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1. सिक्किम को मिला नया राष्ट्रीय राजमार्ग 210
सिक्किम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग 210 (एनएच-210) को मंजूरी दे दी है। यह नया राजमार्ग नामची जिले के मेली को गंगटोक जिले के सिंगताम से जोड़ेगा। यह सिक्किम की भौगोलिक सीमा के भीतर पूरी तरह से निर्मित होने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग होगा, जो राज्य के लिए कनेक्टिविटी के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा। एनएच-210 मेली में तीस्ता पुल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 710 (एनएच-710) के साथ शुरू होगा और मेली बाजार, ममरिंग, समरडोंग जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ते हुए सिंगताम के पास एनएच-510 के जंक्शन पर समाप्त होगा। इस राजमार्ग के निर्माण से सिक्किम की पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग और दार्जिलिंग जिलों पर निर्भरता कम होगी, जहां से पहले राष्ट्रीय राजमार्ग 10 का एक हिस्सा गुजरता था। यह नया राजमार्ग पूरी तरह सिक्किम की सीमा के भीतर होगा, जिससे राज्य की कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी। सड़क परिवहन मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम, 1956 की धारा 5 के तहत इस परियोजना को मंजूरी दी है। मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) को इस राजमार्ग के विकास और रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
2. मोबाइल से वोटिंग कराने वाला बिहार बनेगा पहला राज्य
बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने आधुनिक तकनीक की ओर एक और कदम बढ़ाया है। अब मतदान और भी स्मार्ट, सुरक्षित और सुलभ होगा। बिहार देश का ऐसा पहला राज्य बनने जा रहा है, जहां मोबाइल के जरिए ऑनलाइन वोटिंग होगी। यह ई-वोटिंग शनिवार 28 जून को बिहार की नगरपालिका आम और उप-निर्वाचन 2025 के लिए होगी। आयोग ने बताया कि ई-वोटिंग से मतदान करने वाले पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या 51,157 है, जिसमें प्राथमिक रूप से वरिष्ठ नागरिक, शारीरिक रूप से दिव्यांग, असाध्य रोग से ग्रसित, गर्भवती महिलाएं एवं प्रवासी मजदूर मतदाता शामिल हैं। ये पंजीकृत मतदाता 28 जून को मोबाइल ऐप से घर बैठे ही मतदान कर सकेंगे। ई-वोटिंग के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने तीन दिन पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ रणनीति और तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की थी। आयोग का मानना है कि ई-वोटिंग स्मार्ट, पारदर्शी और सुलभ चुनाव प्रक्रिया है। मतदाता अब मोबाइल के जरिये घर बैठे वोट डाल सकेंगे, जो सुरक्षित और भरोसेमंद है।
3. आईआईटी-बीएचयू के वैज्ञानिकों ने विकसित किए खून के थक्के बनने से रोकने वाले नैनो पार्टिकल्स
उत्तर प्रदेश के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी)-बीएचयू के बायोमेडिकल इंजीनियरों ने एक खास तरह के नैनो पार्टिकल्स विकसित किए हैं। यह नैनोपार्टिकल खून के थक्के बनने से रोक सकते हैं और थ्रोम्बोटिक विकारों (खून के थक्के जमने से होने वाली बीमारियों) का इलाज भी कर सकते हैं। यह कम लागत वाले नैनो पार्टिकल्स ब्लड को तरल अवस्था में रखने और चिकित्सा उपकरणों की दक्षता बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं। वैज्ञानिकों की एक टीम ने नैनो पार्टिकल्स को बनाया, जिन्हें पोटेशियम फेरिक ऑक्सलेट नैनो पार्टिकल्स कहा जाता है। ये खून को जमने से रोकने में मदद करते हैं, जिसे एंटीकोगुलेशन गुण कहते हैं। इसका मतलब है कि ये खून को पतला रखने में सहायक हो सकते हैं, ताकि वह रक्त वाहिकाओं में आसानी से बहे और रुकावट न आए। ये नैनो पार्टिकल्स पोटेशियम फेरिक ऑक्सलेट से बनाए गए हैं। पोटेशियम रक्त वाहिकाओं और हृदय के लिए जरूरी होता है। शोध में पाया गया कि ये नैनो पार्टिकल्स रक्त को 48 घंटे तक तरल अवस्था में रख सकते हैं, जो ब्लड के सुरक्षित कलेक्शन, जांच और ट्रांसफ्यूजन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
