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1. प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन, मालदीव की यात्रा के पहले चरण में लंदन पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन, यूनाइटेड किंगडम पहुंच गए। वह 23 से 24 जुलाई तक यूनाइटेड किंगडम की आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं पर व्यापक चर्चा करेंगे। वह क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। दोनों पक्ष व्यापार और अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और नवाचार, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापक रणनीतिक साझेदारी (CSP) की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे। पदभार ग्रहण करने के बाद से यह प्रधानमंत्री की यूनाइटेड किंगडम की चौथी यात्रा है। इससे पहले वे 2015 और 2018 में भी ब्रिटेन की यात्रा कर चुके हैं, और 2021 में ग्लासगो में आयोजित COP26 शिखर सम्मेलन में भी वहां गए थे। यात्रा के दूसरे चरण में श्री मोदी मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू के निमंत्रण पर 25 से 26 जुलाई तक मालदीव की राजकीय यात्रा करेंगे।
2. प्रसार भारती ने मीडिया को अपने प्लेटफॉर्म PB-SHABD से मुफ्त समाचार सेवाएं लेने के लिए किया आमंत्रित
प्रसार भारती ने भारत के सभी अखबारों, पत्रिकाओं और टीवी चैनलों को अपने न्यूजवायर प्लेटफॉर्म, प्रसार भारती शेयर्ड ऑडियो विजुअल्स फॉर ब्रॉडकास्ट एंड डिसेमिनेशन (PB-SHABD) पर पंजीकरण करने के लिए आमंत्रित किया है। इससे उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले समाचार और मल्टीमीडिया कंटेंट तक निःशुल्क पहुंच की सुविधा मिलेगी। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान कर इसकी जानकारी दी है। पीबी-शब्द को मार्च 2024 में लॉन्च किया गया। पी-शब्द प्रतिदिन 800 से ज़्यादा समाचार विभिन्न भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराता है, जिनमें 40 से अधिक विविध श्रेणियां शामिल हैं। इस प्लेटफ़ॉर्म पर प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं के लाइव फ़ीड, विज़ुअल कंटेंट का एक समृद्ध संग्रह और नियमित रूप से प्रकाशित व्याख्यात्मक और शोध-आधारित लेख भी शामिल हैं। सभी सामग्री (कंटेंट) को उपयोग किए जाने वाले फार्मेट में उपलब्ध कराया जाता है, जिससे मीडिया संगठनों और कंटेंट क्रिएटर के लिए पहुंच आसान हो जाती है।
3. अमरीका ने यूनेस्को से बाहर होने की घोषणा की
अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) से बाहर होने की घोषणा की है। अमरीका ने यूनेस्को पर विभाजनकारी सांस्कृतिक और सामाजिक मुद्दों का समर्थन करने का आरोप लगाया है। यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्रे अज़ोले ने इस निर्णय को दुखद बताते हुए कहा है कि ऐसा होना ही था। यह कदम ट्रम्प प्रशासन की ओर से अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से संबंध तोड़ने के प्रयासों में नवीनतम है। इससे पहले अमरीका विश्व स्वास्थ्य संगठन और पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकल गया था और विदेशी राहत प्रयासों के लिए दी जाने वाली रकम में कटौती की थी। यूनेस्को के विश्व में 194 सदस्य देश हैं और यह विश्व धरोहर स्थलों को सूचीबद्ध करने के लिए जाना जाता है। अमरीका का यह निर्णय दिसंबर 2026 से प्रभावी होगा। 2017 में राष्ट्रपति ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान भी अमरीका यूनेस्को से बाहर हो गया था लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने बाद में इस निर्णय को पलट दिया था।
4. उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव – भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रक्रिया शुरू
गृह मंत्रालय ने 22 जुलाई, 2025 की अपनी राजपत्र अधिसूचना एसओ3354(ई) के माध्यम से उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को अधिसूचित किया है। भारत के निर्वाचन आयोग को अनुच्छेद 324 के अंतर्गत उपराष्ट्रपति के पद के लिए निर्वाचन कराने का अधिकार प्राप्त है। उपराष्ट्रपति के पद के लिए निर्वाचन राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम, 1952 और उसके अंतर्गत बनाए गए नियमों, अर्थात् राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति निर्वाचन नियमावली, 1974 द्वारा नियंत्रित होता है। तदनुसार, भारत निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति निर्वाचन, 2025 से संबंधित तैयारियां पहले ही शुरू कर दी हैं। तैयारी संबंधी गतिविधियां पूरी होने पर, उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा यथाशीघ्र की जाएगी।
