7 June 2025 Current Affairs -GurugGkwala

8–12 minutes


1. पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में चिनाब पुल का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में चिनाब रेलवे पुल का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने पुल के निर्माण के दौरान आने वाली तकनीकी कठिनाइयों को दर्शाने वाली फोटो प्रदर्शनी का दौरा किया। यह पुल 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च पुल है। यह पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। इसकी लंबाई 1,315 मीटर है। इसे भूकंप और तेज हवाओं का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है। जम्मू-कश्मीर के रियासी में बक्कल और कौरी के बीच बना आर्क ब्रिज नदी तल से 1,178 फीट ऊपर है, जो कटरा से बनिहाल तक एक महत्वपूर्ण संपर्क बनाता है। वहीं अंजी पुल भारत का पहला केबल आधारित रेल पुल है। दोनों पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक-यूएसबीआरएल का हिस्‍सा हैं। 272 किलोमीटर की यूएसबीआरएल परियोजना लगभग 44 हजार करोड़ रूपये की लागत से निर्मित की गई है। यूएसबीआरएल परियोजना पूरी तरह से विधुतीकृत खंड है। इसमें 36 सुंरग और 943 पुल शामिल हैं।

2. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कनाडा में होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी इस महीने के अंत में कनाडा में होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने फोन पर श्री मोदी से बातचीत की। श्री मोदी ने कनानास्किस में जी-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

3. किरण रिजिजू ने लॉन्च किया UMEED पोर्टल, वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में आएगी पारदर्शिता

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य और संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने शुक्रवार को नई दिल्ली में UMEED Central Portal का शुभारंभ किया। यह पोर्टल भारत में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। UMEED का पूरा नाम है- Unified Waqf Management, Empowerment, Efficiency, and Development Act, 1995। इसके तहत विकसित यह केंद्रीय पोर्टल वक्फ संपत्तियों की रियल-टाइम अपलोडिंग, सत्यापन और निगरानी की सुविधा देगा। इसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के उपयोग को सही दिशा में ले जाना और कमजोर तबकों के कल्याण में योगदान देना है। यह डिजिटल प्लेटफार्म वक्फ संपत्तियों की जियो-टैगिंग, जीआईएस मैपिंग और ई-गवर्नेंस टूल्स के साथ एकीकृत है, जिससे संपत्तियों की पहचान और प्रबंधन आसान हो सके। पोर्टल में ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली भी है, जिससे आम नागरिक अपनी समस्याएं दर्ज कर सकें और उनका समाधान ट्रैक कर सकें।

4. आईएनएस अर्नाला : भारत का पहला एंटी-सबमरीन युद्धपोत 18 जून को नौसेना में होगा शामिल

भारत का पहला एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वॉटर क्राफ्ट ‘आईएनएस अर्नाला’ 18 जून 2025 को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। यह कार्यक्रम विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड में आयोजित होगा, जिसकी अध्यक्षता चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान करेंगे। यह युद्धपोत खासतौर पर पानी के नीचे निगरानी, तलाशी एवं बचाव अभियान और हल्के समुद्री ऑपरेशनों के लिए तैयार किया गया है। बता दें कि आईएनएस अर्नाला की लंबाई 77 मीटर है और इसका वजन 1490 टन है। यह डीजल इंजन-वॉटरजेट संयोजन से संचालित होता है, जिससे यह तकनीक आधारित भारत का सबसे बड़ा युद्धपोत बन गया है। इस युद्धपोत की खास बात यह है कि यह तटीय जल में पनडुब्बियों के खिलाफ युद्ध करने की पूरी क्षमता रखता है। साथ ही इसमें माइन बिछाने की उन्नत प्रणाली भी मौजूद है। इस युद्धपोत में 80 प्रतिशत से अधिक सामग्री स्वदेशी है। इसे कोलकाता की गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने एलएंडटी शिपबिल्डर्स के साथ मिलकर पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर तैयार किया है। यह युद्धपोत ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इसे 8 मई 2025 को भारतीय नौसेना को सौंपा गया था। अर्नाला, 16 स्वदेशी युद्धपोतों की श्रृंखला का पहला जहाज है और इसका नाम महाराष्ट्र के वसई तट के पास स्थित ऐतिहासिक अर्नाला किले के नाम पर रखा गया है, जिसे 1737 में चिमाजी आप्पा ने बनवाया था। यह नाम भारत की समुद्री रक्षा परंपरा और साहस की प्रतीकता को दर्शाता है।

5. केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने नई दिल्ली में भारतीय भाषा अनुभाग का शुभारंभ किया

गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्‍ली में भारतीय भाषा अनुभाग का उद्घाटन किया। श्री शाह ने कहा कि यह अनुभाग प्रशासन को विदेशी भाषाओं के प्रभाव से मुक्‍त कराने में ऐतिहासिक सिद्ध होगा। उन्‍होंने कहा कि मातृ भाषा में सोचने, विश्‍लेषण करने और निर्णय लेने की प्रक्रिया से ही क्षमता का पूरा इस्‍तेमाल संभव है। उन्‍होंने कहा कि सभी स्‍थानीय भाषाओं को सुदृढ़ बनाकर ही भारत गौरवशाली स्थिति प्राप्‍त कर सकता है।

