5 November 2025 Current Affairs -GurugGkwala

13–16 minutes


1. पीएम मोदी ने देश को समर्पित किए तीन क्रांतिकारी स्वदेशी इनोवेशन

पीएम मोदी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सहयोग से आयोजित ‘उभरती रणनीतिक प्रौद्योगिकियां और नवाचार सम्मेलन (ईएसटीआईसी) 2025’ में तीन क्रांतिकारी स्वदेशी इनोवेशन देश को समर्पित किए। तीन इनोवेशन में क्यूएसआईपी (क्वांटम सिक्योर इंटीग्रेटेड प्रोसेसर), 25-क्विबिट क्यूपीयू (क्वांटम प्रोसेसिंग यूनिट) और सीएआर-टी सेल थेरेपी शामिल है। क्यूएसआईपी भारत की पहली स्वदेशी क्वांटम सिक्योरिटी चिप है, जिसे डीआरडीओ और आईआईटी मद्रास के वैज्ञानिकों ने मिलकर विकसित किया। यह चिप क्वांटम की-डिस्ट्रीब्यूशन तकनीक पर आधारित है, जो हैकिंग से पूरी तरह सुरक्षित संचार सुनिश्चित करती है। रक्षा, बैंकिंग और सरकारी डेटा सेंटरों में इसका उपयोग होगा। 25-क्विबिट क्वांटम प्रोसेसिंग यूनिट (क्यूपीयू) भारत की पहली पूर्ण स्वदेशी क्वांटम कंप्यूटिंग चिप है। इसे आईआईएसटी बेंगलुरु और टीआईएफआर मुंबई के वैज्ञानिकों ने विकसित किया। यह चिप सुपरकंडक्टिंग क्विबिट तकनीक पर आधारित है और मौजूदा सुपरकंप्यूटरों से लाखों गुना तेज गणना कर सकती है। दवा खोज, मौसम पूर्वानुमान, वित्तीय मॉडलिंग और एआई ट्रेनिंग में क्रांति लाएगी। भारत अब अमेरिका, चीन और कनाडा के बाद क्वांटम चिप बनाने वाले चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है। सीएआर-टी (काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर टी-सेल) थेरेपी भारत की पहली स्वदेशी जीन-आधारित कैंसर थेरेपी है, जिसे आईआईटी बॉम्बे और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल ने मिलकर विकसित किया। यह थेरेपी ल्यूकेमिया और लिम्फोमा जैसे ब्लड कैंसर के मरीजों के लिए वरदान साबित होगी। मरीज के टी-सेल्स को निकालकर जेनेटिकली संशोधित किया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर नष्ट कर देती हैं। विदेशों में यह इलाज 4-5 करोड़ रुपए का पड़ता है, जबकि भारत में इसे मात्र 40-50 लाख रुपए में उपलब्ध कराया जाएगा। जल्द ही क्लीनिकल ट्रायल पूरा कर इसे बाजार में लाया जाएगा।

2. क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में भारतीय विश्वविद्यालयों में आईआईटी दिल्ली शीर्ष पर; देश के 54 संस्थान शामिल

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान- आईआईटी दिल्ली देश के संस्थानों में शीर्ष पर है और वैश्विक स्तर पर 123वें स्थान पर है। भारत ने रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए वैश्विक रैंकिंग में 54 संस्थानों को शामिल किया है। इसके साथ ही यह दुनिया भर में चौथा सबसे अधिक प्रतिनिधित्व वाला देश बन गया है। आईआईटी दिल्ली के बाद आईआईटी बॉम्बे 129वें, आईआईटी मद्रास 180वें और आईआईटी खड़गपुर 215वें स्थान पर हैं। अन्य शीर्ष संस्थानों में भारतीय विज्ञान संस्थान -आईआईएससी बैंगलोर 219वें, आईआईटी कानपुर 222वें स्थान पर है। वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय भी शीर्ष 350 में शामिल है।

3. दुनिया के शीर्ष सहकारी संस्थाओं में अमूल ने पहला और इफको ने दूसरा स्थान हासिल किया

