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1.भारत और अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस ने नई दिल्ली में मुख्यालय समझौते पर हस्ताक्षर किए
भारत और अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस (IBCA) ने नई दिल्ली में मुख्यालय समझौते (Headquarters Agreement) पर हस्ताक्षर किए। समझौते पर विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) पी. कुमारन और आई बी सी ए-IBCA के महानिदेशक डॉ. एस.पी. यादव ने हस्ताक्षर किये हैं। इस समझौते के तहत, भारत आई बी सी ए -IBCA मुख्यालय और सचिवालय की मेजबानी करेगा। सरकार इस समझौते के अंतर्गत आई बी सी ए -IBCA को 2023-24 से 2028-29 तक पाँच वर्षों के लिए 150 करोड़ रुपये की बजटीय सहायता प्रदान करेगी, जिसमें कोष निर्माण, अवसंरचना निर्माण और आवर्ती खर्चों की पूर्ति शामिल है। अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2023 में मैसूरु में प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान की थी। आई बी सी ए (IBCA) का मुख्य उद्देश्य सात बड़ी बिल्लियों– बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, चीता, जगुआर और प्यूमा का संरक्षण करना है।
2.केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने जैसलमेर के पोकरण में 1.3 गीगावॉट की पीक पावर क्षमता वाले सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया
राजस्थान में जैसलमेर के पोकरण में 1.3 गीगावॉट पीक पावर क्षमता 100 मेक इन इंडिया मोडूलर द्वारा निर्मित सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा, उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी द्वारा राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की मौजूदगी में किया गया। मेक इन इंडिया’ पर फोकस इस परियोजना में 100 फीसदी भारत में निर्मित सोलर पैनल्स का उपयोग किया गया है, जिनमें से 90 फीसदी का निर्माण जयपुर स्थित भारतीय कंपनी रीन्यू की आधुनिक सोलर मोड्यूल निर्माण युनिट में हुआ है। यह भारत में इस पैमाने की पहली परियोजना है, जिसे राजस्थान में अंजाम दिया गया है। 1.3 गीगावॉट पीक पावर क्षमता की यह सोलर पावर परियोजना राजस्थान के जैसलमेर ज़िले में पोखरन और भनियाना तहसीलों के रामपुरिया, भिनाजपुरा, हस्तिनापुर और मासुरिया सहित कई गांवों में तकरीबन 3500 एकड़ में फैली है। उम्मीद है कि इस परियोजना से सालाना लगभग 2490 मिलियन युनिट्स विद्युत का उत्पादन होगा, जिससे राजस्थान में लगभग 5 लाख परिवारों की विद्युत संबंधी ज़रूरतें पूरी होंगी।
3.बोस संस्थान के वैज्ञानिकों को फंडामेंटल फिजिक्स में ब्रेकथ्रू पुरस्कार मिला
बोस संस्थान के प्रायोगिक उच्च ऊर्जा भौतिकी समूह को यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन में एलिस के अंतर्गत फंडामेंटल फिजिक्स में ब्रेकथ्रू पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है। वर्तमान में इस समूह में संकाय सदस्य – प्रो. सुप्रिया दास, डॉ. सिद्धार्थ कुमार प्रसाद और डॉ. सैकत बिस्वास, पोस्ट डॉक्टरल फेलो – डॉ. संचारी ठाकुर और वरिष्ठ अनुसंधान फेलो- श्री मिंटू हलधर शामिल हैं। वर्ष 2025 के लिए फंडामेंटल फिजिक्स में 3 मिलियन डॉलर का ब्रेकथ्रू पुरस्कार यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन के लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (एलएचसी) – एटलस, सीएमएस, एलिस और लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर ब्यूटी (एलएचसीबी ) में चार प्रायोगिक सहयोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले 70 से अधिक देशों के हजारों शोधकर्ताओं को दिया गया है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत एकमात्र स्वायत्त संस्थान बोस संस्थान, कोलकाता भारत में कई अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर सर्न में एक बड़े आयन कोलाइडर प्रयोग (एलिस) पर काम कर रहा है। एलिस क्वार्क-ग्लूऑन प्लाज्मा (क्यूजीपी) का अध्ययन करता है, जो अत्यंत गर्म और सघन पदार्थ की एक अवस्था है जो बिग बैंग के बाद पहले माइक्रोसेकंड में मौजूद थी।
4.तमिलनाडु ने केंद्र-राज्य संबंधों की समीक्षा के लिए कुरियन जोसेफ समिति गठित की
