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1. AI और ‘सेंसर-टू-शूटर’ सिस्टम के साथ सेना का शक्ति प्रदर्शन, ‘दिव्य दृष्टि’ अभ्यास पूरी तरह सफल
भविष्य के युद्ध परिदृश्यों को ध्यान में रखते हुए, भारतीय सेना ने पूर्वी सिक्किम के ऊंचाई वाले क्षेत्र में ‘दिव्य दृष्टि’ नामक एक उन्नत तकनीकी अभ्यास आयोजित किया। इस ‘दिव्य दृष्टि’ सैन्य अभ्यास में उन्नत तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ड्रोन और ‘सेंसर-टू-शूटर’ क्षमताओं का सफल परीक्षण किया गया। इस अभ्यास के दौरान सेना ने वास्तविक युद्ध जैसी परिस्थितियों में आधुनिक प्रणालियों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन किया। ‘दिव्य दृष्टि’ अभ्यास भारतीय सेना की तकनीकी क्षमता, युद्ध कौशल और रणनीतिक तत्परता को दर्शाता है, जो भविष्य की युद्ध रणनीतियों को नई दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है।
2. डीआरडीओ ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से प्रलय मिसाइल के किए दो सफल परीक्षण
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने 28 और 29 जुलाई को ओडिशा के समुद्री तट पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से प्रलय मिसाइल के लगातार दो सफल उड़ान-परीक्षण किए। प्रलय एक स्वदेशी रूप से विकसित ठोस प्रणोदक अर्ध-बैलिस्टिक मिसाइल है जो उच्च परिशुद्धता सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक मार्गदर्शन और नेविगेशन को नियोजित करती है। मिसाइल विभिन्न लक्ष्यों के साथ कई प्रकार के हथियार ले जाने में सक्षम है। इसे डीआरडीओ ने विकसित किया है, जो उच्च परिशुद्धता के साथ सटीक हमला करने के लिए अत्याधुनिक प्रणालियों और नेविगेशन से संचालित होती है। परीक्षण के दौरान इस मिसाइल ने अपनी अधिकतम और न्यूनतम मारक क्षमता को प्रदर्शित किया है।
3. योगी आदित्यनाथ ने बनाया उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का कीर्तिमान
योगी आदित्यनाथ ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सबसे लंबे समय तक लगातार कार्यकाल का पंडित गोविंद बल्लभ पंत का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। गोविंद बल्लभ पंत ने आठ वर्ष और 127 दिनों (स्वतंत्रता से पहले प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल सहित) की अवधि के लिए लगातार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। 29 जुलाई 2025 तक, योगी आदित्यनाथ 8 वर्ष और 133 दिनों से इस पद पर हैं। योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी को भारी बहुमत दिलाते हुए सत्ता में वापसी की थी। योगी आदित्यनाथ, जिनका जन्म नाम अजय मोहन सिंह बिष्ट है, का जन्म पंचूर, गढ़वाल, वर्तमान उत्तराखंड में हुआ था।
4. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने ‘सस्टेनेबल वेलनेस ऑफ स्टूडेंट्स’ पुस्तक का किया विमोचन
छात्र कल्याण और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 26 जुलाई 2025 को देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास के सभागार में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में ‘सस्टेनेबल वेलनेस ऑफ स्टूडेंट्सः अ कलेक्टिव रिस्पॉन्सिबिलिटी इन हायर एजुकेशन‘ नामक पुस्तक का विमोचन किया। यह पहल उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों द्वारा झेली जा रही मानसिक और सामाजिक चुनौतियों को समझने और उनके समाधान की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
5. अमेरिका और EU के बीच हुआ व्यापार समझौता, 15 प्रतिशत टैरिफ पर बनी सहमति
संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) ने महीनों की तनावपूर्ण वार्ताओं के बाद एक ऐतिहासिक व्यापार समझौते पर सहमति बना ली है, जिससे दुनिया की दो सबसे बड़ी आर्थिक शक्तियों के बीच लंबे समय से जारी शुल्क विवाद का अंत हो गया है। यह समझौता स्कॉटलैंड में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन के बीच हुई उच्च स्तरीय बातचीत के बाद घोषित किया गया। इस समझौते के तहत अब अमेरिका में यूरोपीय संघ के निर्यात पर 15% शुल्क लगाया जाएगा, जो कि पहले ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 30% की दर का आधा है। इस सौदे को इतिहास का सबसे बड़ा व्यापार समझौता माना जा रहा है।
6. बिहार के मुख्यमंत्री ने राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन की घोषणा की
