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1. कैबिनेट ने प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के लिए 6520 करोड़ रुपए के परिव्यय को दी स्वीकृति
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को 15वें वित्त आयोग चक्र (एफसीसी) (2021-22 से 2025-26) के दौरान चल रही केंद्रीय क्षेत्र योजना “प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना” (पीएमकेएसवाई) के लिए 1920 करोड़ रुपये के अतिरिक्त परिव्यय सहित कुल 6520 करोड़ रुपये के परिव्यय को स्वीकृति दी है। इसमें (i) बजट घोषणा के अनुरूप प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY) की घटक योजना- एकीकृत शीत श्रृंखला और मूल्य संवर्धन अवसंरचना (ICCVAI) के अंतर्गत 50 बहु-उत्पाद खाद्य विकिरण इकाइयों और घटक योजना- खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता आश्वासन अवसंरचना (FSQAI) के अंतर्गत एनएबीएल मान्यता प्राप्त 100 खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं (FTLs) की स्थापना हेतु 1000 करोड़ रुपये तथा (ii) 15वें वित्त आयोग चक्र के दौरान पीएमकेएसवाई की विभिन्न घटक योजनाओं के अंतर्गत परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए 920 करोड़ रुपये शामिल हैं। दरअसल, आईसीसीवीएआई और एफएसक्यूएआई दोनों ही पीएमकेएसवाई की मांग-आधारित घटक योजनाएं हैं। देश भर की पात्र संस्थाओं से प्रस्ताव आमंत्रित करने के लिए अभिरुचि पत्र (ईओआई) जारी किए जाएंगे। ईओआई के तहत प्राप्त प्रस्तावों को मौजूदा योजना दिशानिर्देशों के अनुसार पात्रता मानदंडों के अनुसार उचित जांच के बाद अनुमोदित किया जाएगा।
2. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम को दो हजार करोड़ रुपये की केंद्रीय अनुदान सहायता योजना को स्वीकृति दी
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम को 2025-26 से 2028-29 तक चार वर्षों की अवधि के लिए दो हजार करोड़ रुपये की केंद्रीय अनुदान सहायता योजना को स्वीकृति दे दी। इसमें वित्त वर्ष 2025-26 से प्रत्येक वर्ष 500 करोड़ रुपये की सहायता दी जाएगी। वित्त वर्ष 2025-26 से वित्त वर्ष 2028-29 तक दो हजार करोड़ रुपये की अनुदान सहायता के आधार पर, एनसीडीसी चार वर्षों की अवधि में खुले बाजार से 20,000 करोड़ रुपये जुटा सकेगा। एनसीडीसी इस धनराशि का उपयोग सहकारी समितियों को नई परियोजनाएं स्थापित करने/संयंत्रों के विस्तार हेतु ऋण देने और कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए करेगा। इससे देश भर में डेयरी, पशुधन, मत्स्य पालन, चीनी, वस्त्र, खाद्य प्रसंस्करण, भंडारण और शीतगृह जैसे विभिन्न क्षेत्रों की 13,288 सहकारी समितियां और श्रमिक और महिलाओं के नेतृत्व वाली सहकारी समितियों के लगभग 2 करोड़ 90 लाख सदस्य लाभान्वित होंगे।
3. नीलगिरि का तीसरा जहाज कोलकाता में भारतीय नौसेना को सौंपा गया
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि नीलगिरि श्रेणी का तीसरा जहाज (प्रोजेक्ट 17ए) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स में निर्मित इस श्रेणी का पहला जहाज जीआरएसई, कोलकाता में भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया। प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट बहुमुखी बहु-मिशन प्लेटफॉर्म हैं, जिन्हें समुद्री क्षेत्र में वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का समाधान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हिमगिरि पूर्ववर्ती आईएनएस हिमगिरि का पुनर्जन्म है, जो एक लिएंडर श्रेणी का फ्रिगेट है, जिसे राष्ट्र को 30 वर्षों की सेवा के बाद 6 मई 2005 को सेवामुक्त कर दिया गया था। यह अत्याधुनिक फ्रिगेट नौसैनिक डिजाइन, स्टेल्थ, मारक क्षमता, स्वचालन और उत्तरजीविता में एक बड़ी छलांग को दर्शाता है और युद्धपोत निर्माण में आत्मनिर्भरता का एक सराहनीय प्रतीक है। पी17ए फ्रिगेट का डिजाइन वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो द्वारा किया गया है और वॉरशिप ओवरसीइंग टीम, कोलकाता द्वारा इसकी देखरेख की जाती है यह जहाज मॉड्यूलर और एर्गोनोमिक है तथा इसका निर्माण निर्धारित समय-सीमा के भीतर किया गया है।