तमिलनाडु सरकार ने केंद्र-राज्य संबंधों की समीक्षा के लिए उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की है। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने 15 अप्रैल 2025 को राज्य विधानसभा में इस निर्णय की घोषणा की। तमिलनाडु में एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके सरकार के केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं। इसने हमेशा मेडिकल प्रवेश के लिए केंद्र की राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) और नई शिक्षा नीति 2020 का विरोध किया है। डीएमके सरकार का मानना है कि केंद्र ,इन नीतियों के माध्यम से राज्य के अधिकारों का अतिक्रमण कर रहा है। 1969 में, एम के स्टालिन के पिता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि ने मद्रास उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश पीवी राजमन्नार की अध्यक्षता में एक समान समिति का गठन किया था। सत्तारूढ़ डीएमके पार्टी का भारतीय संविधान के तहत अधिक राज्य स्वायत्तता का समर्थन करने का इतिहास रहा है और उसने हमेशा एक मजबूत केंद्र का विरोध किया है।
5.वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत की GDP ग्रोथ 6.4% रहने का अनुमान, फिच
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने गुरुवार को भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अपने नए अनुमान जारी किए। एजेंसी ने कहा है कि वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) में भारत की GDP ग्रोथ 6.4 प्रतिशत रह सकती है, जबकि अगले वित्त वर्ष 2026-27 (FY27) के लिए यह अनुमान 6.3 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। फिच ने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, खासकर अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव की आशंकाओं को देखते हुए भारत की GDP ग्रोथ के पहले के अनुमान को 0.1% घटा दिया है। पहले FY25 के लिए 6.3% अनुमान था, जिसे अब घटाकर 6.2% कर दिया गया है। इसी तरह FY26 के लिए भी अनुमान 6.5% से घटाकर 6.4% किया गया है।
6.मनसुख मांडविया ने डोपिंग रोकने के लिए नई यूनिट का उद्घाटन किया
केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने गुरुवार को नई दिल्ली की राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला में एथलीट पासपोर्ट प्रबंधन इकाई (APMU) का उद्घाटन किया। इस यूनिट का मकसद खेलों को डोपिंग जैसी अनैतिक गतिविधियों से मुक्त बनाना और एथलीटों की निगरानी करना है ताकि वे स्वच्छ और ईमानदार तरीके से प्रतियोगिता में हिस्सा लें। इस नई तकनीक के तहत एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (ABP) सिस्टम के जरिए खिलाड़ियों की शारीरिक प्रोफाइल की लंबे समय तक निगरानी की जाएगी। इससे पता चल सकेगा कि कोई खिलाड़ी डोपिंग कर रहा है या नहीं। यह यूनिट विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) के नियमों के अनुसार बनाई गई है और यह दुनिया की 17वीं ऐसी यूनिट है। इसके जरिए खिलाड़ियों के खून और स्टेरॉयड स्तर की निगरानी की जाएगी ताकि कोई भी अनैतिक तरीका अपनाने से पहले ही पकड़ा जा सके।
7.महाराष्ट्र थ्री लैंग्वेज पॉलिसी लागू करने वाला पहला राज्य बना
महाराष्ट्र सरकार ने फैसला किया है कि राज्य भर के मराठी और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए तीसरी भाषा के रूप में हिंदी पढ़ना अनिवार्य होगा। यह दो भाषाओं के अध्ययन की प्रथा से अलग है। वहीं राज्य की राजनीतिक दल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने सरकार के इस फैसले की निंदा की है। कक्षा 1 से 5 के लिए तीन-भाषा फॉर्मूला राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत नए पाठ्यक्रम कार्यान्वयन का एक हिस्सा है। राज्य स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूली शिक्षा के लिए एनईपी 2020 की सिफारिशों के अनुसार तैयार किए गए नए पाठ्यक्रम ढांचे के चरणबद्ध कार्यान्वयन की योजना घोषित की है। सरकारी संकल्प (जीआर) के अनुसार, अगले शैक्षणिक वर्ष से कक्षा 1 से 5 तक तीसरी भाषा के रूप में हिंदी अनिवार्य होगी।