5. आदि तिरुवथिरई महोत्सव तमिलनाडु के गंगईकोंडा चोलपुरम में 23 से 27 जुलाई तक मनाया जाएगा
देश का संस्कृति मंत्रालय महान चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती को तमिलनाडु के गंगईकोंडा चोलपुरम में 23 से 27 जुलाई 2025 तक आयोजित होने वाले आदि तिरुवथिरई महोत्सव के साथ मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह विशेष उत्सव राजेंद्र चोल के दक्षिण पूर्व एशिया तक की पौराणिक समुद्री यात्रा के 1,000 वर्ष पूरे होने और प्रतिष्ठित गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर के निर्माण की शुरुआत का भी स्मरण कराता है, जो चोल वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है। 23 जुलाई से शुरू होने वाले इस पांच दिवसीय महोत्सव में हर शाम जीवंत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। आगंतुक कलाक्षेत्र फाउंडेशन के कलाकारों द्वारा भरतनाट्यम प्रस्तुतियां देखेंगे और तंजावुर स्थित दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के प्रशिक्षित छात्रों द्वारा देवराम थिरुमुराई मंत्रोच्चार का आनंद लेंगे—ये दोनों ही चोल शासन के दौरान फली-फूली गहरी आध्यात्मिक और कलात्मक परंपराओं को दर्शाते हैं। आदि तिरुवथिरई महोत्सव समृद्ध तमिल शैव भक्ति परंपरा का भी जश्न मनाता है, जिसें चोलों द्वारा उत्साहपूर्वक समर्थन दिया गया था और 63 नायनारो- तमिल शैव धर्म के संत-कवियों- द्वारा अमर कर दिया गया था। गौरतलब है कि राजेंद्र चोल का जन्म नक्षत्र, तिरुवथिरई (आर्द्रा), 23 जुलाई को शुरू होना, इस वर्ष का महोत्सव को और भी महत्वपूर्ण बनाता है।
6. गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने स्वदेशी प्रदूषण नियंत्रण पोत ‘समुद्र प्रचेत’ का किया जलावतरण
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) द्वारा निर्मित दो स्वदेशी प्रदूषण नियंत्रण पोतों (पीसीवी) में से अंतिम पोत ‘समुद्र प्रचेत’ का बुधवार को गोवा में भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के लिए जलावतरण किया गया। इस पोत परियोजना ने 72% स्वदेशी सामग्री के साथ स्थानीय उद्योग और एमएसएमई की सक्रिय भागीदारी के माध्यम से राष्ट्रीय क्षमता निर्माण, रोजगार सृजन तथा कौशल संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार,114.5 मीटर लंबाई, 16.5 मीटर चौड़ाई और 4,170 टन भार विस्थापन वाले इस जहाज पर 14 अधिकारी और 115 नाविक तैनात होंगे। इसमें दो साइड-स्वीपिंग आर्म्स लगे हैं, जो चलते समय तेल रिसाव को नियंत्रित करने में सक्षम हैं। इसके साथ ही पोत में तेल रिसाव का पता लगाने के लिए एक आधुनिक रडार प्रणाली भी है। इस पोत को सम्पूर्ण विस्कोसिटी स्पेक्ट्रम में तेल निकालने, दूषित जल को पंप करने, प्रदूषकों का विश्लेषण एवं पृथक्करण करने और निकाले गए तेल को समर्पित जहाज पर स्थित टैंकों में संग्रहित करने के लिए तैयार किया गया है। वहीं, पहला प्रदूषण नियंत्रण पोत ‘समुद्र प्रताप’, 29 अगस्त, 2024 को जलावतरित किया गया था और जल्द ही इसे सौंपे जाने की उम्मीद है।
7. ‘बेस्ट मैजिक क्रिएटर’ अवॉर्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनीं सुहानी शाह
भारतीय महिला जादूगर और मेंटलिस्ट सुहानी शाह ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने ‘जादू की दुनिया का ऑस्कर’ कहे जाने वाले एफआईएसएम (वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक) अवॉर्ड को अपने नाम किया है। सुहानी शाह भारत की सबसे प्रसिद्ध मेंटलिस्ट और जादूगरों में से एक हैं, जिन्होंने सात साल की उम्र से ही जादूगरी के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत की थी और इतनी छोटी उम्र में ही उन्होंने शो करना शुरू कर दिया था। सुहानी शाह अब तक 5,000 से अधिक लाइव परफॉर्मेंस दे चुकी हैं।
8. पांच वर्षों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों में 6.5 % से अधिक की कमी
एक महत्वपूर्ण वित्तीय खुलासे में वित्त मंत्रालय ने हाल ही में राज्यसभा को सूचित किया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) ने वित्त वर्ष 2016 से 2025 के बीच ₹12 लाख करोड़ से अधिक की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPAs) को बट्टे खाते में डाल दिया है। हालांकि इतने बड़े पैमाने पर ऋण बट्टे खाते में डाले गए हैं, फिर भी विभिन्न कानूनी माध्यमों के तहत ऋण की वसूली के प्रयास जारी हैं। इसके साथ ही, सार्वजनिक बैंकों में 48,570 पदों पर एक बड़े स्तर की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जो बैंकिंग क्षेत्र में एक अहम प्रगति मानी जा रही है। यह विकास अर्थव्यवस्था, बैंकिंग और शासन से संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष रूप से प्रासंगिक है।