4. स्वदेश निर्मित विकसित कवच 4.0 को दिल्ली-मुंबई मार्ग के मथुरा-कोटा सेक्शन पर चालू किया गया
भारतीय रेलवे ने उच्च-घनत्व वाले दिल्ली-मुंबई मार्ग के मथुरा-कोटा सेक्शन पर स्वदेश निर्मित कवच 4.0 को रेलवे सुरक्षा प्रणाली के लिए चालू कर दिया है। देश में यह रेलवे सुरक्षा प्रणालियों के आधुनिकीकरण की दिशा में सराहनीय कदम है। भारतीय रेलवे छह वर्षों की छोटी सी अवधि में देशभर के विभिन्न मार्गों पर कवच 4.0 को लागू करने की तैयारी कर रहा है। कवच प्रणालियों पर 30,000 से ज़्यादा लोगों को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। आईआरआईएसईटी (भारतीय रेलवे सिग्नल इंजीनियरिंग एवं दूरसंचार संस्थान) ने कवच को अपने बीटेक पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए 17 एआईसीटीई-अनुमोदित इंजीनियरिंग कॉलेजों, संस्थानों और विश्वविद्यालयों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। कवच, प्रभावी ब्रेक लगाकर लोको पायलटों को ट्रेन की गति बनाए रखने में मदद करेगा। कोहरे जैसी कम दृश्यता की स्थिति में भी लोको पायलटों को सिग्नल के लिए केबिन से बाहर देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पायलट केबिन के अंदर लगे डैशबोर्ड पर जानकारी देख सकते हैं। कवच एक स्वदेशी रूप से विकसित रेल सुरक्षा प्रणाली है। इसे रेलगाड़ियों की गति की निगरानी और नियंत्रण करके दुर्घटनाओं को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे सुरक्षा अखंडता स्तर 4 (एसआईएल 4) पर डिज़ाइन किया गया है। यह सुरक्षा डिज़ाइन का उच्चतम स्तर है। कवच का विकास 2015 में शुरू हुआ। इस प्रणाली का 3 वर्षों से अधिक समय तक बड़े स्तर पर इसका परीक्षण किया गया। तकनीकी सुधारों के बाद इस प्रणाली को दक्षिण मध्य रेलवे (एसीआर) में स्थापित किया गया। पहला परिचालन प्रमाणपत्र 2018 में प्रदान किया गया। दक्षिण-मध्य रेलवे में प्राप्त अनुभवों के आधार पर एक उन्नत प्रारूप ‘कवच 4.0’ विकसित किया गया। इसे मई 2025 में 160 किमी प्रति घंटे तक की गति के लिए अनुमोदित किया गया। कवच के घटकों का निर्माण स्वदेशी रूप से किया जा रहा है।
5. डीपीआईआईटी ने किफायती आवास और प्रॉपटेक सेक्टर में नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने किफायती आवास और प्रॉपटेक सेक्टर में नवाचार को प्रोत्साहन देने और स्टार्टअप्स को सहयोग करने के लिए एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह रणनीतिक सहयोग, आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत@2047 के लक्ष्यों के अनुरूप एक समावेशी, नवाचार-संचालित स्टार्टअप इकोसिस्टम के निर्माण के लिए डीपीआईआईटी की प्रतिबद्धता को पुष्ट करता है। इस साझेदारी का एक प्रमुख तत्व H@ART कार्यक्रम (एचडीएफसी किफायती रियल एस्टेट एवं तकनीकी कार्यक्रम) है, जो आवासीय रियल एस्टेट विकास चक्र की दक्षता बेहतर करने और लागत कम करने के लिए एचडीएफसी कैपिटल की ओर से शुरू की गई एक पहल है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किफायती आवास विकास इकोसिस्टम के साथ जुड़ाव, उभरती हुई प्रॉपटेक कंपनियों में रणनीतिक निवेश और त्वरक, शैक्षणिक संस्थानों और निवेशकों के सहयोग से मार्गदर्शन के माध्यम से विकास के अवसरों को सुगम बनाना है।
6. स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए डीपीआईआईटी और रोश इंडिया ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग डीपीआईआईटी ने रोश प्रोडक्ट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन, कैंसर विज्ञान, तंत्रिका विज्ञान, नेत्र विज्ञान, रुधिर विज्ञान और दुर्लभ रोगों जैसे महत्त्वपूर्ण चिकित्सीय क्षेत्रों में कार्यरत डीपीआईआईटी-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने के लिए है। इस समझौता ज्ञापन के अंतर्गत, रोश इंडिया वैश्विक विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्रदान करेगा, पायलट और सत्यापन अध्ययनों में सहायता करेगा, और आशाजनक नवाचारों को प्रोत्साहन देने में मदद के लिए अत्याधुनिक तकनीकों, इंफ्रास्ट्रक्चर और अंतर्राष्ट्रीय मंचों तक पहुंच प्रदान करेगा।
7. वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन, एवीएसएम, वीएसएम ने पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का पदभार ग्रहण किया
वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन, एवीएसएम, वीएसएम ने 31 जुलाई, 2025 को पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में पदभार ग्रहण किया। वे वाइस एडमिरल संजय जे सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, एनएम का स्थान ले रहे हैं, जो भारतीय नौसेना में चार दशकों की विशिष्ट सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं।
8. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपीएफ) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने सहयोगात्मक जैव चिकित्सा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
भारत सरकार ने सुरक्षा बलों के कल्याण हेतु जैव चिकित्सा अनुसंधान को आगे बढ़ाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपीएफ) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। हस्ताक्षर समारोह में नई दिल्ली स्थित आईटीबीपी मुख्यालय में जैव चिकित्सा विभाग के सचिव और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के महानिदेशक उपस्थित थे। इस सहयोग का उद्देश्य राष्ट्रीय महत्व की महत्वपूर्ण वैज्ञानिक और तकनीकी चुनौतियों का समाधान करने के लिए आईटीबीपीएफ की विशिष्ट चिकित्सा और अर्ध-चिकित्सा सुविधाओं और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सुदृढ़ अनुसंधान एवं नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र की विशेषज्ञता का उपयोग करना है। आईटीबीपीएफ और डीबीटी, सेनाओं की आवश्यकता के अनुसार, अधिक ऊंचाई पर मानव अनुकूलनशीलता, जैव सुरक्षा, जैव चिकित्सा उपकरण, कृत्रिम अंग और खाद्य जैव प्रौद्योगिकी आदि जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएं शुरू करेंगे। यह साझेदारी 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप, नवाचार को बढ़ावा देने, अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाने और भारत की वैज्ञानिक प्रगति में योगदान देने के लिए आईटीबीपीएफ और डीबीटी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
9. दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर होंगे एसबीके सिंह
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसबीके सिंह को दिल्ली पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, 1988 बैच के एजीएमयूटी कैडर के अधिकारी एसबीके सिंह 1 अगस्त, 2025 से दिल्ली पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यभार संभालेंगे। गृह मंत्रालय ने गुरुवार को इस नियुक्ति को मंजूरी दी। वर्तमान में दिल्ली होम गार्ड्स के महानिदेशक के रूप में कार्यरत सिंह को अगले आदेश तक यह अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। वर्तमान पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा, जो तमिलनाडु कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, 31 जुलाई, 2025 को रिटायर हो रहे हैं। उन्होंने 1 अगस्त, 2022 को राकेश अस्थाना के स्थान पर दिल्ली पुलिस आयुक्त का पद संभाला था।
10. कर्नाटक कोलार की महिला में मिला दुनिया का नया और अनोखा ब्लड ग्रुप, CRIB नाम से हुई पहचान
कर्नाटक के कोलार जिले की एक 38 वर्षीय महिला में दुनिया का एक बिल्कुल नया रक्त समूह पाया गया है, जिसे ‘CRIB’ नाम दिया गया है। यह खोज रक्त विज्ञान के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है। यह मामला तब सामने आया जब महिला को कोलार के एक अस्पताल में हृदय शल्य चिकित्सा (हार्ट सर्जरी) के लिए भर्ती किया गया था। उनका रक्त समूह सामान्यत: O Rh+ था, लेकिन जब सर्जरी से पहले उन्हें रक्त चढ़ाने की ज़रूरत पड़ी, तो उपलब्ध कोई भी O-पॉजिटिव यूनिट उनके शरीर से मेल नहीं खा रही थी। यह देखकर अस्पताल ने मामला रोटरी बैंगलोर टीटीके