11–13 minutes
1. भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास “ऑस्ट्राहिंद 2025” का चौथा संस्करण पर्थ में होगा शुरू
भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास “ऑस्ट्राहिंद 2025” का चौथा संस्करण ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में शुरू होगा। रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि एक सौ बीस सैनिकों वाली भारतीय सेना की एक टुकड़ी इस वार्षिक अभ्यास में भाग लेने के लिए कल रवाना हुई। इसका समापन इस महीने की 26 तारीख को होगा। भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व गोरखा राइफल्स की एक बटालियन और अन्य सेनाओं के सैनिक कर रहे हैं। यह अभ्यास खुले और अर्ध-रेगिस्तानी इलाकों में संयुक्त कंपनी-स्तरीय अभियानों पर केंद्रित होगा। यहां सैनिक संयुक्त योजना, सामरिक अभ्यास और विशेष हथियार कौशल जैसे विभिन्न मिशनों को अंजाम देंगे।
2. भारतीय सेना 14 अक्तूबर से नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सैन्य योगदानकर्ता देशों के प्रमुखों के सम्मेलन की करेगी मेजबानी
भारतीय सेना 14 से 16, अक्टूबर 2025 तक नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सैन्य योगदानकर्ता देशों (यूएनटीसीसी) के प्रमुखों के सम्मेलन की मेजबानी करेगी। इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में अहम योगदान देने वाले 32 देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी एक साथ उपस्थित होंगे। दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में सैन्य योगदान देने वाले देशों के प्रतिनिधिमंडलों के कल राष्ट्रीय राजधानी पहुँचने की उम्मीद है। सम्मेलन में अल्जीरिया, आर्मेनिया, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, ब्राज़ील, बुरुंडी, कंबोडिया, मिस्र, इथियोपिया, फिजी, फ्रांस, घाना, इटली, कज़ाकिस्तान, केन्या, किर्गिस्तान, मेडागास्कर, मलेशिया, मंगोलिया, मोरक्को, नेपाल, नाइजीरिया, पोलैंड, रवांडा, श्रीलंका, सेनेगल, तंजानिया, थाईलैंड, युगांडा, उरुग्वे और वियतनाम भाग लेंगे।
3. सेशेल्स में विपक्षी नेता पैट्रिक हर्मिने ने जीता राष्ट्रपति चुनाव
सेशेल्स के विपक्षी नेता पैट्रिक हर्मिने ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। उन्होंने निवर्तमान राष्ट्रपति वावेल रामकलावन को रन-ऑफ मतदान में मात दी। श्री हर्मिने को 52.7 प्रतिशत से अधिक मत मिले जबकि रामकलावन को 47.3 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए। श्री हर्मिने यूनाइटेड सेशेल्स पार्टी के उम्मीदवार थे जो चार दशकों तक सत्ता में रहने के बाद वर्ष 2020 में चुनाव हारे थे। श्री हर्मिने को जादू-टोने का पक्षधर होने के आरोप में 2023 में गिरफ्तार किया गया था। वे 2007 से 2016 तक संसद के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
4. तीन भारतीय बंदरगाहों को हरित हाइड्रोजन केंद्र नामित किया गया
भारत ने भविष्य-सज्जित हरित ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) ने राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत तीन प्रमुख बंदरगाहों को ग्रीन हाइड्रोजन हब के रूप में औपचारिक रूप से मान्यता दी है। ये बंदरगाह होंगे:
- दीनदयाल पोर्ट (गुजरात)
- वी.ओ. चिदंबरनार पोर्ट (तमिलनाडु)
- परादीप पोर्ट (ओडिशा)
