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1. भारत को एक बार फिर से चुना गया विश्व डाक संघ की प्रशासनिक परिषद का सदस्य
संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में आयोजित 28वें यूपीयू कांग्रेस के दौरान भारत को यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) की प्रशासन परिषद (सीए) और डाक संचालन परिषद (पीओसी) के लिए पुनः निर्वाचित किया गया है। संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन डाक क्षेत्र के हितधारकों के बीच सहयोग का प्राथमिक मंच है। सीए नीति, नियामक और शासन संबंधी मामलों के लिए ज़िम्मेदार है। जबकि पीओसी तकनीकी और परिचालन निकाय है। यह दुनिया भर में डाक सेवाओं के आधुनिकीकरण को संचालित करता है। भारत का पुनः निर्वाचित होना भारतीय डाक के नेतृत्व, सुधारों और नवीन डिजिटल पहलों में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के विश्वास को दर्शाता है। भारत 1876 से यूपीयू का सदस्य रहा है और वैश्विक डाक नेटवर्क को मज़बूत बनाने में निरंतर योगदान देता रहा है।
2. इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स और कुवैत के बीच एमओयू साइन, द्विपक्षीय व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
भारत और कुवैत के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) और कुवैत स्थित गल्फ कंसल्ट के प्रतिनिधिमंडल के बीच मुंबई में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह एमओयू दोनों देशों के बीच व्यापार, संस्कृति और वित्तीय संबंधों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इंडियन बिजनेस एंड प्रोफेशनल काउंसिल कुवैत (आईबीपीसी) की स्थापना 2001 में भारत के कुवैत राजदूत के संरक्षण में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य कुवैत और भारत के बीच व्यापार, निवेश तथा व्यवसायिक सहयोग को बढ़ावा देना है। यह एक गैर-लाभकारी, गैर-व्यावसायिक और स्वैच्छिक संगठन है, जिसमें कुवैत में रहने वाले भारतीय प्रवासी समुदाय के प्रमुख सदस्य शामिल हैं।
3. भारत में शुरू हुई IEC की 89वीं जनरल मीटिंग, 100+ देशों के विशेषज्ञ जुटे
लंदन स्थित अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल आयोग (IEC) की 89वीं आम बैठक (जीएम) की मेज़बानी भारत मंडपम, नई दिल्ली, भारत द्वारा की जा रही है। यह चौथी बार है जब भारत प्रतिष्ठित आईईसी आम बैठक की मेजबानी कर रहा है। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने घोषणा की है कि भारत 15 से 19 सितंबर, 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल आयोग (आईईसी) की 89वीं आम बैठक (जीएम) की मेज़बानी कर रहा है। इस आयोजन में 100 से अधिक देशों के 2,000 से अधिक विशेषज्ञ एक साथ आएँगे, जो अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल मानकों को निर्धारित करने पर विचार-विमर्श करेंगे जिससे एक स्थायी, पूर्णतः विद्युत-चालित और कनेक्टेड विश्व को बढ़ावा मिलेगा। वर्ष 1960, 1997 और 2013 के बाद, यह चौथी बार है जब भारत प्रतिष्ठित आईईसी आम बैठक की मेजबानी कर रहा है। उद्घाटन समारोह का उद्घाटन केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी करेंगे, जबकि केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल भारत मंडपम में आईईसी जी एम प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल आयोग (IEC) की स्थापना सन् 1906 में लंदन में विद्युत और इलेक्ट्रॉनिक प्रौद्योगिकियों के लिए समान मानक स्थापित करने के उद्देश्य से की गई थी।
4. मेघा इंजीनियरिंग बनाएगी भारत का पहला प्राइवेट ऑयल रिज़र्व
मेघा इंजीनियरिंग देश का पहला निजी रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार के निर्माण और प्रबंधन करने के लिए अनुबंध हासिल किया है। यह रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार 2.5 मिलियन मीट्रिक टन क्षमता वाला होगा, जिसकी लागत 5,700 करोड़ रुपये होगी। मेघा इंजीनियरिंग को कर्नाटक के पादुर में भारत के पहले निजी रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार के निर्माण और प्रबंधन के लिए 5,700 करोड़ रुपये का ठेका मिला है। यह 2.5 मिलियन मीट्रिक टन क्षमता वाली सुविधा मौजूदा भंडारों के पूरक के रूप में भारत की ऊर्जा सुरक्षा को महत्त्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी। इस उद्यम में वर्तमान दरों पर 1.25 बिलियन डॉलर (11,020 करोड़ रुपये) का कच्चा तेल भरने का खर्च शामिल है, जो देश के ऊर्जा सुरक्षा बुनियादी ढाँचे को मजबूत करने की दिशा में सबसे बड़ा निजी निवेश है। पादुर में पहले से ही भारत के मौजूदा रणनीतिक भंडार का एक हिस्सा मौजूद है। यह नया भंडार भारत के मौजूदा 5.33 मिलियन मीट्रिक टन के रणनीतिक भंडार को बढ़ाएगा, जो वर्तमान में क्षमता के अनुसार केवल 8-9 दिनों की कच्चे तेल की आपूर्ति प्रदान करता है।