4. विश्व प्रसिद्ध पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आज शुक्रवार से शुरू हो रही है, जिसके लिए पुरी के जगन्नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। जगन्नाथ रथ यात्रा, जिसे रथ महोत्सव या श्री गुंडिचा यात्रा के नाम से भी जाना जाता है, ओडिशा में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है। यह द्वितीया तिथि को मनाया जाता है, जो कि चंद्र मास के शुक्ल पक्ष का दूसरा दिन होता है। यह समय चंद्रमा की बढ़ती चमक के कारण आध्यात्मिक रूप से शुभ माना जाता है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रसिद्ध रथ यात्रा के लिए एकत्र हुए हैं, क्योंकि भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा अपने निवास, 12वीं शताब्दी के मंदिर से गुंडिचा मंदिर के लिए नौ दिवसीय प्रवास पर निकलने की तैयारी कर रहे हैं। आनंद से अभिभूत भक्तगण भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों – क्रमशः नंदीघोष, तलध्वज और दर्पदलन – को लगभग 3 किमी तक गुंडिचा मंदिर तक खींचेंगे, जिसके बारे में कुछ किंवदंतियों के अनुसार चतुर्धा मूर्ति (भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र, मां सुभद्रा और सुदर्शन) का जन्मस्थान माना जाता है।
5. केरल के अरलम वन में भारत का पहला तितली अभयारण्य का उद्घाटन किया गया
जैव विविधता संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केरल अब भारत के पहले तितली अभयारण्य का घर बन गया है। कन्नूर जिले में स्थित अरलम वन्यजीव अभयारण्य का नाम बदलकर अब “अरलम तितली अभयारण्य” रख दिया गया है। यह देश में अपनी तरह की पहली पहल है, जो पश्चिमी घाट की हरियाली में फैले 55 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है और यहां 266 से अधिक तितली प्रजातियों को संरक्षित किया गया है, जिनमें कई दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियाँ भी शामिल हैं। 18 जून 2025 को, केरल राज्य वन्यजीव बोर्ड ने अरलम अभयारण्य को आधिकारिक रूप से भारत का पहला तितली अभयारण्य घोषित किया। यह घोषणा 25 वर्षों के संरक्षण प्रयासों, सर्वेक्षणों और पर्यावरणविदों व शोधकर्ताओं के सतत प्रयासों का परिणाम है।
6. तेलंगाना का लोक महोत्सव बोनालु भक्ति और उत्सव के साथ शुरू हुआ
बोनालू महोत्सव 2025 की शुरुआत 26 जून को हैदराबाद स्थित गोलकोंडा किले के श्री जगदम्बा महाकाली मंदिर में पारंपरिक उत्साह और धार्मिक श्रद्धा के साथ हुई। इस अवसर पर हजारों भक्तों ने भाग लिया। राज्य सरकार द्वारा ₹20 करोड़ की अनुदान राशि और प्रमुख नेताओं की उपस्थिति ने इस उत्सव के महत्व को और बढ़ा दिया। यह एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो मुख्य रूप से तेलंगाना, विशेष रूप से हैदराबाद और सिकंदराबाद में मनाया जाता है। श्रद्धालु माँ महाकाली को ‘बोनम’ (चावल, गुड़, दही और नीम पत्तों का मिश्रण) अर्पित करते हैं, जिससे वह बीमारियों और आपदाओं से रक्षा करें।
7. IAEA और रोमानिया ने ConvEx-3 (2025) का आयोजन किया
