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1. पीएम मोदी ने कानपुर में 47,600 करोड़ के विभिन्न प्रोजेक्ट्स का किया शिलान्यास और उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर में लगभग 47,600 करोड़ रुपए की लागत की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि राज्य की औद्योगिक प्रगति के लिए दो आवश्यक स्तंभ हैं ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता-एक स्थिर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना और मजबूत बुनियादी ढाँचा और कनेक्टिविटी। पीएम मोदी ने 660 मेगावाट पनकी पावर प्लांट, 660 मेगावाट नेवेली पावर प्लांट, 1320 मेगावाट जवाहरपुर पावर प्लांट, 660 मेगावाट ओबरा-सी पावर प्लांट और 660 मेगावाट खुर्जा पावर प्लांट सहित कई प्रमुख बिजली संयंत्रों के उद्घाटन की घोषणा की। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कानपुर नगर जिले में घाटमपुर ताप विद्युत परियोजना (3×660 मेगावाट) की इकाई-1 (660 मेगावाट) को राष्ट्र को समर्पित किया। यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह महत्वाकांक्षी विद्युत परियोजना नेवेली उत्तर प्रदेश पावर लिमिटेड (एनयूपीपीएल) की एक प्रमुख पहल है, जिसमें एनएलसी इंडिया लिमिटेड (51 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (यूपीआरवीयूएनएल) (49 प्रतिशत) का सहयोग है। इस परियोजना में 660 मेगावाट की तीन सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर इकाइयां शामिल हैं, जो कुल 1,980 मेगावाट की स्थापित क्षमता को जोड़ती हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएँ उत्तर प्रदेश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि इन बिजली संयंत्रों के चालू होने से राज्य में बिजली की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे औद्योगिक विकास में और तेज़ी आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि 47,000 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और विभिन्न पहलों की आधारशिला रखी गई है, जो प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को पुष्ट करती हैं।
2. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के काराकाट में 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के काराकाट में 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इस पवित्र भूमि पर बिहार के विकास को गति देने का सौभाग्य मिला है और उन्होंने 48,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास को रेखांकित किया। क्षेत्र में बिजली के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री ने औरंगाबाद जिले में 29,930 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नबीनगर सुपर थर्मल पावर परियोजना, चरण-II (3×800 मेगावाट) की आधारशिला रखी, जिसका उद्देश्य बिहार और पूर्वी भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर सृजित होंगे और क्षेत्र में किफायती बिजली उपलब्ध होगी।
3. गोवा ने 100 प्रतिशत साक्षरता की हासिल: सीएम प्रमोद सावंत
गोवा देश का दूसरा ऐसा राज्य बन गया है जिसने राष्ट्रीय स्तर पर तय किए गए 95% साक्षरता मानक को पार किया है। गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने गोवा को औपचारिक रूप से उल्लास – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम) के तहत पूर्ण कार्यात्मक साक्षर राज्य घोषित किया। यह भारत को वर्ष 2030 तक पूर्ण साक्षर बनाने के राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के लक्ष्य की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। गोवा देश का दूसरा ऐसा राज्य बन गया है जिसने राष्ट्रीय स्तर पर तय किए गए 95% साक्षरता मानक को पार किया है। यह घोषणा गोवा के 39वें राज्य स्थापना दिवस (30 मई 2025) पर पणजी स्थित दीनानाथ मंगेशकर कला मंदिर में आयोजित भव्य समारोह में की गई। आपको बता दें, उल्लास- नव भारत साक्षरता कार्यक्रम एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसे 2022 से 2027 तक लागू किया गया है। यह योजना नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है और उन वयस्कों (15 वर्ष और उससे ऊपर) को लक्षित करती है जो स्कूल नहीं जा सके। इसमें पाँच घटक शामिल हैं-बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता, जीवनोपयोगी आवश्यक कौशल, प्रारंभिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और सतत शिक्षा।