5. ऑयल इंडिया और हिंदुस्तान कॉपर में समझौता, खनिज सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम
ऑयल इंडिया लिमिटेड और हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड ने तांबा और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों के अन्वेषण और विकास के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। खान मंत्रालय ने कहा कि यह सहयोग देश की खनिज सुरक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर है। यह साझेदारी देश की ऊर्जा सुरक्षा, औद्योगिक विकास और तकनीकी उन्नति के लिए आवश्यक रणनीतिक खनिज संसाधनों को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
6. दिल्ली विधानसभा में प्रधानमंत्री मोदी को समर्पित विशेष पुस्तक गैलरी का उद्घाटन
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा पुस्तकालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को समर्पित विशेष पुस्तक गैलरी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री गुप्ता ने कहा कि यह एक व्यापक पहल है, जो प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और शासनकाल को दर्शाती है। श्री गुप्ता ने बताया कि इस गैलरी में एकत्र सभी पुस्तकें विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध कराई जाएंगी। विधानसभा अध्यक्ष ने दिल्ली वासियों से आग्रह करते हुए कहा कि यदि उनके पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आधारित कोई पुस्तक है, तो उसे भी दिल्ली विधानसभा की पुस्तक गैलरी से जोडा जा सकता है।
7. सऊदी अरब-पाकिस्तान ने NATO जैसी रक्षा संधि पर हस्ताक्षर किए
सऊदी अरब और परमाणु-सशस्त्र पाकिस्तान ने नाटो शैली में “एक पर हमला = दोनों पर हमला” नामक ‘रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते‘ पर हस्ताक्षर किए है। दरअसल, इस समझौते का समय इज़राइल के लिए एक संकेत प्रतीत होता है, इजराइल ने अरब देशों में खतरे की घंटी बजा दी है, क्योंकि ईरान, लेबनान, सीरिया, यमन और अब क़तर में इज़राइली अभियान बढ़ रहे हैं। सऊदी अरब और परमाणु-सशस्त्र पाकिस्तान के बीच 17 सितंबर, 2025 को हस्ताक्षरित ‘रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते’ के शब्दों ने लोगों को चौंका दिया है। समझौते में किसी भी देश का नाम लिए बिना कहा गया है, “किसी भी देश के ख़िलाफ़ किसी भी आक्रमण को दोनों के ख़िलाफ़ आक्रमण माना जाएगा।” नाटो शैली के इस रक्षा समझौते और “एक पर हमला = दोनों पर हमला” की शब्दावली को इस्लामाबाद में एक बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जाएगा। यह समझौते को भारत के विरुद्ध एक रणनीतिक निवारक के रूप में देखा जा सकता है। यद्यपि पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच दशकों से अनौपचारिक रक्षा संबंध रहे हैं, यह नवीनतम समझौता इस्लामी देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को औपचारिक रूप देने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। यह वर्षों के ठंडे संबंधों के बाद सऊदी-पाकिस्तान संबंधों के पुनर्निर्धारण का भी प्रतीक है। उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन या नाटो 4 अप्रैल, 1949 में गठित एक अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन है। शीत युद्ध के दौरान नाटो ने सोवियत विस्तारवाद के विरुद्ध एक निवारक शक्ति के रूप में कार्य किया, जहाँ संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा अपने यूरोपीय सहयोगियों को महत्त्वपूर्ण सैन्य सहायता प्रदान की गई।
8. जापान का ISSA-J1 उपग्रह 2027 में PSLV से लॉन्च होगा
