Curent Affairs(नवीनतम समसामयिक )
2 .निर्वाचन आयोग ने किसको “राष्ट्रीय दिव्यांग आइकोन” घोषित किया है -शीतल देवी 3. ‘WTT फीडर बेरुत-||’ (2024) टेबिल टेनिस […]
2 .निर्वाचन आयोग ने किसको “राष्ट्रीय दिव्यांग आइकोन” घोषित किया है -शीतल देवी 3. ‘WTT फीडर बेरुत-||’ (2024) टेबिल टेनिस […]
राजस्थान का इतिहास जानने के स्त्रोत इतिहास का शाब्दिक अर्थ- ऐसा निश्चित रूप से हुआ है। इतिहास के जनक यूनान
Internal flow lakes of Rajasthan राजस्थान की नदियां(आंतरिक प्रवाह तंत्र की नदियां) वे नदियों जिनका जल समुद्र तक नहीं पहुँच
राजस्थान के भौतिक विभाग जर्मन वैज्ञानिक अल्फ्रेड वेगनर (1912) के सिद्धांत के अनुसार पृथ्वी अपने निर्माण के प्रारंभिक काल में
राजस्थान में वन सम्पदा (FOREST IN RAJASTHAN): राजस्थान के वन सम्पदा के बारे में यहाँ पर चर्चा करेगे और उससे
इतिहास को प्रागैतिहासिक काल, आद्यऐतिहासिक काल एवं ऐतिहासिक काल में बांटा जाता है। प्रागैतिहासिक काल से तात्पर्य है कि उस
राजस्थान खनिज की दृष्टि से एक सम्पन्न राज्य है। राजस्थान को “खनिजों का अजायबघर” कहा जाता है। राजस्थान में लगभग
राजस्थान का एकीकरण राजस्थान के एकीकरण के समय कुल 19 रियासतें 3 ठिकाने- लावा(जयपुर), कुशलगढ़(बांसवाड़ा) व नीमराना(अलवर) तथा एक चीफशिफ
प्रजामण्डल का अर्थ है प्रजा का मण्डल(संगठन)।1920 के दशक में ठिकानेदारों और जागीरदारों के अत्याचार दिन प्रतिदिन बढ़ रहे थे।
राज्य वृक्ष – खेजड़ी “रेगिस्तान का गौरव” अथवा “थार का कल्पवृक्ष” जिसका वैज्ञानिक नाम “प्रोसेसिप-सिनेरेरिया” है। इसको 1983 में राज्य