8.नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स को वैश्विक स्तर पर 97वां सर्वश्रेष्ठ अस्पताल का दर्जा दिया गया है
नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स को न्यूज़वीक और स्टेटिस्टा की विश्व के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों की वर्ष 2024 की रैंकिंग में वैश्विक स्तर पर 97वां सर्वश्रेष्ठ अस्पताल का दर्जा दिया गया है। यह सम्मान उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवा, चिकित्सा अनुसंधान और किफायती उपचार उपलब्ध कराने में एम्स की उत्कृष्टता प्रदर्शित करता है। यह रैंकिंग 30 देशों के दो हजार 400 से अधिक अस्पतालों का मूल्यांकन के बाद दी गई है। इसके अलावा, चंडीगढ़ के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान संस्थान को सूची में 228वां स्थान मिला है। गुरूग्राम के एक निजी अस्पताल को 146वां स्थान मिला है। यह सम्मान उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवा, चिकित्सा अनुसंधान और किफायती उपचार उपलब्ध कराने में एम्स की उत्कृष्टता प्रदर्शित करता है। यह रैंकिंग 30 देशों के दो हजार 400 से अधिक अस्पतालों का मूल्यांकन के बाद दी गई है।
9.2024 में एग्रीफूड टेक सेक्टर के लिए निवेश हासिल करने में विकासशील देशों में शीर्ष पर रहा भारत: रिपोर्ट
भारत 2024 में एग्रीफूड टेक सेक्टर के लिए निवेश हासिल करने में विकासशील देशों में शीर्ष पर रहा। इस सेक्टर की फंडिंग में बीते वर्ष 215 प्रतिशत की बढ़त हुई। वहीं, डील की संख्या में 27 प्रतिशत का इजाफा हुआ। ग्लोबल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म, एगफंडर के सहयोग से ओमनिवोर द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार 2024 में शीर्ष 10 देशों में से पांच में निवेश में वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले साल भारत के एग्रीफूड टेक स्टार्टअप में निवेश 3 गुना से अधिक बढ़कर 2.5 अरब डॉलर हो गया है। सिंगापुर में निवेश 3 प्रतिशत बढ़कर 172 मिलियन डॉलर, मैक्सिको में निवेश 250 प्रतिशत बढ़कर 97 मिलियन डॉलर और वियतनाम में निवेश 350 प्रतिशत बढ़कर 87 मिलियन डॉलर और चिली में निवेश 33 प्रतिशत बढ़कर 58 मिलियन डॉलर रहा। रिपोर्ट के अनुसार, निवेश में यह वृद्धि क्विक कॉमर्स कंपनी जेप्टो द्वारा जुटाए गए फंड की वजह से हुई है। जेप्टो 2024 में वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा फंड पाने वाली एग्री फुडटेक कंपनी थी, जिसने तीन लेट-स्टेज सौदों के जरिए लगभग 1.4 बिलियन डॉलर जुटाए। 2024 में विकासशील बाजारों में एग्रीफूड टेक इन्वेस्टमेंट सालाना आधार पर 63 प्रतिशत बढ़कर 3.7 अरब डॉलर हो गई है, जो कि वैश्विक स्तर पर हुए कुल निवेश का 23 प्रतिशत है।
10.भारत 2025 में साढ़े छह प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास संगठन की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2025 में साढ़े छह प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। दूसरी और विश्व मंदी की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। ‘व्यापार और विकास पूर्वानुमान रिपोर्ट-2025 में भारत को उन देशों में शामिल किया गया है जो उच्च सरकारी खर्च और मौद्रिक नीति प्रोत्साहन के साथ विकास को गति दे रहे हैं। रिपोर्ट में चीन की विकास दर 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। अमरीकी अर्थव्यवस्था और यूरोपीय संघ की वृद्धि दर के एक प्रतिशत रहने का अनुमान है, जबकि फ्रांस, जर्मनी और इटली की वृद्धि दर के एक प्रतिशत से कम रहने की आशंका है। इसी तरह जापान की आर्थिक वृद्धि दर घटकर मात्र 0.5 प्रतिशत रह सकती है।
11.एफआईयू-आईएनडी और आरबीआई ने बेहतर सहयोग और सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
वित्तीय खुफिया इकाई-भारत (एफआईयू-आईएनडी) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम और इसके अंतर्गत बनाए गए नियमों की जरूरतों के प्रभावी कार्यान्वयन में निरंतर सहयोगी प्रयासों के हिस्से के तौर पर किया गया। समझौता ज्ञापन पर एफआईयू-आईएनडी के निदेशक श्री विवेक अग्रवाल और भारतीय रिजर्व बैंक के विनियमन विभाग के कार्यकारी निदेशक श्री आर. एल. के. राव ने हस्ताक्षर किए।