यह घोषणा भारत की साफ-सुथरी ऊर्जा संक्रमण और 2070 तक नेट-जीरो उत्सर्जन लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत, भारत ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और निर्यात का वैश्विक केंद्र बनने का लक्ष्य रखता है। ये हब समग्र ज़ोन के रूप में कार्य करेंगे जहाँ साफ हाइड्रोजन का उत्पादन, भंडारण, परिवहन और विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किया जाएगा, जैसे कि शिपिंग, लॉजिस्टिक्स, उर्वरक और रिफाइनिंग।
5. महाराष्ट्र के 5 समुद्र तटों को दिया गया अंतर्राष्ट्रीय ब्लू फ्लैग का प्रमाण पत्र
महाराष्ट्र के पाँच समुद्र तटों को अंतर्राष्ट्रीय ब्लू फ्लैग का प्रमाण पत्र दिया गया है। इस सूची में रायगढ़ ज़िले के श्रीवर्धन, नागांव, पालघर के परनाका, रत्नागिरी ज़िले के गुहागर और लाडघर समुद्र तट शामिल हैं। यह जानकारी महाराष्ट्र की महिला और बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने दी है। अंतर्राष्ट्रीय ब्लू फ्लैग प्रमाण पत्र डेनमार्क के पर्यावरण शिक्षा फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। यह प्रमाण पत्र उन समुद्र तटों को दिया जाता है जो स्वच्छता, सुंदरता और पर्यावरणीय स्थिरता से संबंधित 33 मानदंडों को पूरा करते हैं। इस मूल्यांकन में पर्यावरण शिक्षा, जल गुणवत्ता, सुरक्षा, पर्यावरण प्रबंधन और सार्वजनिक सुविधाओं जैसे पहलुओं को शामिल किया गया है।
6. जलवायु परिवर्तन दुनिया के प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थलों के लिए बन रहा है बड़ा खतरा
अबू धाबी में आईयूसीएन कांग्रेस में जारी आईयूसीएन विश्व धरोहर आउटलुक 4 के अनुसार जलवायु परिवर्तन दुनिया के प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थलों के लिए सबसे बड़ा खतरा बनकर उभरा है, जिससे लगभग आधे स्थल प्रभावित हो रहे हैं। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि 43 प्रतिशत प्राकृतिक स्थल अब गंभीर जलवायु संबंधी जोखिमों का सामना कर रहे हैं, जो अन्य सभी दबावों से कहीं अधिक है, जबकि आक्रामक विदेशी प्रजातियाँ 30 प्रतिशत स्थलों को प्रभावित कर रही हैं। वन्यजीवों और पौधों की बीमारियों से प्रभावित स्थलों की संख्या में भी तेज़ी से वृद्धि हुई है, जो 2020 में दो प्रतिशत से बढ़कर 2025 में नौ प्रतिशत हो गई है। 2014 से एक दशक के वैश्विक आकलन पर आधारित यह आउटलुक, प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थलों की स्थिति का अब तक का सबसे व्यापक विश्लेषण प्रदान करता है। यह उनके संरक्षण की स्थिति में निरंतर गिरावट को दर्शाता है, सकारात्मक दृष्टिकोण दिखाने वाले स्थलों का अनुपात 2020 में 62 प्रतिशत से गिरकर इस वर्ष 57 प्रतिशत हो गया है। अपनी जैव विविधता के लिए पहचाने जाने वाले क्षेत्र सबसे अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों में शामिल हैं।
7. दिल्ली घोषणापत्र ने COP30 में वैश्विक दक्षिणी शहरों को ऊंचा स्थान दिलाया