एस्ट्रोस्केल जापान ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने अपने ISSA-J1 ‘इन-सीटू स्पेस सिचुएशनल अवेयरनेस-जापान 1’ उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के साथ एक प्रक्षेपण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह अंतरिक्ष यान वर्ष 2027 के वसंत में आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा द्वीप पर स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया जाएगा। पहली बार, एक जापानी कंपनी ने अपने ISSA-J1 उपग्रह को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए एक संपूर्ण भारतीय PSLV रॉकेट खरीदा है। ISSA-J1 का अर्थ है इन-सीटू स्पेस सिचुएशनल अवेयरनेस-जापान 1 मिशन। यह अंतरिक्ष यान वर्ष 2027 के वसंत में आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा द्वीप पर स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) के माध्यम से प्रक्षेपित किया जाएगा। ISSA-J1, जिसका अर्थ है ‘इन-सीटू स्पेस सिचुएशनल अवेयरनेस-जापान 1’, जापान के लघु व्यवसाय नवाचार अनुसंधान (SBIR) कार्यक्रम के तहत विकसित किया जा रहा है। शिक्षा, संस्कृति, खेल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा संचालित SBIR कार्यक्रम, नई तकनीकों के निर्माण में स्टार्टअप्स और अनुसंधान संगठनों का समर्थन करता है और सरकारी सहायता से उन परिणामों को व्यावहारिक उपयोग की ओर ले जाने में मदद करता है।
9. भारतीय तटरक्षक बल का नया जहाज आईसीजीएस ‘अदम्य’ लॉन्च
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) की ताकत को और मजबूत करते हुए शुक्रवार को ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर नया तीव्र गश्ती पोत (एफपीवी) आईसीजीएस ‘अदम्य’ लॉन्च किया गया। यह जहाज पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है। खास बात यह है कि इसमें इस्तेमाल हुई 60 प्रतिशत से अधिक सामग्री भारतीय है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान का सशक्त प्रतीक है। यह जहाज 51 मीटर लंबा है और इसे पारादीप में ही तैनात किया जाएगा। इसका परिचालन और प्रशासनिक नियंत्रण आईसीजी क्षेत्र (उत्तर-पूर्व) के कमांडर और आईसीजी जिला मुख्यालय-7 (ओडिशा) के पास रहेगा। इस जहाज पर पांच अधिकारी और 34 कर्मियों की टीम तैनात होगी। यह जहाज समुद्री निगरानी, खोज और बचाव अभियान, प्रदूषण नियंत्रण और भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा जैसे कई अहम दायित्व निभाएगा। हथियारों की बात करें तो इसमें 30 मिमी सीआरएन 91 तोप और दो 12.7 मिमी रिमोट कंट्रोल्ड मशीन गन लगी हैं, जिन्हें आधुनिक फायर कंट्रोल सिस्टम सपोर्ट करते हैं।
10. जापान की रेटिंग एंड इन्वेस्टमेंट इन्फॉर्मेशन, इंक. (आर एंड आई) ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को बीबीबी+ (स्थिर) तक अपग्रेड किया
भारत सरकार जापान की क्रेडिट रेटिंग एजेंसी, रेटिंग एंड इन्वेस्टमेंट इन्फॉर्मेशन, इंक. (आर एंड आई) द्वारा भारत की दीर्घकालिक सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को ‘बीबीबी’ से बढ़ाकर ‘बीबीबी+’ करने और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए “स्टेबल” आउटलुक बरकरार रखने के निर्णय का स्वागत करती है। यह इस वर्ष किसी सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग एजेंसी द्वारा किया गया तीसरा अपग्रेड है, इससे पहले एसएंडपी ने अगस्त 2025 में ‘बीबीबी’ (बीबीबी- से) और मॉर्निंगस्टार डीबीआरएस ने मई 2025 में ‘बीबीबी’ (बीबीबी (निम्न) से) अपग्रेड किया था, जिससे विश्व में सर्वाधिक गतिशील और लचीली प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में भारत की स्थिति की पुष्टि हुई है।
11. असम के प्रसिद्ध गायक ज़ुबीन गर्ग का सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान निधन
असम के प्रसिद्ध गायक ज़ुबीन गर्ग का सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग दुर्घटना में निधन हो गया। ज़ुबीन नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में भाग लेने के लिए सिंगापुर में थे। आज उनका कार्यक्रम था। ज़ुबीन गर्ग 2006 की फ़िल्म गैंगस्टर के गाने “या अली रहम अली ” से बॉलीवुड में सुर्खियों में आए थे। उनके आकस्मिक निधन की खबर ने उनके प्रशंसकों और सांस्कृतिक समुदायों को स्तब्ध कर दिया है। ज़ुबीन न केवल एक गायक, गीतकार और अभिनेता के रूप में, बल्कि पूर्वोत्तर में एक सांस्कृतिक दूत के रूप में भी प्रतिष्ठित थे।
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