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1.पीएम मोदी को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से किया गया सम्मानित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुधवार को अफ्रीकी देश नामीबिया की एक दिवसीय राजकीय यात्रा के दौरान वहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एनशिएंट वेलविचिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह द्वारा नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान नामीबिया की आज़ादी के बाद 1995 में शुरू किया गया था और यह नेतृत्व, सेवा और साहस के प्रतीक के रूप में दिया जाता है। इसका नाम एक अनोखे रेगिस्तानी पौधे वेलविचिया मिराबिलिस पर रखा गया है, जो केवल नामीबिया और आसपास के इलाकों में पाया जाता है और इसे उसकी अनूठी संरचना, लंबी उम्र और जीवन शक्ति के लिए जाना जाता है। गौरतलब हो, यह प्रधानमंत्री मोदी के लिए 27वां वैश्विक सम्मान है, जो उनकी पांच देशों की यात्रा के दौरान चौथा और 24 घंटे से भी कम समय में दूसरा है।
2. भारत और नामीबिया ने स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में, नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना और सहयोग पर समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए
द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नामीबिया के राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने बुधवार को विंडहोक में स्वास्थ्य और उद्यमिता के क्षेत्र में दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान किया। नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन प्रधानमंत्री मोदी की नामीबिया की एक दिवसीय राजकीय यात्रा के अवसर पर हुआ, जो 27 वर्षों के बाद प्रधानमंत्री स्तर पर पहली यात्रा थी। इसके अलावा, तीन महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई- नामीबिया आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन (सीडीआरआई) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में शामिल हो गया है। नामीबिया यूपीआई तकनीक अपनाने के लिए लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला विश्व का पहला देश बन गया। इस वर्ष के अंत में नामीबिया में डिजिटल भुगतान प्रणाली शुरू करने की घोषणा, अप्रैल 2024 में एनपीसीआई और बैंक ऑफ नामीबिया के बीच यूपीआई प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर का परिणाम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राज़ील और नामीबिया की अपनी पाँच देशों की सफल यात्रा के बाद स्वदेश लौट रहें है।
3. भारतीय वायु सेना का एक जगुआर लड़ाकू विमान राजस्थान के चूरू जिले के पास दुर्घटनाग्रस्त
भारतीय वायु सेना का एक जगुआर लड़ाकू विमान राजस्थान के चूरू जिले के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गईं। चूरू के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटनास्थल से दो शव बरामद किए गए हैं।
4. प्रथम स्वदेशी गोताखोरी सहायता पोत ‘निस्तार’ भारतीय नौसेना को सौंपा गया
हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड ने स्वदेश निर्मित पहले डाइविंग सपोर्ट वेसल निस्तार मंगलवार को विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना को सौंपा। इस युद्धपोत को भारतीय नौवहन के अनुसार डिज़ाइन और निर्मित किया गया है। यह जहाज अत्यधिक विशिष्ट है और गहरे समुद्र में गोताखोरी तथा बचाव अभियान चला सकता है। उल्लेखनीय है कि यह क्षमता दुनियाभर की कुछेक नौसेनाओं के पास है। जहाज का नाम निस्तार संस्कृत से लिया गया है जिसका अर्थ होता है मुक्ति, बचाव या मोक्ष। 118 मीटर लंबे और लगभग 10,000 टन भार वाले इस जहाज में अत्याधुनिक गोताखोरी उपकरण लगे हैं और यह 300 मीटर की गहराई तक गहरे समुद्र में गोताखोरी करने में सक्षम है। जहाज में 75 मीटर की गहराई तक गोताखोरी करने के लिए एक साइड डाइविंग स्टेज भी है। यह जहाज गहरे जलमग्न बचाव पोत (डीएसआरवी) के लिए ‘मदर शिप‘ के रूप में भी काम करेगा, ताकि पानी के नीचे किसी पनडुब्बी में आपात स्थिति में कर्मचारियों को बचाया और निकाला जा सके। यह जहाज 1000 मीटर की गहराई तक गोताखोर निगरानी और बचाव कार्यों को अंजाम देने के लिए दूर से संचालित वाहनों के संयोजन से सुसज्जित है।
5. बढ़ी हुई अधिक लंबी दूरी के पनडुब्बी रोधी रॉकेट का उपयोगकर्ता परीक्षण आईएनएस कवरत्ती से सफलतापूर्वक किया गया
बढ़ी हुई अधिक लंबी दूरी के पनडुब्बी रोधी रॉकेट (ईआरएएसआर) के उपयोगकर्ता परीक्षण 23 जून, 2025 से 07 जुलाई, 2025 तक आईएनएस कवरत्ती से सफलतापूर्वक किए गए। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के पुणे स्थित आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (एआरडीई) ने उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला तथा नौसेना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला के सहयोग से भारतीय नौसेना के जहाजों के स्वदेशी रॉकेट लांचर (आईआरएल) के लिए ईआरएएसआर का डिजाइन तथा विकास किया है। ईआरएएसआर एक पूर्णतया स्वदेशी पनडुब्बी रोधी रॉकेट है, जिसका उपयोग पनडुब्बियों से लड़ने के लिए किया जाता है और इसे भारतीय नौसेना के जहाजों के आई.आर.एल. से दागा जाता है। इसमें उच्च सटीकता और स्थिरता के साथ अधिक दूरी तक लक्ष्य को मार गिराने की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दो-रॉकेट मोटर विन्यास है। ईआरएएसआर में स्वदेशी रूप से विकसित इलेक्ट्रॉनिक टाइम फ्यूज का उपयोग किया गया है।
