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1. पीएम मोदी ने घाना के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और स्पीकर को दिए भारतीय कला और विरासत से जुड़े खास उपहार
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पांच देशों के दौरे की शुरुआत घाना की ऐतिहासिक यात्रा के साथ की। पीएम मोदी ने घाना के राष्ट्रपति, उनकी पत्नी, उपराष्ट्रपति और स्पीकर को खास गिफ्ट भेंट किए। खास बात यह है कि भेंट किए गए गिफ्ट का भारतीय कला-संस्कृति से कनेक्शन है। इतना ही नहीं इन गिफ्ट के जरिए भारत की कला, कारीगरी और विरासत को वहां के लोगों तक पहुंचाने का मैसेज दिया गया है। उन्होंने घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा को फूलदान और उनकी पत्नी को चांदी का पर्स गिफ्ट में दिया। इसके अलावा, पीएम मोदी ने घाना के उपराष्ट्रपति प्रोफेसर नाना जेन ओपोकु-अग्येमांग को कश्मीरी पश्मीना शॉल, स्पीकर को लघु हाथी अंबावरी तोहफे में दिया। पीएम मोदी ने घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा को बिदरी कलाकृति से सजाए गए फूलदान दिए। इनका निर्माण कर्नाटक के बीदर के कारीगर करते हैं। यह भारत के प्रसिद्ध धातु शिल्प को दर्शाती है, जो अपनी आकर्षक काली फिनिश और बेहतरीन चांदी की जड़ाई के लिए जानी जाती है। यह सदियों पुरानी तकनीक का उपयोग करके कुशल कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित है। फूलदान जिंक-कॉपर मिश्र धातु से बने हैं, इन पर सुंदरता और समृद्धि के प्रतीक पुष्प आकृतियों को उकेरा गया है। राष्ट्रपति की पत्नी लॉर्डिना महामा को चांदी का बना पर्स उपहार में दिया। ओडिशा के कटक का यह खूबसूरत सिल्वर फिलिग्री वर्क पर्स, इस क्षेत्र के प्रसिद्ध तारकासी शिल्प का एक शानदार उदाहरण है। यह 500 वर्षों से अधिक समय से परिष्कृत जटिल सिल्वर फिलिग्री है। प्रधानमंत्री मोदी ने घाना के उपराष्ट्रपति प्रोफेसर नाना जेन ओपोकु-अग्येमांग को कश्मीरी पश्मीना शॉल उपहार में दी। पश्मीना शॉल कश्मीर में चंगथांगी बकरी के बेहतरीन अंडरकोट से तैयार की जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने घाना के स्पीकर अल्बन बैगबिन को पश्चिम बंगाल में तैयार किया गया हाथी अंबावरी उपहार में दिया। यह हाथी अंबावरी शाही परंपरा और भारत की समृद्ध कलात्मक विरासत का प्रतीक है। यह कृति पॉलिश किए गए सिंथेटिक हाथीदांत से बनाई गई है, जो कि प्राकृतिक हाथीदांत का एक नैतिक और टिकाऊ विकल्प है।
2. पीएम मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे, प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की आधिकारिक यात्रा के दूसरे चरण में त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचे, जहां उनका ऐतिहासिक स्वागत हुआ। त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने पूरे मंत्रिमंडल और सांसदों के साथ उनका भव्य स्वागत किया, उनके स्वागत हेतु 38 मंत्री और 4 सांसद विशेष रूप से एयरपोर्ट पर मौजूद थे। यह उनकी बतौर प्रधानमंत्री पहली यात्रा है और 1999 के बाद त्रिनिदाद और टोबैगो में प्रधानमंत्री स्तर की पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
3. किम मिन-सोक को आधिकारिक तौर पर दक्षिण कोरिया का प्रधानमंत्री नियुक्त किया
किम मिन-सोक को गुरुवार को आधिकारिक तौर पर दक्षिण कोरिया का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने देश की नई सरकार के तहत इस पद के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के चार बार के सांसद के नाम का चयन किया था, जिसके समर्थन में नेशनल असेंबली ने मतदान किया। इससे पहले दिन में नेशनल असेंबली ने पूर्ण सत्र के दौरान तीन अमान्य मतपत्रों के साथ 173-3 मतों से किम के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया। मुख्य विपक्षी दल पीपुल्स पावर पार्टी (पीपीपी) ने उनकी संपत्ति और परिवार से जुड़े आरोपों के विरोध में इस प्रस्ताव का बहिष्कार किया।
4. जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने सी-फ्लड बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली का शुभारंभ किया
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने महानदी, गोदावरी और तापी नदी घाटियों को कवर करते हुए गांव स्तर तक दो दिन पहले बाढ़ का पूर्वानुमान प्रदान करने के लिए एक वेब पोर्टल – सी-फ्लड – का शुभारंभ किया है। सी-फ्लड वेब पोर्टल का उद्घाटन 2 जुलाई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने किया। सी-फ्लड पोर्टल को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक), पुणे ने केंद्रीय जल आयोग के साथ मिलकर विकसित किया है। केंद्रीय जल आयोग जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग, केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत आता है। इस वेब पोर्टल को भारत सरकार के राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन के तहत विकसित किया गया है।
5. केंद्रीय संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने आज 25.6 टेरा बिट प्रति सेकंड थ्रूपुट के साथ उच्च क्षमता वाले सक्षम-3000 स्विच सह राउटर का शुभारंभ किया
आत्मनिर्भरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केंद्रीय संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने सी-डॉट परिसर में 25.6 टेरा बिट प्रति सेकंड थ्रूपुट के साथ उच्च क्षमता वाले सक्षम-3000 स्विच सह राउटर का शुभारंभ किया । सक्षम-3000 एक अत्याधुनिक डेटा सेंटर स्विच-सह-राउटर है जिसे अगली पीढ़ी के डिजिटल बुनियादी ढांचे के लिए बनाया गया है। इसे डेवलपमेंट ऑफ़ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) द्वारा विकसित किया गया है। सक्षम-3000 एक उच्च क्षमता वाला, कॉम्पैक्ट 25.6 टीबीपीएस स्विच-राउटर है जिसे आधुनिक डेटा सेंटर के लिए निर्मित किया गया है। बड़े स्तर पर कंप्यूटिंग क्लस्टर, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, 5जी/6जी नेटवर्क और एआई कार्य को शक्ति देने के लिए बनाया गया यह डिवाइस 400जी के 32 पोर्ट और 1जी से 400जी तक की ईथरनेट स्पीड की विस्तृत रेंज को सहयोग देता है। इसकी अल्ट्रा-लो लेटेंसी, वायर-स्पीड प्रोसेसिंग और मॉड्यूलर सीआरओएस (सी-डॉट राउटर ऑपरेटिंग सिस्टम) ऑपरेटिंग सिस्टम इसे सीएलओएस नेटवर्क में लीफ से लेकर सुपर-स्पाइन नोड्स तक की भूमिकाओं के लिए एक बहुमुखी समाधान के रूप में स्थापित करता है। सक्षम-3000 विरासत और क्लाउड-नेटिव नेटवर्क दोनों के लिए एक “भविष्य के लिए तैयार प्लेटफ़ॉर्म” है, जो लेयर-2, आईपी और एमपीएलएस प्रोटोकॉल का सहयोग करता है, जबकि यह ऊर्जा-कुशल है और पीटीपी और सिंक-ई के माध्यम से समय-संवेदनशील अनुप्रयोगों के लिए सुसज्जित है।
6.एनआईपीसीसीडी का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान रखा गया
राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) का आधिकारिक तौर पर नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान कर दिया गया है। यह कदम संस्थान की उभरती भूमिका और देश भर में महिलाओं व बच्चों के विकास के लिए क्षेत्र-विशिष्ट, मिशन-संचालित मदद पर अधिक ध्यान केंद्रित करने को दर्शाता है। यह परिवर्तन केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी के दूरदर्शी नेतृत्व में हुआ है। संपर्क और क्षेत्रीय क्षमता निर्माण को मजबूत करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम के अंतर्गत, 4 जुलाई, 2025 को झारखंड के रांची में एक नए क्षेत्रीय केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा। यह केंद्र मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रमों-मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य और मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के विशेष प्रशिक्षण और अनुसंधान आवश्यकताओं को पूरा करेगा। इसमें विशेष रूप से झारखंड, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। अब तक इन राज्यों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को आंशिक रूप से गुवाहाटी और लखनऊ स्थित क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से पूरा किया जाता था जिससे लंबी यात्रा दूरी के कारण कई पदाधिकारियों के लिए रसद संबंधी चुनौतियां उत्पन्न होती थीं।
7. भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला कक्षीय प्रयोगशाला में एक ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफ़ेस विकसित करने के काम में जुटे हैं
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला कक्षीय प्रयोगशाला में एक ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफ़ेस विकसित करने के काम में जुटे हैं। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि एक्सिओम स्पेस मिशन-4 के सदस्य शुभांशु शुक्ला ने पोलैंड के सह-अंतरिक्ष यात्री के साथ कोलंबस प्रयोगशाला में ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफ़ेस के निर्माण में मस्तिष्क की गतिविधि को रिकॉर्ड करने के लिए इन्फ्रारेड तकनीक के उपयोग का अध्ययन किया। “थॉट्स ओवर ग्रेविटी” प्रयोग से पता लगाया गया कि कैसे अंतरिक्ष यात्री अपने मस्तिष्क का उपयोग अंतरिक्ष में विशेषरूप से कम-गुरुत्वाकर्षण की चुनौतीपूर्ण स्थितियों में कंप्यूटरों को नियंत्रित करने या उनसे संवाद करने के लिए कर सकते हैं। इससे पहले शुभांशु ने अंतरिक्ष स्टेशन पर डेस्टिनी प्रयोगशाला मॉड्यूल में यह समझने का प्रयास किया कि छोटे जलीय जानवर माइक्रोग्रैविटी सहित कई तरह की कठोर जलवायु में किस प्रकार जीवित रहते हैं। उन्होंने भारहीनता की स्थिति में मांसपेशियों की मरम्मत प्रक्रिया को समझने के लिए माइक्रोस्कोप के माध्यम से मांसपेशी कोशिका स्टेम कल्चर को भी देखा। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अमरीका, पोलैंड और हंगरी के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ, एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 14 दिवसीय वैज्ञानिक अभियान पर हैं।
8. नई दिल्ली में प्रसारण और मीडिया प्रौद्योगिकी पर 29वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन
प्रसार भारती अध्यक्ष नवनीत कुमार सहगल ने नई दिल्ली में प्रसारण और मीडिया प्रौद्योगिकी पर 29वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री सहगल ने कहा कि पिछले दस वर्षों में देश में डिजिटल बुनियादी ढांचे में कई गुना वृद्धि हुई है। इस वर्ष के सम्मेलन का विषय है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से मीडिया परिदृश्य को बदलना: निर्माण, सहयोग और मुद्रीकरण। तीन दिवसीय सम्मेलन में देश-विदेश के प्रतिष्ठित प्रसारणकर्ता, मीडिया उद्योग के पेशेवर और वक्ता व्याख्यान देंगे तथा अत्याधुनिक प्रसारण विषयों पर चर्चा करेंगे। प्रदर्शनी में दुनिया भर के प्रसारण उपकरण निर्माता, प्रसारण पेशेवर और सेवा प्रदाता अपने नवीनतम उत्पाद, अत्याधुनिक तकनीक और सेवाएं प्रदर्शित कर रहे हैं।
9. एपीडा ने भारतीय आम के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अबू धाबी में ‘इंडियन मैंगो मेनिया 2025’ का आयोजन किया