4. संयुक्त राष्ट्र ने शांति मिशन में सेवा के दौरान शहीद हुए शांतिरक्षक ब्रिगेडियर अमिताभ झा और हवलदार संजय सिंह को डैग हैमरशॉल्ड पदक से सम्मानित किया
संयुक्त राष्ट्र ने शांति मिशन में सेवा के दौरान शहीद हुए भारतीय शांतिरक्षक ब्रिगेडियर अमिताभ झा और हवलदार संजय सिंह को डैग हैमरशॉल्ड पदक से सम्मानित किया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी हरीश ने शहीद हुए शांतिरक्षकों के सम्मान में आयोजित एक समारोह में महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से ये पदक प्राप्त किए। 77वां संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिक दिवस 29 मई को मनाया गया, जिसमें 61 हजार 353 शांति सैनिकों का सम्मान किया गया, इनमें से 5 हजार 375 भारतीय सैनिक थे। अमिताभ झा संयुक्त राष्ट्र विघटन पर्यवेक्षक बल के कार्यवाहक बल कमांडर थे, जिन्हें 1973 के युद्ध के बाद इजरायल और सीरिया के बीच संघर्ष विराम की निगरानी के लिए गोलान हाइट्स में तैनात किया गया था। हवलदार संजय सिंह ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन-मोनुस्को के साथ काम किया था, और सेवा के दौरान उनका निधन हो गया था।
5. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बनासकांठा में कैच द रेन-2025 पहल के अंतर्गत कुआं पुनर्भरण अभियान की शुरुआत की
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बनासकांठा में कैच द रेन-2025 पहल के अंतर्गत कुआं पुनर्भरण अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल भी मौजूद थे। जल संकट से निपटने और भूजल स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से इस अभियान में पचास हजार पुनर्भरण कुओं का निर्माण किया जाएगा, जिनमें से 25 हजार कुओं को बनास डेयरी द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए बांध निर्माण की तुलना में वर्षा जल संचयन पर जोर दिया।
6. ओडिशा ने अंकुर नामक एक रणनीतिक शहरी परिवर्तन पहल की शुरुआत की
ओडिशा सरकार ने शहरी नवाचार और विकास को गति देने के उद्देश्य से एक दूरदर्शी पहल की शुरुआत की है, जिसका नाम है ‘अंकुर’ (ANKUR – Atal Network for Knowledge, Urbanisation and Reforms)। यह पहल आवास और शहरी विकास विभाग (Housing and Urban Development – H&UD) द्वारा संचालित की जा रही है और इसका लक्ष्य है स्मार्ट, टिकाऊ और नागरिक-केंद्रित शहरों का निर्माण करना। ‘अंकुर’ की शुरुआत के साथ छह प्रमुख संगठनों के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। ये संगठन शहरी विकास की पारिस्थितिकी में अहम भूमिका निभाते हैं। यह ऐतिहासिक क्षण आवास एवं शहरी विकास मंत्री श्री कृष्ण चंद्र महापात्र की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
7. सद्गुरु को कनाडा इंडिया फाउंडेशन से मिला ‘ग्लोबल इंडियन ऑफ द ईयर’ सम्मान
प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु को कनाडा इंडिया फाउंडेशन (CIF) द्वारा ‘ग्लोबल इंडियन ऑफ द ईयर’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें मानव चेतना और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने में उनके अद्वितीय योगदान के लिए प्रदान किया गया। यह पुरस्कार 22 मई को कनाडा के टोरंटो में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान आधिकारिक रूप से प्रदान किया गया। इस समारोह में कई प्रमुख इंडो-कैनेडियन नेता, व्यवसायी और समुदाय के सदस्य शामिल हुए। CIF के चेयरमैन रितेश मलिक और नेशनल कन्वीनर सुनीता व्यास ने मिलकर सद्गुरु को यह सम्मान सौंपा।
8. नई दिल्ली: साहित्य अकादमी ने राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में दो दिवसीय साहित्यिक सम्मेलन आयोजित किया
साहित्य अकादमी ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में साहित्य में बदलाव विषय पर दो दिवसीय साहित्यिक सम्मेलन आयोजित किया। सम्मेलन में नारी को महत्व देने से संबंधित साहित्य, साहित्य में बदलाव और भारतीय साहित्य में नए आयामों पर सत्र आयोजित किए गए। सम्मेलन में साहित्य में महिलाओं के योगदान, समाज को आकार देने में साहित्य की भूमिका और भारतीय लेखन पर वैश्वीकरण के प्रभाव पर चर्चा हुई।
9. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 15 नर्सिंग पेशेवरों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार-2025 प्रदान किए
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में 15 नर्सिंग पेशेवरों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार-2025 प्रदान किए। यह पुरस्कार नर्सिंग के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया है। इस अवसर पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल और प्रतापराव जाधव उपस्थित थे। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने नर्सों और नर्सिंग पेशेवरों की सराहनीय सेवाओं के सम्मान में इस पुरस्कार को दिए जाने की घोषणा वर्ष 1973 में की थी।
10. आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने आयुष सुरक्षा पोर्टल का शुभारंभ किया
आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने भ्रामक विज्ञापनों और दवाओं के दुष्प्रभाव जैसे मुद्दों के समाधान के लिए आयुष सुरक्षा पोर्टल का शुभारंभ किया। यह पोर्टल पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में उपभोक्ता संरक्षण और नियामक निगरानी को मजबूत करेगा। आयुष सुरक्षा पोर्टल जिम्मेदार शासन, साक्ष्य-आधारित प्रथाओं और भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों पर भरोसा करने वाले लाखों नागरिकों की सुरक्षा के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आयुष सुरक्षा पोर्टल को रिट याचिका (सिविल) संख्या 645/2022 में सर्वोच्च न्यायालय के 30 जुलाई, 2024 के आदेश के अनुसार विकसित किया गया है, जिसमें न्यायालय ने भ्रामक विज्ञापनों और दवाओं के प्रतिकूल प्रभावों से संबंधित डेटा की निगरानी और प्रकाशन के लिए एक केंद्रीकृत डैशबोर्ड की आवश्यकता पर जोर दिया था। पोर्टल को सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन सिद्धा (सीसीआरएस) के तकनीकी सहयोग से विकसित किया गया है और यह राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम के साथ संरेखित है।
11. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एमआईएल, एवीएनएल और आईओएल के लिए मिनीरत्न श्रेणी-I का दर्जा स्वीकृत किया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुनिशन इंडिया लिमिटेड (एमआईएल), आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड (एवीएनएल) और इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल) के लिए मिनीरत्न श्रेणी-I का दर्जा स्वीकृत किया है। रक्षा मंत्री ने तीनों रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों को तीन साल की छोटी सी अवधि में सरकारी संगठनों से लाभ कमाने वाली कॉर्पोरेट संस्थाओं में बदलने के लिए बधाई दी। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एमआईएल, एवीएनएल और आईओएल के लिए मिनीरत्न का दर्जा स्वीकृत होने से इन कंपनियों को त्वरित विकास पथ हासिल करने और रक्षा उत्पादन और निर्यात में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में और अधिक सशक्त बनाया जाएगा।
12. भारतीय सेना की टुकड़ी भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास नोमैडिक एलीफेंट में शामिल होने के लिए रवाना हुई
भारतीय सेना की एक टुकड़ी भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास नोमैडिक एलीफेंट के 17वें संस्करण में शामिल होने के लिए रवाना हुई। यह अभ्यास 31 मई से 13 जून 2025 तक उलानबटार मंगोलिया में आयोजित किया जाएगा। नोमैडिक एलीफेंट अभ्यास, भारत और मंगोलिया में बारी-बारी से आयोजित किया जाने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है। इसी अभ्यास का अंतिम संस्करण जुलाई 2024 में उमरोई मेघालय में आयोजित किया गया था।एलसीए तेजस एमके 1ए के लिए पहला सेंटर फ्यूजलेज एचएएल को सौंपा /गयाभारत की स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देते हुए हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस एमके1ए के लिए पहली सेंटर फ्यूजलेज असेंबली 30 मई, 2025 को हैदराबाद में मेसर्स वीईएम टेक्नोलॉजीज द्वारा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को सौंप दी गई।