6. प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए हिमाचल प्रदेश छात्रों को देगा स्टील की बोतलें

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए स्कूली बच्चों को छह लाख स्टेनलेस स्टील की बोतलें वितरित करने की सरकारी पहल की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने 5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस पर शिमला में आयोजित एक समारोह में कई पहलों की घोषणा की। यह कार्यक्रम राज्य सरकार की पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा जलवायु परिवर्तन विभाग और हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। 2025 के विश्व पर्यावरण दिवस का विषय प्लास्टिक प्रदूषण को हराना है। यह प्लास्टिक, विशेष रूप से एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक से विश्व पर्यावरण को होने वाले खतरों पर केंद्रित है। इस समारोह में मुख्य मंत्री ने प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए कई कदमों की घोषणा की।

7. एस. महेंद्र देव प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष नियुक्त

प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और एक्सिस बैंक के पूर्व स्वतंत्र निदेशक एस. महेंद्र देव को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। ईएसी-पीएम के अध्यक्ष का पद नवंबर 2024 से रिक्त है, जब तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. बिबेक देबरॉय का 1 नवंबर 2024 को निधन हो गया था। 2017 में इसके गठन के बाद से एस. महेंद्र देव ईएसी-पीएम के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। ईएसी-पीएम के अध्यक्ष का कोई निश्चित कार्यकाल नहीं होता है और वह केंद्र सरकार की इच्छा पर ही इस पद पर बने रहते हैं। इसका मतलब है कि सरकार उन्हें कभी भी बर्खास्त कर सकती है।

8. बहरीन, लातविया और 3 अन्य देश 26-27 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल हुए

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लातविया, बहरीन, कोलंबिया, लाइबेरिया और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य को दो साल के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नए गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुना है। नव निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल 1 जनवरी 2026 से शुरू होगा और 31 दिसंबर 2027 को समाप्त होगा। पूर्वी यूरोप का एक छोटा सा देश लातविया पहली बार सुरक्षा परिषद के लिए चुना गया है। राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य हैं। पांच सदस्य – चीन, रूस, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका – स्थायी सदस्य हैं और उनके पास वीटो पावर है। दस गैर-स्थायी सदस्यों को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दो साल के लिए चुना जाता है। प्रारंभ में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 11 सदस्य थे, जिनमें से छह अस्थायी थे। 1965 में अस्थायी सदस्यों की संख्या बढ़कर दस कर दी गई।

9. बांग्लादेश: देश के अगले आम चुनाव अगले वर्ष अप्रैल के पहले पखवाड़े में होंगे- डॉ. मुहम्मद यूनुस

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार डॉ. मुहम्मद यूनुस ने घोषणा की है कि देश के अगले आम चुनाव अगले वर्ष अप्रैल के पहले पखवाड़े में होंगे। उन्होंने ईद-उल-अजहा की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि चुनाव आयोग उचित समय पर चुनावों के लिए एक विस्तृत अधिसूचना जारी करेगा।

10. क्या है सिंदूर का पेड़ ? जिसे पीएम मोदी की पोस्ट के बाद गूगल पर खूब खोजा गया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास के बगीचे में एक सिंदूर का पौधा लगाकर की। प्रधानमंत्री के इस कदम को ऑपरेशन सिंदूर के अपार सफलता से प्रतीकात्मक तौर पर जोड़कर देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री को ये पौधा उनके गुजरात दौरे पर 1971 के युद्ध के दौरान उल्लेखनीय साहस दिखाने वाली महिलाओं के एक समूह ने तोहफे में दिया था, जिसे प्रधानमंत्री ने स्वयं अपने हाथों से रोपा। देश में हर सुहागन स्त्री के लिए सिंदूर सबसे महत्वपूर्ण श्रृंगार माना जाता है। यूं तो आज बाजारों में केमिकल युक्त सिंदूर मिलते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिंदूर पेड़ पर कैसे भी उगता है? इसे सिंदूर या कुमकुम का पेड़ कहा जाता है, अंग्रेजी में इसके कई नाम हैं जैसे बिक्सा ओरेलाना, लिपस्टिक ट्री, कमाल ट्री आदि। इस पौधे पर गुच्छों में फल लगते हैं जिनके ऊपर नर्म कांटे होते हैं जो चुभते नहीं हैं। हरे रंग के ये फल पकने के बाद लाल हो जाते हैं और पकने के बाद तोड़ने पर अंदर से छोटे छोटे लाल रंग के बीज निकलते हैं। इस बीजों को अगर उंगली से दबाया जाये तो लाल रंग निकलता है जो कि सिंदूर होता है। इन बीजों को सुखाकर पीसा जाए तो ये सिंदूर का पाउडर तैयार मिल जायेगा।

11. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष तेन्नाला बालकृष्ण पिल्लई का 95 वर्ष की आयु में निधन

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष तेन्नाला बालकृष्ण पिल्लई का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे उम्र संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे और तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे थे। श्री पिल्लई कोल्लम जिले के सूरनद के रहने वाले थे। वे तीन बार राज्यसभा सांसद और दो बार विधानसभा के सदस्य चुने गए थे। वे दो बार केपीसीसी अध्यक्ष भी रहे।

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