24 जून 2025 से, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने रोमानिया के सहयोग से अब तक का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय परमाणु आपातकालीन अभ्यास ConvEx-3 शुरू किया है। यह 36 घंटे लंबा अभ्यास रोमानिया के Cernavodă न्यूक्लियर पावर प्लांट में एक गंभीर परमाणु दुर्घटना का परिदृश्य तैयार करता है, जिसका उद्देश्य वैश्विक आपदा प्रतिक्रिया क्षमताओं की परीक्षा और सुधार करना है। इस अभ्यास का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि देशों की आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियाँ किसी भी परमाणु या विकिरण आपदा से निपटने के लिए तत्पर, समन्वित और प्रभावी हों — खासकर जब उसका असर सीमाओं से परे हो।
8. ‘विद्या शक्ति’: धीमी गति से सीखने वालों को सशक्त बनाने के लिए आंध्र प्रदेश का डिजिटल प्रयास
‘विद्या शक्ति‘ आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किया गया एक ऑनलाइन रिमेडियल (पुनःअध्ययन) शिक्षा कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य गणित, विज्ञान और अंग्रेज़ी जैसे मुख्य विषयों में धीमे सीखने वाले छात्रों को मदद देना है। शैक्षणिक प्रदर्शन में सुधार, ड्रॉपआउट दरों को कम करने और नामांकन बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया यह कार्यक्रम समावेशी शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है।
9. पंजाब सरकार ने डेटा इंटेलिजेंस और तकनीकी सहायता इकाई बनाने के समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर
पंजाब सरकार ने राज्य में नशीली दवाओं की समस्या से निपटने के लिए डेटा इंटेलिजेंस और तकनीकी सहायता इकाई बनाने के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता राज्य सरकार और मौहाली के बी आर आम्बेडकर चिकित्सा विज्ञान संस्थान तथा अमृतसर के विद्यासागर मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के बीच हुआ है। यह इकाई मनोरोग-सामाजिक देखभाल के व्यापक मॉडल की भूमिका निभायेगी और नशे की लत छुड़ाने की चुनौतियों से निपटने की प्रभावी नीति तैयार करने और उसे लागू करने में मदद करेगी। यह इकाई चिकित्सा अधिकारियों और मनोचिकित्सकों, पुलिसकर्मियों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की क्षमता बढ़ाकर नशा रोकथाम अभियान में सहयोग करेगी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के राष्ट्रीय नशा उपचार केन्द्र, आईआईटी रोपड़, मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सांइसेज और पीजीआई चंडीगढ़ भी इस अभियान में सहायता करेंगे।
10. 2026 से साल में दो बार होगी 10वीं की बोर्ड परीक्षा, सीबीएसई ने दी मंजूरी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026-27 शैक्षणिक सत्र से कक्षा 10 के छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति देने की घोषणा की है। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य परीक्षा का दबाव कम करना और छात्रों को अधिक लचीलापन देना है। पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में होगी और दूसरी परीक्षा मई में होगी। पहली परीक्षा मुख्य परीक्षा होगी और दूसरी परीक्षा सुधार परीक्षा कहलाएगी। दूसरी परीक्षा में वही छात्र बैठ सकते हैं जो पहली परीक्षा में कम से कम 3 विषयों में पास हों। जो छात्र तीन या अधिक विषयों में फेल होते हैं, उन्हें “Essential Repeat” श्रेणी में रखा जाएगा। जो 1–2 विषयों में फेल होते हैं, वे “Compartment” श्रेणी में आकर दूसरी परीक्षा में पुनः उपस्थित हो सकते हैं। छात्रों को विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और दो भाषा विषयों में से कोई तीन विषय दोबारा देने का विकल्प मिलेगा।दोनों परीक्षाओं में से बेहतर अंक अंतिम अंकपत्र में शामिल होंगे।पहली परीक्षा के तुरंत बाद DigiLocker पर परिणाम उपलब्ध होंगे, जिससे कक्षा 11 में प्रवेश आसान होगा। Compartment छात्रों को भी प्रवेश अस्थायी रूप से दिया जाएगा, जो दूसरी परीक्षा के परिणाम आने पर पक्का किया जाएगा।