12.सी-डॉट और स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने मल्टी-कोर फाइबर पर भारत का पहला क्वांटम कुंजी वितरण (क्यूकेडी) हासिल किया
सी-डॉट ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (एसटीएल) के साथ मिलकर 4-कोर मल्टी-कोर फाइबर (एमसीएफ) पर भारत के पहले क्यूकेडी ट्रांसमिशन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह क्वांटम-सुरक्षित संचार नेटवर्क की दिशा में देश की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मल्टी-कोर फाइबर (एमसीएफ) तकनीक एक ही फाइबर के भीतर कई कोर में डेटा ट्रांसमिशन को सक्षम करके शक्तिशाली समाधान प्रदान करती है। इससे भौतिक स्थान और बुनियादी ढांचे की लागत में काफी बचत होती है। क्यूकेडी के लिए आमतौर पर क्वांटम चैनल के लिए एक समर्पित डार्क फाइबर की आवश्यकता होती है। इसके संदर्भ में – एमसीएफ एक महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करता है: यह एकल फाइबर के भीतर अलग-अलग कोर में क्वांटम और पारम्परिक संकेतों के भौतिक पृथक्करण को सक्षम बनाता है। यह क्वांटम सिग्नल संचार से समझौता किए बिना एक ही फाइबर पर क्यूकेडी और उच्च क्षमता वाले डेटा ट्रैफ़िक के एक साथ प्रसारण की अनुमति देता है जिससे फाइबर की लागत बचती है।
13.भारतीय टेलीस्कोप ने मायावी ‘मिडलवेट’ ब्लैक होल्स पर प्रकाश डाला
भारत के सबसे बड़े ऑप्टिकल टेलीस्कोप का उपयोग करके लगभग 4.3 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक धुंधली आकाशगंगा में स्थित इंटरमीडिया ब्लैक होल (आईएमबीएच) का पता लगाते हुए खगोलविदों ने पाया है कि गैस के बादल 545 किमी प्रति सेकंड के वेग फैलाव के साथ 125 प्रकाश मिनट (लगभग 2.25 बिलियन किलोमीटर) की दूरी पर ब्लैक होल की परिक्रमा करते हैं। भारत के सबसे बड़े ऑप्टिकल टेलीस्कोप का उपयोग करके लगभग 4.3 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक धुंधली आकाशगंगा में स्थित इंटरमीडिया ब्लैक होल (आईएमबीएच) का पता लगाते हुए खगोलविदों ने पाया है कि गैस के बादल 545 किमी प्रति सेकंड के वेग फैलाव के साथ 125 प्रकाश मिनट (लगभग 2.25 बिलियन किलोमीटर) की दूरी पर ब्लैक होल की परिक्रमा करते हैं। यह खोज इस बारे में हमारी समझ और बढ़ाती है कि ब्लैक होल, विशेषकर वे जिनका वजन 100 से 100,000 सूर्यों के बीच है, कैसे बढ़ते हैं और अपने परिवेश के साथ अंतःक्रिया करते हैं। दशकों से खगोलविदों ने ब्रह्मांडीय ब्लैक होल परिवार में एक लापता कड़ी की खोज की हैं: मायावी इंटरमिडिएट-मास ब्लैक होल (आईएमबीएच)। छोटे तारकीय ब्लैक होल (जिनका द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान से कुछ दर्जन गुना अधिक है) और विशाल सुपरमैसिव ब्लैक होल (जिनका द्रव्यमान लाखों से लेकर अरबों सौर द्रव्यमान है) के बीच की खाई को पाटते हुए, आईएमबीएच मायावी बने हुए हैं।
14.नीरज चोपड़ा ने दक्षिण अफ्रीका में पोटचेफस्ट्रूम इनविटेशनल टूर्नामेंट में 84.52 मीटर थ्रो के साथ जीता स्वर्ण
डबल ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका में पोटचेफस्ट्रूम इनविटेशनल में 84.52 मीटर के प्रभावशाली थ्रो के साथ अपने 2025 सीजन की शुरुआत की। उनके इस प्रदर्शन ने विश्व एथलेटिक्स के लिए महत्वपूर्ण वर्ष में छह पुरुषों के क्षेत्र में शीर्ष स्थान हासिल करते हुए स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया। चोपड़ा 25 वर्षीय दक्षिण अफ़्रीकी भाला फेंक खिलाड़ी डौ स्मिट से काफी आगे रहे, जिन्होंने 82.44 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो दर्ज किया। भारतीय स्टार ने शुरुआती सीजन में कुछ मजबूत थ्रो किए, जिसमें सिर्फ़ वह और स्मिट ही 80 मीटर का आंकड़ा पार कर पाए। तीसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो स्थानीय एथलीट डंकन रॉबर्टसन का रहा, जिन्होंने 71.22 मीटर तक थ्रो किया। हालांकि, नीरज का थ्रो उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.94 मीटर से कम था, लेकिन यह एक ठोस शुरुआत थी, जबकि स्मित 83.29 मीटर के अपने ही मार्क के करीब पहुंच गए।
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