भारत की बड़ी सहकारी संस्थाएं गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ- अमूल और भारतीय कृषक उर्वरक सहकारी लिमिटेड – इफको ने एक बार फिर उल्लेखनीय वैश्विक नेतृत्व का प्रदर्शन किया है। उन्हें प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद – जीडीपी के प्रदर्शन के आधार पर दुनिया की शीर्ष सहकारी संस्था का दर्जा दिया गया है। यह रैंकिंग अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन – आईसीए विश्व सहकारी मॉनिटर 2025 द्वारा की गई है। इस रैंकिंग की घोषणा कतर के दोहा में आईसीए सीएम50 सम्मेलन में की गई।

4. प्रौद्योगिकी में विकास के अवसरों के लिए तेलंगाना सरकार ने टीएआईएच की स्थापना की

तेलंगाना सरकार ने उभरती हुई प्रौद्योगिकी में विकास के अवसरों का अधिकतम लाभ उठाने के उपायों को सुगम बनाने के अंतर्गत तेलंगाना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनोवेशन हब – टीएआईएच की स्थापना की। सूचना प्रौद्योगिकी और उद्योग मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने हैदराबाद में इस हब की स्थापना की घोषणा की। उन्‍होंने कहा कि टीएआईएच की स्थापना का मुख्य लक्ष्य 2035 तक दुनिया के शीर्ष 20 एआई हब में राज्य को शामिल कराना है। यह हब विभिन्न क्षेत्रों में एआई-आधारित नवाचार, अनुसंधान और सहयोग के लिए एक केंद्र बिंदु के रूप में कार्य करेगा। श्री बाबू ने कहा कि राज्य सरकार तेलंगाना को एआई अनुसंधान और नवाचार के एक केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए उत्सुक है। उन्होंने कहा कि सरकार एक व्यापक एआई पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रही है ताकि भारत में एआई के बारे में सोचते समय तेलंगाना का नाम सबसे पहले दिमाग में आएगा।

5. पेरू ने मेक्सिको के साथ राजनयिक संबंध समाप्‍त करने की घोषणा की

पेरू की पूर्व प्रधानमंत्री बेट्सी शावेज़ को शरण देने के फैसले के बाद पेरू ने मेक्सिको के साथ राजनयिक संबंध समाप्‍त करने की घोषणा की है। सुश्री शावेज़ पर पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो का 2022 में तख्तापलट करने से संबंधित आरोप हैं। पेरू के विदेश मंत्री ह्यूगो डी ज़ेला ने मेक्सिको के इस कदम को गैर मित्रतापूर्ण कार्रवाई बताया है।

6. रक्षा संबंधों का विस्तार करने के लिए भारत और इस्राइल ने समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर

भारत और इस्राइल के बीच रक्षा सहयोग पर संयुक्त कार्य समूह की 17वीं बैठक तेलअबीब में हुई। बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और इस्राइल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल अमीर बारम ने की। बैठक में दोनों देशों के बीच आपसी रक्षा संबंधों का विस्तार करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता दोनों देशों के बीच पहले से ही मजबूत रक्षा सहयोग को और प्रगाढ़ करने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण तथा नीतिगत दिशा प्रदान करेगा। इससे उन्नत तकनीक का आदान-प्रदान संभव होगा। दोनों पक्षों ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य में सहयोग के संभावित क्षेत्रों के साथ-साथ परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने पर भी चर्चा की। उन्होंने आतंकवाद की साझा चुनौतियों सहित विभिन्न मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया। आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए दोनों देशों ने सामूहिक संकल्प व्‍यक्‍त किया।

7. सिंधिया ने पूर्वोत्तर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को भूपेन हजारिका पुरस्कार प्रदान किए