11. भारतीय संरक्षण सम्मेलन (ICCON) 2025
हाल ही में भारतीय संरक्षण सम्मेलन (ICCON) 2025 का आयोजन 25 जून 2025 को वन्यजीव संस्थान, देहरादून, उत्तराखंड में हुआ। यह सम्मेलन पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) के तहत हुआ। इसमें 17 थीम, पोस्टर सत्र, स्पीड टॉक्स, 10 कार्यशालाएं और टेकब्रिज नामक खास वाइल्डलाइफ टेक्नोलॉजी मंच प्रस्तुत किया गया।
12. टाटा ग्रुप बना देश का सबसे वैल्यूएबल ब्रांड
ब्रांड फाइनेंस इंडिया 100 रिपोर्ट 2025 के अनुसार, टाटा समूह ने $30 अरब का आंकड़ा पार कर $31.6 अरब की ब्रांड वैल्यू के साथ नया इतिहास रच दिया है। यह उपलब्धि समूह की वर्ष दर वर्ष 10% की वृद्धि को दर्शाती है और वैश्विक स्तर पर भारतीय ब्रांडों के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित करती है। इन्फोसिस और एचडीएफसी जैसे ब्रांड भी शीर्ष स्थानों पर हैं, वहीं अडानी ग्रुप, बिड़ला ओपस और जोमैटो जैसे नए प्रवेशकर्ता भारत की आर्थिक ताकत को दर्शाते हैं। 25 जून 2025 को जारी ब्रांड फाइनेंस इंडिया 100 रैंकिंग के अनुसार, टाटा समूह $30 अरब की ब्रांड वैल्यू पार करने वाला भारत का पहला ब्रांड बन गया है।
13. इफको ने ब्राजील में पहला विदेशी नैनो उर्वरक संयंत्र स्थापित किया
भारत के कृषि नवाचार को वैश्विक मंच पर ले जाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, भारतीय किसान उर्वरक सहकारी संस्था (IFFCO) ने ब्राज़ील में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय नैनो उर्वरक निर्माण संयंत्र स्थापित करने की घोषणा की है। यह रणनीतिक पहल ब्राज़ील की कंपनी NANOFERT के साथ साझेदारी में की गई है, जिसका उद्देश्य टिकाऊ और कुशल फसल पोषण समाधानों की बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करना है।
14. दिव्यांगजनों और बुज़ुर्ग नागरिकों की सुविधा के लिए ‘सुगम्य भारत’ ऐप को दिया गया नया रूप
सरकार ने दिव्यांगजनों और बुज़ुर्ग नागरिकों की सुविधा के लिए सुगम्य भारत ऐप को नया रूप दिया है। उन्नत सुविधाओं में उपयोगकर्ताओं को कम समय में सहायता करने के लिए एआई संचालित चैटबॉट और विकलांग व्यक्तियों के लिए सरकारी योजनाओं और अन्य मूल्यवान संसाधनों का एकीकरण शामिल है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 2021 में इस ऐप को लॉन्च किया था। जो नागरिकों के लिए सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे, परिवहन तथा सूचना और संचार प्रौद्योगिकी प्रणालियों में सुलभता के मुद्दों की रिपोर्ट करने के लिए एक आवश्यक मंच के रूप में कार्य करता है। अपनी स्थापना के बाद से, ऐप को लगभग तीन हज़ार शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से लगभग दो हज़ार का सफलतापूर्वक समाधान किया गया।
15. भारतीय शतरंज खिलाड़ियों के लिए स्कॉलरशिप
शतरंज को जमीनी स्तर पर बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) ने 25 जून 2025 को “टॉप नेशनल प्लेयर्स स्टाइपेंड स्कीम” (TNPSS) की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य भारत के होनहार युवा शतरंज खिलाड़ियों को सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जो अंडर-7 से अंडर-19 आयु वर्ग तक फैली हुई है। इस पहल के तहत हर तिमाही ₹60,000 से ₹1.5 लाख तक की सहायता राशि दी जाएगी, जिससे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें भविष्य के चैंपियन के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी। यह योजना भारतीय शतरंज पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की AICF की दूरदर्शी रणनीति को दर्शाती है।