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने भारतीय कृषि उत्पादों, विशेष रूप से आमों की वैश्विक उपस्थिति को बढ़ाने के अपने सतत प्रयासों के तहत अबू धाबी में आम संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में ‘भारतीय मैंगो मेनिया 2025‘ – यूएई में स्थित भारतीय दूतावास और लुलु समूह के सहयोग से आयोजित एक जीवंत इन-स्टोर आम उत्सव की शुरुआत की गई। आम के शीर्ष मौसम में आयोजित इस संवर्धन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ताओं, विशेष रूप से यूएई और खाड़ी क्षेत्र में व्यापक स्तर पर फैले भारतीय प्रवासियों को भारत की उत्कृष्ट आम किस्मों को प्रदर्शित करना है। प्रदर्शित भारतीय आम की उम्दा किस्मों में जीआई-टैग और क्षेत्रीय विशिष्टताएं जैसे बनारसी लंगड़ा, दशहरी, चौसा, सुंदरजा, आम्रपाली, मालदा, भारत भोग, प्रभा शंकर, लक्ष्मण भोग, महमूद बहार, वृंदावनी, फजली और मल्लिका शामिल हैं।
10. आरबीआई का बड़ा कदम: DoT के FRI से डिजिटल धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 30 जून को एक महत्वपूर्ण सलाह जारी की, जिसका दूरसंचार विभाग (DoT) ने स्वागत किया है। इस सलाह में सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, लघु वित्त बैंकों, भुगतान बैंकों और सहकारी बैंकों को DoT द्वारा विकसित वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक (FRI) को अपने सिस्टम में एकीकृत करने का निर्देश दिया गया है। यह कदम साइबर-सक्षम वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने और डिजिटल अर्थव्यवस्था में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। मई 2025 में DoT की डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट (DIU) द्वारा लॉन्च किया गया वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक (FRI) एक जोखिम-आधारित उपकरण है, जो राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल, DoT के चक्षु प्लेटफ़ॉर्म और बैंकों से प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर मोबाइल नंबरों को मध्यम, उच्च या बहुत उच्च जोखिम के रूप में वर्गीकृत करता है। यह उपकरण सुरक्षित API-आधारित सिस्टम के जरिए बैंकों और DoT के डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्म (DIP) के बीच वास्तविक समय में डेटा आदान-प्रदान को सक्षम बनाता है।
11. भारतीय वैज्ञानिकों ने सुपरचार्ज्ड ग्रीन एनर्जी मटेरियल तैयार किया
बेंगलुरु के वैज्ञानिकों ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सहयोग से अगली पीढ़ी की ऊर्जा भंडारण सामग्री तैयार की है, जो सुपरकैपेसिटर के प्रदर्शन को नाटकीय रूप से बढ़ा देती है। आधुनिक ऊर्जा भंडारण के केंद्र में सुपरकैपेसिटर है – एक ऐसा उपकरण जो बड़ी मात्रा में ऊर्जा को तेज़ी से संग्रहीत और रिलीज़ कर सकता है, जिससे वे मोबाइल डिवाइस और इलेक्ट्रिक वाहनों से लेकर अक्षय ऊर्जा प्रणालियों तक हर चीज़ को चलाने के लिए महत्वपूर्ण बन जाते हैं। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के तहत एक स्वायत्त संस्थान, नैनो और मृदु पदार्थ विज्ञान केंद्र (सीईएनएस), बेंगलुरु में डॉ. कविता पांडे के नेतृत्व में भारतीय शोधकर्ताओं की एक टीम ने सिल्वर नियोबेट (एजीएनबीओ₃) पर ध्यान केंद्रित किया, जो उत्कृष्ट विद्युत विशेषताओं वाला एक सीसा रहित और पर्यावरण के अनुकूल पदार्थ है। उन्होंने लैंथेनम नामक दुर्लभ-पृथ्वी तत्व को सिल्वर नियोबेट नैनोकणों में इंजेक्ट किया, जो अपने लाभकारी इलेक्ट्रॉनिक गुणों के लिए जाना जाता है। इससे सिल्वर नियोबेट नैनोकणों के कण सिकुड़ गए, जिससे ऊर्जा भंडारण के लिए अधिक सतह क्षेत्र उपलब्ध हो गया। लैंथनम ने सामग्री की बिजली का संचालन करने की क्षमता में सुधार किया, जिससे ऊर्जा चार्ज-डिस्चार्ज चक्रों में तेजी आई। इस सामग्री से निर्मित एक असममित सुपरकैपेसिटर प्रोटोटाइप का सफलतापूर्वक एलसीडी डिस्प्ले को संचालित किया गया, जिससे वास्तविक दुनिया में इसके अनुप्रयोगों का संकेत मिला।
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