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री के रूप में गुवाहाटी में आयोजित एक सांस्कृतिक समारोह में “भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका राष्ट्रीय पुरस्कार” प्रदान किए। सरहद, पुणे द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम भूपेन हजारिका की शताब्दी वर्षगांठ को समर्पित था और भारत के इस महान संगीतकार की कला के माध्यम से एकता के संदेश को श्रद्धांजलि देने का अवसर बना। डॉ. भूपेन हजारिका, जिन्हें स्नेहपूर्वक “भूपेन दा” कहा जाता है, केवल एक महान संगीतकार और कवि ही नहीं, बल्कि भारत की विविधता को एक सूत्र में पिरोने वाले सांस्कृतिक प्रतीक थे। उनकी रचनाओं ने विशेषकर पूर्वोत्तर भारत की जनता के जीवन, संघर्ष और आकांक्षाओं को स्वर दिया। उनके नाम पर राष्ट्रीय पुरस्कार की स्थापना, भारत में “सांस्कृतिक समन्वय और संवेदना के युग” को सम्मानित करने का प्रतीक है। यह वर्ष विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह डॉ. हजारिका की 100वीं जयंती का प्रतीक भी है। डॉ. भूपेन हजारिका राष्ट्रीय पुरस्कार इस वर्ष पूर्वोत्तर भारत के छह विशिष्ट व्यक्तित्वों को प्रदान किए गए, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में साहित्य, संस्कृति और कला की समृद्ध परंपरा को सहेजने और आगे बढ़ाने में अमूल्य योगदान दिया है।

  1. येशे दोरजी थोंगची (अरुणाचल प्रदेश) – लोककथाओं और समकालीन विषयों को जोड़ने वाले प्रख्यात लेखक।
  2. लैशराम मेमा (मणिपुर) – मणिपुरी भाषा और परंपराओं की संरक्षणकर्ता प्रमुख साहित्यकार।
  3. रजनी बसुमतारी (असम) – महिलाओं के मुद्दों और ग्रामीण जीवन पर केंद्रित प्रसिद्ध अभिनेत्री व फिल्मकार।
  4. एल. आर. सैलो (मिजोरम) – मिजो साहित्य को बढ़ावा देने वाले लेखक और अनुवादक।
  5. डॉ. सूर्य कांत हजारिका (असम) – असम के साहित्यिक विकास पर विस्तृत शोध करने वाले विद्वान व सांस्कृतिक इतिहासकार।
  6. प्रो. डेविड आर. सियेमलिएह (मेघालय) – पूर्वोत्तर की पहचान और इतिहास पर अपने अकादमिक कार्यों के लिए प्रसिद्ध इतिहासकार एवं पूर्व यूपीएससी अध्यक्ष।

8. चीन ने टीएमएसआर में पहली बार थोरियम-यूरेनियम ईंधन रूपांतरण में सफलता प्राप्त की

परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए, चीन ने पहली बार थोरियम से यूरेनियम (Thorium-to-Uranium) ईंधन रूपांतरण को एक थोरियम मोल्टन सॉल्ट रिएक्टर (TMSR) के भीतर सफलतापूर्वक संपन्न किया है — जो विश्व का एकमात्र परिचालित रिएक्टर है। 3 नवंबर 2025 को घोषित यह सफलता चौथी पीढ़ी की परमाणु तकनीक के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो भविष्य के लिए अधिक सुरक्षित, दक्ष और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की दिशा में मार्ग प्रशस्त करती है। थोरियम मोल्टन सॉल्ट रिएक्टर एक उन्नत परमाणु ऊर्जा प्रणाली है, जिसमें शीतलक (coolant) के रूप में पानी की जगह पिघला हुआ नमक (molten salt) उपयोग होता है,और ईंधन के रूप में थोरियम प्रयुक्त किया जाता है। यह प्रणाली थोरियम से अधिक ऊर्जा निकाल सकती है, जितनी पारंपरिक रिएक्टर यूरेनियम से प्राप्त कर पाते हैं, और कम परमाणु अपशिष्ट उत्पन्न करती है। थोरियम-232 (Th-232) प्राकृतिक रूप से प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, लेकिन यह प्रत्यक्ष रूप से विखंडनीय (fissile) नहीं होता। इसे न्यूट्रॉन अवशोषण के माध्यम से यूरेनियम-233 (U-233) में परिवर्तित करना पड़ता है। चीन की इस उपलब्धि में यह रूपांतरण TMSR के भीतर सफलतापूर्वक किया गया, जो थोरियम ईंधन चक्र की प्रायोगिक पुष्टि (proof of concept) है। यह उपलब्धि महत्वपूर्ण है क्योंकी यह थोरियम को अगली पीढ़ी के परमाणु ईंधन के रूप में प्रमाणित करती है। रिएक्टर के भीतर यू-233 का उत्पादन (breeding) संभव बनाती है। सतत, स्वच्छ और दीर्घकालिक परमाणु ऊर्जा प्रणालियों का मार्ग प्रशस्त करती है।

