय का प्रचार-प्रसार ” परमहंस मण्डली” द्वारा किया जाता है। इस सम्प्रदाय के लोग … Read more