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1. देश भर में 1,000 आईटीआई के आधुनिकीकरण के लिए पीएम सेतु योजना शुरू की गई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह (Skills Convocation) के दौरान प्रधानमंत्री कौशल संवर्धन एवं तकनीकी उन्नयन योजना (PM SETU – Prime Minister’s Skill Enhancement and Technical Upgradation) का शुभारंभ किया। ₹60,000 करोड़ के बजट वाली यह योजना देशभर के 1,000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITIs) को आधुनिक, उद्योगोन्मुख और रोजगार-उन्मुख केंद्रों में बदलने का लक्ष्य रखती है। यह महत्वाकांक्षी पहल “विकसित भारत @2047” के दृष्टिकोण से जुड़ी है, जिसका उद्देश्य एक नवाचार-प्रेरित और कौशलयुक्त कार्यबल (skilled workforce) तैयार करना है, जो वैश्विक उद्योगों की बदलती आवश्यकताओं को पूरा कर सके। पीएम-सेतु योजना के प्रथम चरण में राजस्थान के भरतपुर स्थित आईटीआई को हब के रूप में तथा आईटीआई धौलपुर, आईटीआई करौली, आईटीआई कामां (डीग) और आईटीआई बयाना को स्पोक संस्थानों के रूप में उन्नत किया जाना प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री कौशल संवर्धन एवं तकनीकी उन्नयन योजना (PM SETU) का उद्देश्य भारत की व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रणाली (vocational training ecosystem) को पुनर्जीवित करना है। इसके तहत ITIs को आधुनिक, प्रेरणादायक और उद्योग से जुड़े संस्थानों में बदला जाएगा।
2. गांधीनगर में भूमि एवं आपदा प्रबंधन पर राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू
देश में भूमि शासन के आधुनिकीकरण, आपदा प्रबंधन की सुदृढ़ता, और नागरिकों को सुरक्षित भूमि अधिकार प्रदान करने के उद्देश्य से दो दिवसीय “भूमि प्रशासन और आपदा प्रबंधन पर राष्ट्रीय सम्मेलन” 3 अक्टूबर 2025 को गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में आरंभ हुआ। यह आयोजन भूमि संसाधन विभाग (ग्रामीण विकास मंत्रालय) और गुजरात राजस्व विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया है। उद्घाटन सत्र में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि भूमि प्रशासन को डिजिटलीकरण और स्वदेशी तकनीक के माध्यम से नागरिक-केंद्रित बनाया जाना चाहिए, ताकि जमीनी स्तर पर सुरक्षित और पारदर्शी भूमि अधिकार सुनिश्चित किए जा सकें। सम्मेलन का उद्देश्य राज्यों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और नवाचारों का साझा मंच तैयार करना भी है।
3. ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती चरण के उपयोग के लिए अल्जाइमर ड्रग लेकेनमैब को मंजूरी दी
डिमेंशिया देखभाल के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए, ऑस्ट्रेलिया की Therapeutic Goods Administration (TGA) ने लेकेनेमैब (Lecanemab) को शुरुआती चरण के अल्ज़ाइमर रोग के उपचार के लिए मंज़ूरी दे दी है। सितंबर 2025 में लिया गया यह निर्णय ऑस्ट्रेलिया में बढ़ते अल्ज़ाइमर मामलों के बीच आया है — जो अब देश में मृत्यु का प्रमुख कारण बन चुका है। लेकेनेमैब इस बीमारी को संशोधित (disease-modifying) करने वाली केवल दूसरी दवा है जिसे ऑस्ट्रेलिया में नियामक स्वीकृति मिली है। हालांकि यह रोगियों के लिए आशा की किरण है, लेकिन लागत, उपलब्धता और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ भी उठी हैं।
4. हरिंदर बावेजा की संस्मरणात्मक पुस्तक ‘दे विल शूट यू, मैडम’ का विमोचन