9. ओपनएआई और अमेजन में 38 अरब डॉलर का समझौता

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की वैश्विक परिदृश्य को नया रूप देने वाले एक ऐतिहासिक कदम में, OpenAI और Amazon Web Services (AWS) ने 38 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹3.17 लाख करोड़) की साझेदारी की घोषणा की है। यह करार 3 नवम्बर 2025 को घोषित किया गया, जिसके तहत OpenAI अब अपने AI मॉडलों — जिनमें ChatGPT भी शामिल है — को AWS के विशाल क्लाउड नेटवर्क पर संचालित और विस्तारित कर सकेगा। यह सहयोग AI इतिहास के सबसे बड़े कंप्यूट (compute) इंफ्रास्ट्रक्चर परिनियोजन में से एक माना जा रहा है, जिसमें लाखों CPUs और लाखों NVIDIA GPUs का उपयोग शामिल है।

10. SBI ने कर्मचारी प्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए ‘एसबीआई-स्टार’ पुरस्कार शुरू किया

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने कर्मचारियों के बहुआयामी व्यक्तित्व को सम्मानित करने के लिए एक अनूठी पहल की शुरुआत की है — “SBI-STAR” (Staff Talent Acknowledgement & Recognition)। इस पहल की घोषणा 2 नवम्बर 2025 को की गई, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों को न केवल पेशेवर रूप में, बल्कि कलाकार, खिलाड़ी, स्वयंसेवक और परिवर्तनकारी नागरिक के रूप में भी सम्मानित करना है। यह वार्षिक पुरस्कार कार्यक्रम कर्मचारियों की व्यक्तिगत उत्कृष्टता को कार्यस्थल से परे पहचान देने के लिए तैयार किया गया है, जिससे SBI की समग्र कल्याण और मानव-केंद्रित नेतृत्व के प्रति प्रतिबद्धता और मजबूत होती है। SBI-STAR भारत के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, द्वारा शुरू किया गया एक वार्षिक कर्मचारी उत्कृष्टता पुरस्कार है, जो कर्मचारियों की विविध व्यक्तिगत उपलब्धियों को पहचानने के लिए बनाया गया है।