9. ADB का अनुमान: 2025 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.5%, 2026 में 6.7% की दर से बढ़ेगी
एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने बुधवार को कहा कि भारत की जीडीपी 2025 में 6.5 प्रतिशत और 2026 में 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। इसकी वजह घरेलू स्तर पर मजबूत मांग और मौद्रिक नीति में नरमी होना है। एडीबी ने बयान में कहा कि महंगाई इस साल 3.8 प्रतिशत और 2026 में 4 प्रतिशत रह सकती है, जो कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा तय की गई सीमा के मुताबिक है। बयान में आगे कहा कि भारत में खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट से मुख्य महंगाई को नियंत्रित करने में भी मदद मिली है। खाद्य मुद्रास्फीति के नकारात्मक होने के कारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) मुद्रास्फीति जून में घटकर 2.1 प्रतिशत रह गई, जो 77 महीनों में सबसे कम है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि इस वित्त वर्ष में भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.4-6.7 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है, जिससे दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में देश की स्थिति मजबूत होगी।
8. भारत की अर्थव्यवस्था 2028 तक वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी: मॉर्गन स्टेनली
भारत की अर्थव्यवस्था 2028 तक वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी और 2035 तक दोगुनी से भी ज़्यादा बढ़कर 10.6 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी। मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक की अर्थव्यवस्था लगभग एक ट्रिलियन डॉलर की होगी और 2030 और 2035 के बीच ये राज्य शीर्ष 20 वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। पिछले पाँच वर्षों में रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार दिखाने वाले राज्य छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत आने वाले दशक में वैश्विक विकास का पांचवां हिस्सा हासिल करेगा और कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों की आय वृद्धि के लिए आवश्यक बन जाएगा। इस परिणाम को प्राप्त करने के लिए अन्य बातों के अलावा भारत के 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
9. दिल्ली सरकार ने पदक विजेताओं के नकद पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी की
दिल्ली सरकार ने ओलंपिक और पैरालंपिक पदक विजेताओं के लिए नकद पुरस्कारों में भारी वृद्धि की है, जिसका उद्देश्य खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देना और युवाओं को सशक्त बनाना है। यह निर्णय हाल ही में शुरू की गई “मुख्यमंत्री खेल प्रोत्साहन योजना” के तहत लिया गया है, जिसका मकसद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतिभाओं को पहचान देना और उन्हें सम्मानित करना है। इस पहल के जरिए सरकार प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रेरित करने और दिल्ली को एक खेल हब के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। पहले दिल्ली में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेताओं को ₹3 करोड़ की प्रोत्साहन राशि दी जाती थी, जिसे अब बढ़ाकर ₹7 करोड़ कर दिया गया है। रजत पदक के लिए ₹5 करोड़ और कांस्य पदक के लिए ₹3 करोड़। ओलंपिक स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं को ग्रेड A की सरकारी नौकरी। एशियाई और पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक पर ₹3 करोड़, रजत पर ₹2 करोड़ और कांस्य पर ₹1 करोड़।
10. राष्ट्रीय प्रसारण दिवस 2025
राष्ट्रीय प्रसारण दिवस, जो हर साल 23 जुलाई को मनाया जाता है, भारत में संगठित रेडियो प्रसारण की शुरुआत की स्मृति में मनाया जाता है। यह वह दिन है जब 1927 में इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी (IBC) की स्थापना के साथ देश में औपचारिक रेडियो सेवा की नींव रखी गई थी। यह दिवस आकाशवाणी (All India Radio) की उस ऐतिहासिक भूमिका का उत्सव है, जिसने जनसंचार, शिक्षा और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। हालांकि, भारत में सबसे पहली रेडियो ट्रांसमिशन जून 1923 में बॉम्बे रेडियो क्लब द्वारा की गई थी।
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