यह प्रक्रिया सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री संजीव कुमार और एचएएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) डॉ. डी के सुनील की उपस्थिति में पूरी की गई। इस पहल के तहत पहली बार एलसीए तेजस के लिए एक प्रमुख सब-असेंबली का निर्माण एक निजी भारतीय कंपनी द्वारा किया जा रहा है। एचएएल ने निजी साझेदारों को निकट सहयोग देकर व जिग्स, फिक्सचर्स, टूल्स तथा तकनीकी जानकारी जैसे महत्वपूर्ण इनपुट प्रदान करके राष्ट्रीय एयरोस्पेस इकोसिस्टम का निर्माण किया है। एचएएल ने एलएंडटी, अल्फा टोकोल, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल), वीईएम टेक्नोलॉजीज और लक्ष्मी मशीन वर्क्स (एलएमडब्ल्यू) जैसी कंपनियों को केंद्र फ्यूजलेज, ईंधन ड्रॉप टैंक, तोरण, रियर फ्यूज़लेज, पंख, पंख, पतवार तथा वायु अंतर्ग्रहण जैसी जटिल उप-संयोजनों का उत्पादन करने में सक्षम बनाया है।
13. विश्वनाथ कार्तिकेय 7 चोटियों पर विजय पाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय
हैदराबाद के 16 वर्षीय विश्वनाथ कार्तिकेय पदकांति ने इतिहास रच दिया है। वह अब भारत के सबसे कम उम्र के और दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के पर्वतारोही बन गए हैं, जिन्होंने प्रतिष्ठित 7 समिट्स चैलेंज को पूरा किया है। इसका अर्थ है कि उन्होंने सातों महाद्वीपों की सबसे ऊँची चोटियों पर चढ़ाई की है — जो दुनिया भर के पर्वतारोहियों का एक बड़ा सपना होता है। विश्वनाथ ने 27 मई को अपनी अंतिम चढ़ाई पूरी की, जब उन्होंने 8,848 मीटर ऊँची माउंट एवरेस्ट की चोटी पर सफलता पूर्वक कदम रखा। विश्वनाथ ने कहा, “एवरेस्ट की चोटी पर खड़ा होना और 7 समिट्स को पूरा करना मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा है। इस यात्रा ने मुझे हर रूप में – शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से – परखा है।” 7 समिट्स को प्रत्येक महाद्वीप की सबसे ऊँची चोटी के रूप में परिभाषित किया जाता है, और यह वैश्विक पर्वतारोहण में सबसे प्रतिष्ठित उपलब्धियों में से एक मानी जाती है। इन सात पर्वत चोटियों में शामिल हैं: माउंट एवरेस्ट (एशिया), माउंट किलिमंजारो (अफ्रीका), माउंट एल्ब्रुस (यूरोप), माउंट अकोंकागुआ (दक्षिण अमेरिका), माउंट कोसिउज़्को (ऑस्ट्रेलिया), माउंट विन्सन (अंटार्कटिका), माउंट डेनाली (उत्तर अमेरिका)
14. सेमीकंडक्टर नवाचार को बढ़ावा देने हेतु IIT खड़गपुर और सिंगापुर के IME ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
सेमीकंडक्टर तकनीक के क्षेत्र में वैश्विक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर और सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स (IME) — जो एजेंसी फॉर साइंस, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च (A*STAR) के अंतर्गत कार्यरत एक प्रमुख अनुसंधान संस्था है — ने एक सहयोग ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी SEMICON Southeast Asia 2025 जैसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम के दौरान घोषित की गई, जिसमें सेमीकंडक्टर क्षेत्र के शीर्ष विशेषज्ञ और नवोन्मेषक एकत्रित हुए।
15. पहली बार NDA से पासआउट हुईं 17 महिला कैडेट्स
महाराष्ट्र के खडगवासला में खेत्रपाल परेड ग्राउंड में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड (पीओपी) में पासिंग आउट कोर्स से 336 सहित कुल 1,341 कैडेटों ने भाग लिया। यह दिन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था, 17 महिला कैडेट्स महिला कैडेटों का पहला बैच अकादमी से पास आउट होने वाले 336 कैडेटों में शामिल था। कुल 336 कैडेटों ने कठोर सैन्य एवं शैक्षणिक प्रशिक्षण पूरा किया। मिजोरम के राज्यपाल जनरल (डॉ) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने 1,341 कैडेटों के पासिंग आउट परेड की समीक्षा की। समीक्षा अधिकारी ने बटालियन कैडेट एडजुटेंट प्रिंस राज को राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक, अकादमी कैडेट कैप्टन उदयवीर सिंह नेगी को राष्ट्रपति का रजत पदक और बटालियन कैडेट कैप्टन तेजस भट्ट को राष्ट्रपति का कांस्य पदक प्रदान किया। इसके अलावा समग्र उत्कृष्टता के लिए गोल्फ स्क्वाड्रन को प्रतिष्ठित चीफ ऑफ स्टाफ बैनर से सम्मानित किया गया।