11. ICC ODI Rankings: नंबर वन बल्लेबाज बनीं लौरा वोल्वार्ड्ट, दूसरे नंबर पर मंधाना

हाल में संपन्न महिला विश्व कप की शीर्ष स्कोरर रहीं दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट आईसीसी द्वारा जारी बल्लेबाजों की वनडे रैंकिंग में नंबर वन बन गई हैं। वोल्वार्ड्ट ने भारत की स्मृति मंधाना से नंबर दो पर हैं। लौरा वोल्वार्ड्ट के वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने में वनडे विश्व कप 2025 में उनके प्रदर्शन का बेहद अहम रोल रहा। वोल्वार्ड्ट ने दक्षिण अफ्रीका के लिए कप्तान के साथ-साथ एक सफल बल्लेबाज की भूमिका भी निभाई। सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 169 रन की पारी खेलने वाली इस खिलाड़ी ने फाइनल में भारत के लिए 101 रन की पारी खेली। अफ्रीकी कप्तान ने 9 मैचों में 2 शतक और 3 अर्धशतक की मदद से टूर्नामेंट में सर्वाधिक 571 रन बनाए। मंधाना दूसरे नंबर पर रहीं। मंधाना ने 9 मैचों में 1 शतक और 2 अर्धशतक लगाते हुए 434 रन बनाए। वह टूर्नामेंट की दूसरी शीर्ष स्कोरर रहीं। आईसीसी की वनडे की बल्लेबाजों की रैंकिंग में मंधाना 811 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर चली गई हैं। मंधाना के अलावा शीर्ष 10 में भारत की जेमिमा रोड्रिग्स हैं। 9 स्थान की छलांग लगाते हुए रोड्रिग्स दसवें स्थान पर पहुंच गई हैं। इसमें सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी 127 रन की नाबाद पारी का अहम योगदान रहा। ऑस्ट्रेलिया की एश्ले गार्डनर तीसरे, इंग्लैंड की नेट सेवियर ब्रंट चौथे, ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी पांचवें, ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हिली छठे, न्यूजीलैंड की सोफी डिवाइन सातवें, ऑस्ट्रेलिया की एल्सी पेरी आठवें, और वेस्टइंडीज की हिली मैथ्यू नौवें नंबर पर हैं।

12. मराठी फिल्‍मों की मशहूर अभिनेत्री दया डोंगरे का 85 वर्ष की उम्र में निधन

मराठी रंगमंच और फिल्‍मों की जानी मानी अभिनेत्री दया डोंगरे का कल 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनका जन्म 11 मार्च, 1940 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था। संगीत में रुझान रखने वाली दया डोंगरे को ऑल इंडिया रेडियो गायन प्रतियोगिता जीतने के बाद पहचान मिली। उन्‍होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से भी शिक्षा प्राप्त की। दया डोंगरे ने मराठी टीवी धारावाहिकों “तुझी माझी जोड़ी जमली रे”, “नंदा सौख्य भरे”, “याचसती केला होता अट्ठाहास” और “लेकुरे उड़ंद जाली” में अपने सशक्‍त अभिनय से दर्शकों का दिल जीता।

13. उत्तर कोरिया के राष्ट्र प्रमुख रहे किम योंग नाम का निधन

उत्तर कोरिया के पूर्व औपचारिक राष्ट्राध्यक्ष और किम वंश के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले नेताओं में से एक किम योंग नाम (Kim Yong Nam) का 97 वर्ष की आयु में निधन हो गया। राज्य मीडिया ने 4 नवम्बर 2025 को उनके निधन की पुष्टि की। किम योंग नाम अपनी अडिग निष्ठा, सात दशक से अधिक की राजनीतिक सेवा, और किम शासन के प्रति वफादारी के लिए जाने जाते थे। उनका निधन उत्तर कोरियाई नौकरशाही के एक ऐतिहासिक युग का अंत माना जा रहा है। किम योंग नाम का राजनीतिक करियर सात दशकों से अधिक चला — जो उत्तर कोरिया के इतिहास में सबसे लंबे प्रशासनिक कार्यकालों में से एक था।वे 1998 से अप्रैल 2019 तक सर्वोच्च जनसभा (Supreme People’s Assembly) के प्रेसीडियम के अध्यक्ष रहे — यह पद उन्हें उत्तर कोरिया का औपचारिक राष्ट्राध्यक्ष बनाता था, हालांकि वास्तविक सत्ता सदैव किम परिवार के पास रही।

14. अमरीका के पूर्व उपराष्ट्रपति डिक चेनी का 84 वर्ष की आयु में निधन

अमरीका के पूर्व उपराष्ट्रपति डिक चेनी का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। श्री चेनी लंबे समय से हृदय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। उन्हें 37 वर्ष की आयु में पहली बार दिल का दौरा पड़ा। वर्ष 2012 में उनका हृदय प्रत्यारोपण हुआ था। राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में रक्षा मंत्री बनने से पहले व्योमिंग से संसद सदस्य रहे श्री चेनी ने 1991 के खाड़ी युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने 2001 से 2009 तक राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के समय उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था

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