ब्लड सेंटर की एडवांस्ड इम्यूनोहेमेटोलॉजी रेफरेंस लैब भेजा। लैब ने जब एडवांस्ड सेरोलॉजिकल तकनीकों से जांच की, तो पता चला कि महिला का रक्त “पैनरिएक्टिव” है, यानी यह किसी भी सामान्य रक्त सैंपल से मेल नहीं खा रहा था। इससे संदेह हुआ कि यह कोई दुर्लभ या अब तक अज्ञात रक्त समूह हो सकता है। आगे जांच के लिए महिला और उनके परिवार के रक्त सैंपल ब्रिटेन की इंटरनेशनल ब्लड ग्रुप रेफरेंस लेबोरेटरी (IBGRL), ब्रिस्टल भेजे गए। वहां दस महीनों के व्यापक शोध और आणविक परीक्षण के बाद एक नए रक्त एंटीजन की खोज हुई, जिसे “CRIB” नाम दिया गया। CRIB नाम में “CR” का मतलब है Cromer (एक मौजूदा रक्त समूह प्रणाली), और “IB” का मतलब है India-Bangalore, जहां इस खोज की शुरुआत हुई। यह नया एंटीजन क्रोमर ब्लड ग्रुप सिस्टम का हिस्सा है। जून 2025 में मिलान, इटली में आयोजित इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन (ISBT) की 35वीं रीजनल कांग्रेस में इस खोज की आधिकारिक घोषणा की गई। यह महिला दुनिया की पहली व्यक्ति हैं जिनमें यह नया CRIB एंटीजन पाया गया है। इस खोज के बाद, रोटरी बैंगलोर टीटीके ब्लड सेंटर ने कर्नाटक स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल और मुंबई स्थित ICMR के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोहेमेटोलॉजी (IIH) के सहयोग से एक “रेयर डोनर रजिस्ट्री” शुरू की है। यह पहल दुर्लभ रक्त समूहों वाले मरीजों को समय पर सही रक्त मुहैया कराने के लिए की गई है।
11. लद्दाख ने सिंधु नदी संरक्षण के लिए 12 अगस्त को सफाई आंदोलन दिवस घोषित किया
जल प्रदूषण को रोकने और सिंधु नदी के संरक्षण को बढ़ावा देने के प्रयास में, लद्दाख ने 12 अगस्त को इस विशाल नदी के लिए सफाई आंदोलन दिवस घोषित किया है। इस दिन, केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारी एजेंसियों, समुदायों, भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, अर्धसैनिक बलों, सीमा सड़क संगठन, सामाजिक कल्याण संगठनों और स्कूली छात्रों द्वारा सामूहिक रूप से लद्दाख में सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के आसपास सफाई के लिए एक जन आंदोलन आयोजित किया जाएगा। सिंधु नदी के लिए विशेष रूप से आयोजित सफाई आंदोलन दिवस, सिंधु नदी की जैव-विविधता के संरक्षण के लिए सरकार द्वारा समर्थित पहला सफाई आंदोलन होगा और इसे लद्दाख के सभी हितधारकों, चाहे वे केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन, पर्वतीय परिषद, रक्षा प्रतिष्ठान और नागरिक समाज हों, के एक संयुक्त महत्वपूर्ण कदम के रूप में शुरू किया जा रहा है ताकि मिशन सिंधु सफाई आंदोलन को बढ़ावा दिया जा सके, जो इस वर्ष जून में लेह परिषद द्वारा विशाल सिंधु नदी के पुनरुद्धार के लिए शुरू की गई एक पहल है।
12. सिक्किम सरकारी कर्मचारियों के लिए सबैटिकल लीव योजना शुरू करने वाला पहला राज्य बना
सिक्किम को देश का पहला राज्य बनाने वाले एक अग्रणी सुधार में, जिसने औपचारिक विश्राम अवकाश योजना शुरू की है, सरकार ने अपने कर्मचारियों, विशेषकर युवाओं को व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के दुर्लभ अवसर प्रदान करके सशक्त बनाया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अगस्त 2023 में लागू की गई इस नीति के तहत, कम से कम पाँच साल की निरंतर सेवा पूरी कर चुके नियमित राज्य सरकार के कर्मचारियों को 365 दिनों से लेकर अधिकतम 1,080 दिनों तक की छुट्टी लेने की अनुमति है, जबकि उनकी अनुपस्थिति के दौरान उन्हें उनके मूल वेतन का 50% प्राप्त होगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह योजना उनकी वरिष्ठता को बनाए रखती है, सेवा में निरंतरता सुनिश्चित करती है, और सरकार एक महीने के नोटिस के साथ कर्मचारी को वापस बुलाने का अधिकार रखती है। इस योजना के माध्यम से सैकड़ों युवाओं ने अपने सपने पूरे किए। उनमें से कई ने स्टार्टअप पहल शुरू की।
13. केरल ने फेसलेस जीएसटी न्यायनिर्णयन के लिए पायलट परियोजना लागू की