16. हिंदी पत्रकारिता दिवस 2025
भारत में हिंदी पत्रकारिता दिवस हर साल 30 मई को मनाया जाता है। यह दिन देश में हिंदी भाषा की पत्रकारिता की शुरुआत को स्मरण करने और उसकी भूमिका को सम्मान देने का अवसर है। वर्ष 2025 में यह दिवस हिंदी पत्रकारिता की लगभग दो सदियों की समृद्ध यात्रा और लोकतंत्र में इसके योगदान का प्रतीक बनेगा। हिंदी पत्रकारिता दिवस का इतिहास 30 मई 1826 से जुड़ा है — यह दिन भारतीय पत्रकारिता के इतिहास में मील का पत्थर है। उस समय तक प्रेस में अंग्रेज़ी, बांग्ला और फारसी भाषाओं का वर्चस्व था, जो मुख्य रूप से अंग्रेजी पढ़ने-लिखने वाले शिक्षित वर्ग या ब्रिटिश प्रशासन के लिए थीं। इसी दिन पंडित जुगल किशोर शुक्ल द्वारा ‘उदन्त मार्तण्ड’ नामक पहले हिंदी समाचारपत्र का प्रकाशन कोलकाता (तत्कालीन कलकत्ता) से हुआ। ‘उदन्त मार्तण्ड’ का अर्थ है “उगता सूर्य”, जो प्रतीक था एक नई भाषाई जागरूकता का। हालाँकि आर्थिक कठिनाइयों, सीमित पाठकवर्ग और वितरण समस्याओं के कारण यह अखबार केवल 79 अंकों के बाद बंद हो गया, लेकिन इसने भारत में स्थानीय भाषा की पत्रकारिता की नींव रख दी।
17. अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस 2025
अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस हर साल 29 मई को मनाया जाता है। यह दिन 1953 में न्यूज़ीलैंड के सर एडमंड हिलेरी और नेपाल के तेनजिंग नोर्गे शेरपा द्वारा माउंट एवरेस्ट की पहली सफल चढ़ाई की स्मृति में मनाया जाता है। यह दिन उनके साहस, शक्ति और साहसिक भावना को सम्मानित करता है। दुनियाभर में खासकर पर्वतारोहियों और ट्रेकर्स द्वारा यह दिन उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। 1953 से पहले कई लोगों ने माउंट एवरेस्ट चढ़ने की कोशिश की थी, लेकिन कोई भी शिखर तक नहीं पहुंच पाया था। अंततः 29 मई 1953 को एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नोर्गे ने नेपाल की ओर से चढ़ाई कर इसे सफल किया। 2008 में सर एडमंड हिलेरी के निधन के बाद, नेपाल सरकार ने 29 मई को ‘अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस’ घोषित किया। यह दिन नेपाल और न्यूजीलैंड के बीच मित्रता और शेरपा गाइडों के योगदान को भी सम्मानित करता है।
18. गोवा राज्य दिवस 2025
गोवा ने 30 मई, 2025 को गर्व से अपना 39वां राज्य दिवस मनाया, जो भारत गणराज्य में एक पूर्ण राज्य के रूप में इसके औपचारिक समावेश के लगभग चार दशक पूरे होने का प्रतीक है। अपने प्राचीन समुद्र तटों, औपनिवेशिक वास्तुकला और जीवंत संस्कृति के लिए जाना जाने वाला गोवा भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में एक अद्वितीय स्थान रखता है। भारत के पश्चिमी तट पर स्थित गोवा, क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे छोटा राज्य है, लेकिन पर्यटन और विरासत के लिहाज से यह भारत के सबसे अधिक पहचाने जाने वाले राज्यों में से एक है। 1510 में पुर्तगालियों द्वारा अधिग्रहित, गोवा ने 450 वर्षों तक औपनिवेशिक शासन का अनुभव किया। दिसंबर 1961 में ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने गोवा को स्वतंत्र कराया। इसके बाद गोवा, दमन और दीव के साथ एक केंद्र शासित प्रदेश बना। 30 मई 1987 को गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला, और वह भारत का 25वां राज्य बना। यह ऐतिहासिक कदम गोवा की विशिष्ट भाषायी, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को मान्यता देता है।
19. ‘इतिहास को आकार देना-भविष्य को पोषित करना’ विषय के साथ मनाया जा रहा है अंतरराष्ट्रीय आलू दिवस
अंतर्राष्ट्रीय आलू दिवस 30 मई को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस वर्ष का विषय है- इतिहास को आकार देना, भविष्य को पोषित करना। यह विषय आलू के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व तथा आज की वैश्विक कृषि खाद्य प्रणालियों में इसकी बढ़ती हुई भूमिका का प्रतिनिधित्व करता है। भारत दुनिया में आलू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है, जो वैश्विक स्तर पर उगाए जाने वाले आलू का एक बड़ा हिस्सा है। इसे भारतीय भोजन और खेती में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
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