जलवायु परिवर्तन पर आगामी संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन कॉप 30 के लिए एजेंडा प्रदान करते हुए, 8 और 9 अक्टूबर को नई दिल्ली में आयोजित पहला एराइज सिटीज़ फ़ोरम 2025 का दिल्ली घोषणापत्र वैश्विक जलवायु लक्ष्यों पर स्थानीय कार्रवाई करने संबंधी प्रमुख परिणाम बनकर उभरा है। यह घोषणापत्र, मज़बूत बहुस्तरीय सहयोग और त्वरित शहरी जलवायु कार्रवाई के साझा आह्वान द्वारा विभिन्न विकासशील देशों की आवाज़ बुलंद करता है। इस फ़ोरम की सह-मेज़बानी आईसीएलईआई- दक्षिण एशिया और राष्ट्रीय शहरी कार्य संस्थान – एनआईयूए ने की। अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन- आईसीएलईआई- स्थानीय सरकारों की संवहनीयता के लिए काम करती है। 2025 का संस्करण “From Bharat to Belém” विषय पर आधारित था और इसमें मेयर, नगरपालिका, राष्ट्रीय और वैश्विक हितधारक शामिल हुए। 30वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन- कॉप 30 के कार्य एजेंडे के साथ संरेखित होकर और वैश्विक समीक्षा के परिणामों को प्रतिध्वनित करके यह संकेत देता है कि शहरी नेतृत्व पेरिस समझौते के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सबसे अहम है। यह घोषणापत्र जलवायु परिवर्तन से निपटने में उत्सर्जन कटौती के राष्ट्रीय स्तर पर संशोधित योगदान – एनडीसी 3.0, जलवायु वित्त समानता और वैश्विक नीति में स्थानीय प्राथमिकताओं के व्यवस्थित समावेश द्वारा उप-राष्ट्रीय योगदानों को मान्यता देने के लिए स्थानीय सरकार और नगरपालिका प्रशासन -एलजीएमए की दीर्घकालिक वकालत मज़बूत करता है।
8. कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण संग्रहालय को मिलेगा नया विंग
कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण संग्रहालय का चौथा ब्लॉक बनने जा रहा है, जो भगवान कृष्ण और महाभारत से जुड़ी समृद्ध विरासत को और विस्तारित करेगा। यह पहल कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (KDB) द्वारा की जा रही है, जिसका उद्देश्य संग्रहालय अनुभव को नया रूप देना, पर्यटकों को आकर्षित करना और 48-कोस कुरुक्षेत्र की धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर को उजागर करना है। श्रीकृष्ण संग्रहालय भारत के अकेले ऐसे संग्रहालयों में से एक है जो भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह संग्रहालय उनके अवतारों और महाभारत काल के सांस्कृतिक संदर्भ को प्रदर्शित करता है।
स्थापना: 1987
वर्तमान भवन में स्थानांतरण: 1991
अब तक दो विस्तार हुए: दूसरा ब्लॉक (1995) और तीसरा ब्लॉक (2012)
9. पूर्व ब्रिटिश PM ऋषि सुनक बने Microsoft और Anthropic के एडवाइजर
पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने वैश्विक प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नई भूमिकाएँ ग्रहण की हैं। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और एंथ्रोपिक (Anthropic), एक प्रमुख कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) कंपनी, में वरिष्ठ सलाहकार (Senior Adviser) के रूप में भाग-कालिक, गैर-नीति भूमिकाएँ संभाली हैं। इन भूमिकाओं में सुनक सामरिक मार्गदर्शन (strategic guidance) देंगे, विशेषकर आर्थिक और भू-राजनीतिक रुझानों पर, और यह उनके सार्वजनिक कार्यालय से अंतरराष्ट्रीय कॉर्पोरेट जुड़ाव की ओर संक्रमण को दर्शाता है।
10. कैस्ट्रॉल इंडिया के एमडी ने इस्तीफा दिया, अंतरिम सीईओ नियुक्त
भारत की अग्रणी लुब्रिकेंट कंपनी कैस्ट्रोल इंडिया (Castrol India) में नेतृत्व परिवर्तन होने जा रहा है। कंपनी के वर्तमान प्रबंध निदेशक (Managing Director) केदार लेले दिसंबर 2025 के अंत में पद छोड़ देंगे, ताकि वे “नई अवसरों की तलाश” कर सकें। उनके स्थान पर सौगाता बसुराय (Saugata Basuray) को जनवरी 2026 से अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Interim CEO) नियुक्त किया गया है। वे अपने वर्तमान पद “पूर्णकालिक निदेशक एवं बी2सी बिक्री प्रमुख (Wholetime Director & Head, B2C Sales)” के रूप में कार्यरत रहेंगे।
11. अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट में तीन ऐतिहासिक पहलों का शुभारंभ
गोवा 11 अक्टूबर अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट के दूसरे दिन दिव्यांगजनों के लिए सुनने, पढ़ने और लिखने की सुगमता को सुदृढ़ करने हेतु तीन परिवर्तनकारी पहलों का शुभारंभ किया गया। यह समावेशी शिक्षा और कौशल विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पहला बड़ा शुभांरभ दिव्यांगजनों के लिए आईईएलटीएस प्रशिक्षण पुस्तिका थी। इसे बिलीव इन द इनविजिबल (बीआईटीआई) ने केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) के सहयोग से विकसित किया है। बीआईटीआई की सह-संस्थापक और ब्रिटिश काउंसिल-प्रमाणित आईईएलटीएस प्रशिक्षक अंजलि व्यास द्वारा लिखित यह पुस्तिका अपनी तरह का पहला समावेशी संसाधन है, जिसे दिव्यांगजनों (पीडब्ल्यूडी) के लिए आईईएलटीएस की तैयारी को सुलभ, संरचित और शिक्षार्थी-अनुकूल बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
दूसरी महत्वपूर्ण घोषणा भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (आईएसएलआरटीसी) नई दिल्ली (दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय केंद्र सरकार) द्वारा की गई। यह भारतीय सांकेतिक भाषा के विकास, अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए समर्पित शीर्ष संस्थान है। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की कौशल प्रशिक्षण पहल के अंतर्गत आईएसएलआरटीसी ने 11 अगस्त से 29 अगस्त 2025 तक आईएसएलआरटीसी नई दिल्ली में ऑफ़लाइन मोड में एसओडीए (बधिर वयस्कों के भाई-बहन) और सीओडीए (बधिर वयस्कों के बच्चे) के लिए पूर्व शिक्षा की मान्यता (आरपीएल) – आईएसएल व्याख्या में प्रमाणन (सीआईएसएलआई) / कौशल पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
भारतीय सांकेतिक भाषा पेशेवरों को अंतर्राष्ट्रीय अनुभव प्राप्त करने की बढ़ती आवश्यकता के लिए आईएसएलआरटीसी ने अमेरिकी सांकेतिक भाषा (एएसएल) और ब्रिटिश सांकेतिक भाषा (बीएसएल) पर एक विशेष बुनियादी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की भी घोषणा की।
12. केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) मुख्यालय में बहु- आपदा पूर्व चेतावनी डीएसएस और “मौसमग्राम” की समीक्षा की
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), तथा प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का दौरा किया और आईएमडी द्वारा विकसित वेब-जीआईएस आधारित बहु-आपदा पूर्व चेतावनी निर्णय सहायता प्रणाली (डीएसएस) की समीक्षा की। डॉ. जितेंद्र सिंह ने “मौसमग्राम” (हर हर मौसम, हर घर मौसम) की भी समीक्षा की, जो नागरिक-केंद्रित प्लेटफ़ॉर्म है जो गाँव स्तर तक अति-स्थानीय, स्थान-विशिष्ट मौसम पूर्वानुमान प्रदान करता है। यह प्रणाली अगले 36 घंटों के लिए प्रति घंटे, अगले पाँच दिनों के लिए तीन घंटे और अधिकतम दस दिनों के लिए छह घंटे का पूर्वानुमान करेगी। नागरिक पिन कोड, स्थान के नाम या अपने राज्य, ज़िले, ब्लॉक और ग्राम पंचायत का चयन करके आसानी से मौसम की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
JOIN TELEGRAM : https://t.me/guruggkwala
THNKS TO SUPPORT GURUGGKWALA