वरिष्ठ पत्रकार हरिंदर बावेजा (Harinder Baweja) ने अपनी दुर्लभ और रोमांचक आत्मकथा ‘They Will Shoot You, Madam: My Life Through Conflict’ में अपने चार दशकों से अधिक के पत्रकारिता जीवन के अनुभवों को साझा किया है। यह पुस्तक 1 अक्टूबर 2025 को दिल्ली में लॉन्च की गई। इसमें उन्होंने भारत और दुनिया के कई संघर्षग्रस्त क्षेत्रों से की गई अपनी साहसी रिपोर्टिंग का वर्णन किया है। शीर्षक ही इस बात का प्रतीक है कि बावेजा का जीवन जोखिम, निडरता और सच्चाई की खोज से भरा रहा है — जहाँ कई बार साहस ने भय पर विजय पाई।
5. केरल में 5 अक्टूबर को रामचंद्रन संग्रहालय खुलेगा
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा 5 अक्टूबर 2025 को कोल्लम में भारत के प्रसिद्ध समकालीन कलाकार आ. रामचंद्रन के सम्मान में एक संग्रहालय का उद्घाटन किया जाएगा। यह श्रद्धांजलि उनके निधन के ठीक दो वर्ष से भी कम समय बाद दी जा रही है, जो उनके कला-परंपरा और योगदान को संरक्षित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। संग्रहालय श्री नारायण गुरु सांस्कृतिक परिसर, कोल्लम में स्थापित किया गया है, जो कला और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है।कोल्लम का चयन रामचंद्रन की केरल की सौंदर्य परंपराओं से गहरे जुड़ाव को दर्शाता है, हालांकि उनका पेशेवर जीवन मुख्य रूप से दिल्ली और राजस्थान में केंद्रित रहा। 1935 में तिरुवनंतपुरम के अट्टिंगल में जन्मे रामचंद्रन अपने स्मारकीय कैनवस, रंगीन तैल और जलरंग चित्रों के लिए जाने जाते थे। राष्ट्र के प्रति उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें 2005 में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
6. भारत और ब्रिटेन की नौसेनाओं के बीच द्विपक्षीय अभ्यास ‘कोंकण-2025’ शुरू
भारतीय नौसेना और ब्रिटेन की रॉयल नेवी के बीच द्विपक्षीय अभ्यास कोंकण-2025 भारत के पश्चिमी तट पर शुरू हुआ। ये अभ्यास सुरक्षित, खुले और समावेशी समुद्र के लिए दोनो देशों की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है और भारत-ब्रिटेन दृष्टिकोण-2035 में निहित रणनीतिक साझेदारी का उदाहरण प्रस्तुत करता है। यह अभ्यास 5 से 12 अक्टूबर 2025 तक दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। इसके बंदरगाह चरण में नौसेना कर्मियों के बीच पेशेवर बातचीत, क्रॉस-डेक दौरे, खेल कार्यक्रम और सांस्कृतिक आदान-प्रदान शामिल होंगे। इसके अलावा, संयुक्त कार्य समूह की बैठकें और विषय विशेषज्ञों के बीच चर्चा का भी कार्यक्रम है। समुद्री चरण में वायु, सतह और पनडुब्बी-रोधी युद्ध, उड़ान संचालन और अन्य नौसैन्य कौशल विकास पर केंद्रित जटिल समुद्री परिचालन अभ्यास शामिल होंगे।
7. केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले के कोपरगाव में देश के पहले सहकारी मल्टी-फ़ीड कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) प्लांट का उद्घाटन किया
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में भारत की पहली सहकार-आधारित सी.एन.जी और स्प्रे ड्रायर पोटाश ग्रेन्युल परियोजना का उद्घाटन किया। अहिल्यानगर जिले के कोपरगांव स्थित सहकार महर्षि शंकरराव कोल्हे सहकारी चीनी मिल में यह परियोजना शुरू की गयी है। श्री अमित शाह ने कहा कि आज भारत के पहले सहकारी कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र का उद्घाटन हुआ। इस परियोजना में लगभग 55 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। यह सीबीजी संयंत्र प्रतिदिन 12 टन सीबीजी का उत्पादन करेगा और गुड़ से 75 टन पोटाश का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा कि ये दोनों उत्पाद वर्तमान में भारत विदेशों से आयात करता है और इस नई शुरुआत से हम इस आयात को बंद करके आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ा सकेंगे। श्री शाह ने कहा कि देश भर की 15 सहकारी चीनी मिलों में इस तरह की इकाइयाँ स्थापित की जाएँगी, जिसमें महाराष्ट्र की अग्रणी भूमिका रहने की आशा है। श्री शाह ने महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में प्रवर चीनी फैक्ट्री की विस्तारित क्षमता का लोकार्पण और पद्मश्री डॉ. विठ्ठलराव विखे पाटिल जी व पद्मभूषण बालासाहेब विखे पाटिल जी की प्रतिमाओं का अनावरण किया।