केरल में, राज्य जीएसटी विभाग ने दो ज़िलों में फेसलेस अधिनिर्णय के लिए एक पायलट परियोजना लागू की है। इस परियोजना के तहत, राज्य जीएसटी से संबंधित सभी प्रक्रियाएँ एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से और करदाता और अधिकारियों के बीच आमने-सामने की बैठक के बिना पूरी की जाएँगी। कारण बताओ नोटिस जारी करने से लेकर अंतिम आदेश तक की प्रक्रियाएँ केवल वर्चुअल प्लेटफ़ॉर्म पर ही होंगी। राज्य जीएसटी विभाग ने दावा किया है कि केरल फेसलेस अधिनिर्णय लागू करने वाला पहला राज्य है।
14. प्रोफेसर मिशेल डोहर्टी 350 वर्षों में ब्रिटेन की पहली महिला खगोलशास्त्री रॉयल नियुक्त हुईं
यूनाइटेड किंगडम ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, प्रोफ़ेसर मिशेल डौघर्टी को रॉयल एस्ट्रोनॉमर नियुक्त किया है। इस तरह, वे अपने 350 साल के इतिहास में यह प्रतिष्ठित उपाधि पाने वाली पहली महिला बन गई हैं। रॉयल एस्ट्रोनॉमर एक मानद पद है जिसकी शुरुआत 1675 में हुई थी। परंपरागत रूप से, इस पद का उद्देश्य ब्रिटेन की राजशाही को खगोलीय मामलों पर सलाह देना और अंतरिक्ष एवं विज्ञान में जनहित को बढ़ावा देना है। प्रोफ़ेसर डौघर्टी को नासा के कैसिनी मिशन पर उनके काम के लिए जाना जाता है, जिसके कारण शनि के चंद्रमा एन्सेलाडस से जलवाष्प के जेट निकलने की खोज हुई थी। इस खोज से यह संकेत मिलता है कि यह चंद्रमा संभावित रूप से जीवन का आधार हो सकता है।
15. उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि 39 वर्षों की विशिष्ट सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए
उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि अपने पद से सेवानिवृत्त हो गए। इस सेवानिवृत्ति के साथ, उन्होंने उनतीस वर्षों के अपने शानदार सैन्य करियर का समापन किया। श्री सुब्रमणि की वर्दी में विशिष्ट यात्रा राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से शुरू हुई और दिसंबर 1985 में उन्हें गढ़वाल राइफल्स में कमीशन मिला। अपने पूरे करियर के दौरान, लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमणि ने विविध परिचालन और भू-भाग प्रोफाइल में कमांड, स्टाफ और निर्देशात्मक पदों की एक विस्तृत श्रृंखला संभाली। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रणनीतिक और सामरिक गतिशीलता, विशेष रूप से पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर, की उनकी गहरी समझ ने परिचालन तैयारियों और राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
16. भारतीय महिला पहलवानों ने अंडर-17 विश्व चैंपियनशिप में 5 पदक जीते
भारतीय महिला पहलवानों ने एथेंस में आयोजित 2025 अंडर-17 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य सहित कुल पाँच पदक जीते। इस ऐतिहासिक अभियान की शुरुआत रचना ने की, जिन्होंने महिलाओं की 43 किलोग्राम फ्रीस्टाइल श्रेणी में चीन की शिन हुआंग को 3-0 से हराकर भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतकर सुर्खियाँ बटोरीं। इसके तुरंत बाद, अश्विनी विश्नोई ने 65 किलोग्राम वर्ग में उज़्बेकिस्तान की मुखय्यो राखिमजोनोवा को 3-0 से हराकर एक और स्वर्ण पदक जीतकर इस गौरव को और बढ़ा दिया। 57 किलोग्राम वर्ग में, मोनी ने कज़ाकिस्तान की मदखिया उस्मानोव से 5-6 से करीबी हार के बाद रजत पदक जीता। भारत को दूसरा रजत पदक काजल ने दिलाया, जिन्होंने 73 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में कड़ी टक्कर दी, लेकिन चीन की वेनजिन किउ से हार गईं। 49 किग्रा वर्ग में कोमल वर्मा ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू की एनहेलिना बुर्किना को 8-3 से हराकर कांस्य पदक हासिल किया।
17. प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व आरएसएस प्रमुख प्रमिला मेधे के निधन पर शोक व्यक्त किया
राष्ट्र सेविका समिति की पूर्व प्रमुख संचालिका प्रमिला ताई मेढ़े का नागपुर में 97 वर्ष की उम्र में गुरुवार को निधन हो गया। प्रमिला मेधे 1978 से 2003 तक राष्ट्र सेविका समिति की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहीं।
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