16. आई.सी.सी. ने की ट्वेंटी-ट्वेंटी मैचों के लिए नए पावरप्ले नियमों की घोषणा
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद-आई.सी.सी. ने ट्वेंटी-ट्वेंटी मैचों के लिए नए पावरप्ले नियमों की घोषणा की है। आई.सी.सी. ने ट्वेंटी-ट्वेंटी प्रारूप के लिए पावरप्ले में ओवरों की संख्या को स्पष्ट किया है। अगले महीने से प्रभावी होने वाले नए नियमों के अनुसार, एक पारी में आठ ओवरों तक कम किए गए खेल में अब 30 गज के घेरे के बाहर केवल दो खिलाडियों सहित पावरप्ले के 2 ओवर और दो गेंद होंगी। इसी तरह, पांच ओवर की पारी के लिए डेढ़ ओवर पावरप्ले के होंगे। 10 ओवर की पारी में तीन ओवर और 15 ओवर की पारी के लिए साढ़े चार ओवर पावरप्ले के निर्धारित किए गए हैं।
17. सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड ने रोहतक में जूनियर अंडर-17 लड़के और लड़कियों की राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में दोनों खिताब जीते
सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड ने रोहतक में जूनियर अंडर-17 लड़के और लड़कियों की राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में दोनों खिताब जीते। सर्विसेज के लड़कों ने छह स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य जीता, जबकि लड़कियों ने चार स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य जीता, प्रत्येक ने नौ पदक जीते। महाराष्ट्र, लड़कों के वर्ग में तीसरे स्थान पर रहा और मणिपुर ने लड़कियों के वर्ग में कांस्य पदक जीता। उधम सिंह राघव, साहिल दुहान और हमूर कौर, अहाना शर्मा, अंशिका और उत्तराखंड की खुशी चंद ने प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। लड़कों के वर्ग में मणिपुर के लंचेनबा सिंह को सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज का पुरस्कार मिला।
18. 78वीं सीनियर राष्ट्रीय तैराकी चैंपियनशिप में शॉन गांगुली ने जीता स्वर्ण पदक
कर्नाटक के शॉन गांगुली ने भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में 78वीं सीनियर राष्ट्रीय तैराकी चैंपियनशिप में 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने 4 मिनट 24.64 सेकंड का समय लिया। मध्य प्रदेश के अद्वैत 4 मिनट 26.90 सेकंड के साथ दूसरे और गुजरात के आर्यन नेहरा 4 मिनट 30.35 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रहे। शॉन गांगुली ने यह नया मीट रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले आर्यन नेहरा के 2023 में हैदराबाद में 4 मिनट 25.62 सेकंड के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था। गांगुली ने 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और साजन प्रकाश के 2023 के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। 100 मीटर बैकस्ट्रोक में महाराष्ट्र के ऋषभ दास ने 56.13 सेकंड के साथ पहला स्थान प्राप्त किया जबकि उत्कर्ष पाटिल 56.29 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे। पुरुषों की 100 मीटर फ़्रीस्टाइल में, महाराष्ट्र के हीर गीतेश शाह ने 51.29 सेकंड के साथ स्वर्ण पदक जीता। कर्नाटक 41 पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहा। कर्नाटक ने 16 स्वर्ण, 11 रजत और 14 कांस्य जीते। कुल पदकों में से 10 स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य पदकों के साथ महिला तैराकों ने अपनी श्रेष्ठता साबित की। तमिलनाडु आठ स्वर्ण और पांच रजत पदक और तीन कांस्य सहित कुल 16 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। महाराष्ट्र पांच स्वर्ण सहित 17 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
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