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग (Bihar Rajya Safai Karmachari Ayog) की स्थापना की घोषणा की है। यह कदम लंबे समय से सफाई कर्मचारी यूनियनों की मांग रहा है और इसका उद्देश्य सफाई कर्मियों के अधिकारों की रक्षा, कल्याण और सामाजिक उत्थान सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री ने इस घोषणा को सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार सफाई कर्मचारियों के हितों के प्रति गंभीर और प्रतिबद्ध है।
7. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने वर्ष 2025 और 2026 के लिए भारत का सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर अनुमान बढ़ाकर 6.4% किया
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने भारत के आर्थिक वृद्धि अनुमानों में संशोधन किया है तथा वर्ष 2025 और 2026 के लिए 6.4% वृद्धि दर का अनुमान व्यक्त किया है। पहले वर्ष 2025 में सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर 6.2% और वर्ष 2026 में 6.3% रहने की आशा व्यक्त की गयी थी। विश्व की सबसे तेज गति से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की स्थिति की पुष्टि करते हुए मुद्रा कोष ने अनुमानों में संशोधन की वजह अनुकूल बाहरी परिस्थितियों को बताया। वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर वर्ष 2025 में तीन% और 2026 में 3.1% रहने का अनुमान है।
8. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के 5 वर्ष पूरे
देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू हुए पांच साल पूरे हो गए। इसे 29 जुलाई 2020 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद लागू किया गया जो भारतीय शिक्षा प्रणाली में 34 वर्षों बाद एक बड़ा सुधार था। पिछले पांच वर्षों में यह नीति भारत के लाखों बच्चों, शिक्षकों और स्कूलों के लिए परिवर्तन का प्रतीक बन चुकी है। NEP 2020 का मकसद सिर्फ पाठ्यक्रम बदलना नहीं, बल्कि एक ऐसे शिक्षा तंत्र का निर्माण करना है जो लचीला और बच्चों के अनुकूल हो, जिसमें जिज्ञासा, रचनात्मकता और विविधता का समावेश हो। इस नई शिक्षा प्रणाली में सबसे बड़ा बदलाव 5+3+3+4 है, जिसने पारंपरिक 10+2 प्रणाली को पीछे छोड़ दिया। इसके तहत प्ले-आधारित, अनुभवात्मक और बहु-विषयक पढ़ाई को बढ़ावा दिया गया है। NCF-FS ( तीन वर्ष से आठ वर्ष की आयु तक यानी पूर्व-प्राथमिक (Pre-primary) और कक्षा 1 और 2 के बच्चों को इसमें शामिल किया गया है।) इसके साथ ही NCF-SE 2023 (आठ वर्ष से अठ्ठारह की आयु तक यानी तैयारी चरण (Preparatory Stage) से लेकर माध्यमिक चरण (Secondary Stage) तक जिसमें कक्षा 3 से लेकर कक्षा 12 के बच्चों को शामिल किया गया है।) जैसे पाठ्यचर्या संरचना इस बदलाव का मार्गदर्शन कर रहे हैं। इस प्रणाली में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता (FLN) को प्राथमिकता देते हुए, ‘NIPUN भारत मिशन’ 2021 में शुरू किया गया जिसमें सभी बच्चों को तीसरी कक्षा तक पढ़ना और बुनियादी गणित सिखाना लक्ष्य है। वहीं ‘विद्या प्रवेश’ कार्यक्रम के माध्यम से 4.2 करोड़ बच्चों ने 12-सप्ताह का खेल-आधारित स्कूल रेडीनेस कोर्स पूरा किया। जबकि बालवाटिका में 1.1 करोड़ बच्चों का नामांकन हुआ और 496 मॉडल केंद्र खोले गए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है।
9. गोवा शिपयार्ड ने भारतीय तटरक्षक बल के लिए आईसीजीएस अटल गश्ती पोत लॉन्च किया
जहाज निर्माण में भारत की स्वदेशी समुद्री शक्ति और आत्मनिर्भरता को मजबूत करते हुए, गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) ने 29 जुलाई, 2025 को गोवा के वास्को-डी-गामा में आयोजित एक समारोह में भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के लिए आईसीजीएस अटल (यार्ड 1275) फास्ट पेट्रोल वेसल (एफपीवी) गश्ती पोत लॉन्च किया। यह रक्षा मंत्रालय के तहत प्रमुख रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम जीएसएल द्वारा आईसीजी के लिए निर्मित किए जा रहे आठ अत्याधुनिक स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए एफपीवी की श्रृंखला में छठा है। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में डिज़ाइन किए गए ये गश्ती पोत 52 मीटर लंबे, 8 मीटर चौड़े और 320 टन माल ढोने की क्षमता वाले हैं। ये उच्च गति वाले पोत तटीय गश्त, द्वीप सुरक्षा मिशन और अपतटीय संपत्ति की सुरक्षा के लिए तैयार किये गये हैं। इससे भारत की समुद्री जागरूकता और राष्ट्रीय सुरक्षा में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। ये पोत तस्करी-रोधी, समुद्री डकैती-रोधी और खोज एवं बचाव अभियान का हिस्सा भी बनेंगे।