8. भारतीय नौसेना पनडुब्बी रोधी युद्धपोत ‘आईएनएस अंड्रोथ’ का जलावतरण करेगी
भारतीय नौसेना विशाखापत्तनम में पनडुब्बी रोधी युद्धपोत ‘आईएनएस अंड्रोथ’ का जलावतरण करेगी। यह भारतीय नौसेना का दूसरा पनडुब्बी रोधी युद्धपोत है। वाइस एडमिरल राजेश पंढारकर समारोह की अध्यक्षता करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि आईएनएस अंड्रोथ स्वदेशीकरण की दिशा में भारतीय नौसेना की प्रगति में मील का पत्थर है, इससे नौसेना की क्षमता बढ़ेगी। कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने अंड्रोथ का विनिर्माण किया है। इसमें 80 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री का उपयोग हुआ है।
9. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने अलवर में राजस्थान के पहले ‘नमो बायोडायवर्सिटी पार्क’ का उद्घाटन किया
राजस्थान के पहले ‘नमो बायोडायवर्सिटी पार्क’ का उद्घाटन प्रताप बांध, अलवर में एक प्रतीकात्मक वृक्षारोपण समारोह के साथ हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने की और इस अवसर पर राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री संजय शर्मा भी उपस्थित थे। अपने पारिस्थितिक लाभों के अलावा, इस पार्क को नागरिकों को पर्यावरण-अनुकूल और सतत जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह संरक्षण प्रयासों में व्यापक जन भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
10. विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2025 में भारत ने अंतिम दिन तीन पदक जीते
नई दिल्ली में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अंतिम दिन भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन और पदक अपने खाते में जोड लिये हैं। महिलाओं की 200 मीटर टी-12 दौड़ में आज सिमरन शर्मा और 100 मीटर टी-35 दौड़ में प्रीथी पाल ने रजत पदक जीत लिया है। वहीं संदीप ने 200 मीटर टी-44 स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया। इसके साथ ही भारत कुल 22 पदकों के साथ दसवें स्थान पर है, जिनमें 6 स्वर्ण, 9 रजत और 7 कांस्य पदक शामिल हैं। ब्राजील 15 स्वर्ण, 20 रजत और 9 कांस्य पदकों सहित कुल 44 पदक के साथ पहले स्थान पर रहा। 13 स्वर्ण, 22 रजत और 17 कांस्य पदकों के साथ चीन दूसरे स्थान पर रहा। ईरान 9 स्वर्ण, 2 रजत और 5 कांस्य के साथ तीसरे स्थान पर रहा। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नए बनाए गए मोंडो ट्रैक पर आयोजित कड़ी प्रतिस्पर्धा के दौरान 35 विश्व रिकॉर्ड और 104 चैंपियनशिप रिकॉर्ड बनाए गए।
11. विश्व पशु दिवस 2025
विश्व पशु दिवस 2025, जो 4 अक्टूबर को मनाया जाता है, एक वैश्विक आंदोलन की 100वीं वर्षगांठ को चिह्नित करता है जो पशु अधिकार, कल्याण और करुणा को बढ़ावा देता है। इस वर्ष का विषय है “जानवरों को बचाओ, ग्रह को बचाओ!”, जो पशु संरक्षण और पर्यावरणीय स्थिरता के अविभाज्य संबंध को उजागर करता है। विश्व पशु दिवस का पहला आयोजन 1925 में हेनरिच ज़िमरमैन, जो एक जर्मन लेखक और पशु अधिकार कार्यकर्ता थे, द्वारा किया गया था। उद्घाटन समारोह 24 मार्च को बर्लिन में आयोजित किया गया था, जिसमें 5,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। 1929 तक इस दिन को 4 अक्टूबर पर स्थिर कर दिया गया ताकि इसे पशुओं के संरक्षक संत फ्रांसिस ऑफ अस्सीसी के पर्व दिवस के साथ जोड़ा जा सके।
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