10. डीपीआईआईटी ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण और स्वच्छ परिवहन के लिए सुदृढ़ अनुकूल परिवेश बनाने के उद्देश्य से एथर एनर्जी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने भारत में स्वच्छ परिवहन और उन्नत विनिर्माण क्षेत्रों के विकास में तेज़ी लाने के लिए भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी एथर एनर्जी लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। नवाचार-केंद्रित पचास से अधिक स्टार्टअप्स के गठबंधन स्टार्टअप पॉलिसी फ़ोरम (एसपीएफ) के नेतृत्व में ‘बिल्ड इन भारत‘ पहल के अंतर्गत यह सहयोग किया जा रहा है। यह समझौता ज्ञापन डीपीआईआईटी और एथर एनर्जी के बीच व्यापक साझेदारी की रूपरेखा प्रस्तुत करता है। यह साझेदारी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से संबंधित स्टार्टअप्स के रणनीतिक मार्गदर्शन, उन्हें इलेक्ट्रिक वाहनों से जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियों और प्रक्रियाओं की मूल्य श्रृंखला से संबंधित बुनियादी ढांचे के निर्माण में सहयोग, भारत स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज जैसे संयुक्त नवाचार कार्यक्रमों, प्रतिभा और कौशल विकास पहलों की मिलकर मेजबानी, और स्टार्टअप महाकुंभ जैसे कार्यक्रमों में भागीदारी के साथ-साथ जमीनी स्तर पर अनुभव प्राप्त करने पर केंद्रित होगी।
11. तुर्की ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बम गज़ैप का अनावरण किया
तुर्की ने इस्तांबुल में आयोजित 17वें अंतर्राष्ट्रीय रक्षा उद्योग मेले (IDEF) 2025 में अपना सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बम ‘गज़ैप’ (तुर्की भाषा में अर्थ: ‘क्रोध’) का अनावरण किया है। यह बम 970 किलोग्राम वजनी है और इसे तुर्की की रक्षा तकनीक में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। गज़ैप को अब तक के सबसे घातक पारंपरिक हथियारों में से एक बताया गया है, जो तुर्की की सैन्य क्षमता को एक नई ऊंचाई पर ले जाता है। इसके प्रमुख डिज़ाइनर निलुफर कुज़ुलु के अनुसार, बम में लगभग 10,000 नियंत्रित कण होते हैं जो एक एक किलोमीटर क्षेत्र में फैलते हैं, जिससे यह पारंपरिक MK-सीरीज़ के बमों से तीन गुना अधिक शक्तिशाली बन जाता है। इसके थर्मोबैरिक गुण इसे 3,000°C तक की तापमान सीमा तक पहुंचने की क्षमता देते हैं—जो स्टील और कंक्रीट को पिघला सकता है। इतनी अत्यधिक गर्मी और अत्यधिक दबाव (ओवरप्रेशर) के साथ, गज़ैप अपने क्षेत्र में आने वाली हर चीज़ को वाष्पित करने में सक्षम है, जिससे यह विश्व के सबसे घातक पारंपरिक हथियारों में से एक बन गया है। गज़ैप बम को F-16 फाइटर जेट और F-4 फैंटम एयरक्राफ्ट से पूरी तरह से सुसंगत बनाया गया है, जो तुर्की वायुसेना के दो प्रमुख युद्धक विमान हैं। गज़ैप के साथ-साथ, तुर्की ने NEB-2 घोस्ट (हयालेत) बम भी पेश किया, जिसका वजन भी 970 किलोग्राम है और इसे गहरी पैठ वाली स्ट्राइक के लिए डिज़ाइन किया गया है।
12. अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस बाघों के प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा और दुनिया भर में उनके संरक्षण प्रयासों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर वर्ष 29 जुलाई को वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस को मनाने की घोषणा 29 जुलाई, 2010 को सेंट पीटर्सबर्ग में की गई थी, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में बाघ संरक्षण और प्रबंधन को बढ़ावा देना था। भारत में बाघ अभयारण्यों की संख्या वर्ष 2014 में 46 से बढ़कर अब 58 हो गई है। यह वृद्धि हमारे राष्ट्रीय पशु की सुरक्षा के प्रति प्रधानमंत्री की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। भारत द्वारा शुरू किए गए अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट अलायंस (IBCA) का उद्देश्य दुनिया भर में पाई जाने वाली सात बड़ी बिल्लियों का संरक्षण करना है।
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