6. “Collab Engine” अभियान को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा ने किया फ्लैग-ऑफ
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री माननीय श्री अजय टम्टा ने अपने से देशव्यापी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और स्थायित्व (Sustainability) अभियान “Collab Engine” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अभियान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के Mission LiFE (Lifestyle for Environment) विज़न से प्रेरित है और इसका उद्देश्य देशभर में स्वच्छ और सतत यातायात के प्रति जागरूकता फैलाना है। Collab Engine एक युवा-नेतृत्व वाला ईवी रोड अभियान है, जो:
– 25+ शहरों को जोड़ते हुए 10,500+ किलोमीटर की दूरी तय करेगा,
– विश्व कीर्तिमान स्थापित करने का प्रयास कर रहा है (सबसे लंबी ईवी ड्राइव),
– इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्रोत्साहित करेगा।
अभियान की शुरुआत एक इलेक्ट्रिक वाहन से की गई है, जो इस पूरे मार्ग में प्रदूषण-मुक्त यात्रा करेगा। टीम रास्ते में विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर जनसंवाद और जागरूकता सत्र आयोजित करेगी।
7. आकांक्षी जिलों में धौलपुर को पहला विज्ञान केंद्र मिला: डॉ. जितेंद्र सिंह ने युवा नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया
विज्ञान और समाज के बीच के अंतर को पाटने के प्रयास में, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राजस्थान में धौलपुर विज्ञान केंद्र का उद्घाटन किया तथा इसे क्षेत्र के स्कूली बच्चों और युवाओं के लिए नवाचार व वैज्ञानिक जिज्ञासा का केंद्र बताया। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान (एनआईआई) और राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र के साथ साझेदारी में विकसित यह केंद्र देश भर के आकांक्षी जिलों में विज्ञान संग्रहालय स्थापित करने की एक व्यापक राष्ट्रीय पहल का हिस्सा है। यह केंद्र, जो आने वाले महीनों में विभिन्न विज्ञान-आधारित गतिविधियों की मेजबानी करने की उम्मीद करता है, स्थानीय स्कूलों के साथ साझेदारी में सामुदायिक आउटरीच और जागरूकता कार्यक्रमों को भी बढ़ावा देगा।
8. इटरनल ने आदित्य मंगला को फूड डिलीवरी का सीईओ नियुक्त किया
भारत के तेजी से बढ़ते फूड डिलीवरी बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के प्रयास में, Eternal ने आदित्य मंगला को अपने फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी डिवीजन का नया CEO नियुक्त किया है। यह नेतृत्व परिवर्तन 6 जुलाई 2025 को हुआ, जो कंपनी की पूर्व-नियोजित रणनीति का हिस्सा था। आदित्य मंगला अब अगले दो वर्षों के लिए Eternal के फूड डिलीवरी संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगे। वे राकेश रंजन की जगह लेंगे, जो पिछले दो सालों से इस पद पर थे और अब सभी वरिष्ठ प्रबंधन भूमिकाओं से अलग हो रहे हैं।
9. BMW इंडिया समूह ने हरदीप सिंह बरार को सीईओ किया नियुक्त
बीएमडब्ल्यू समूह इंडिया ने हरदीप सिंह बरार को अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी नियुक्त करने की घोषणा की। यह नियुक्ति एक सितंबर 2025 से प्रभावी होगी। बीएमडब्ल्यू इंडिया समूह की ओर से जारी बयान के अनुसार, किआ इंडिया के पूर्व कार्यपालक बरार, विक्रम पावाह का स्थान लेने जा रहे हैं। विक्रम पावाह अब बीएमडब्ल्यू ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पद का कार्यभार संभालेंगे।
10. त्रिनिदाद एंड टोबैगो में भी चलेगा UPI, ऐसा करने वाला 8वां देश
त्रिनिदाद और टोबैगो दुनिया का आठवां देश और कैरेबियाई क्षेत्र का पहला देश बन गया है जहाँ भारतीय यात्रियों के लिए यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) सेवाएं शुरू की गई हैं। इस पहल के तहत अब भारतीय पर्यटक अपने मोबाइल यूपीआई ऐप्स का उपयोग करके सीधे भारतीय रुपये में भुगतान कर सकेंगे। इस सेवा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा के दौरान की गई, जो भारत और इस द्वीपीय राष्ट्र के बीच डिजिटल सहयोग और पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) भारत में विकसित एक तेज़, सुरक्षित और रीयल-टाइम डिजिटल भुगतान प्रणाली है। इसकी मदद से लोग केवल मोबाइल फोन और इंटरनेट कनेक्शन के जरिए तुरंत पैसे भेज या प्राप्त कर सकते हैं—वह भी बिना बैंक विवरण डाले, सिर्फ मोबाइल नंबर या यूपीआई आईडी के माध्यम से।
11. वी. एस. रवि ने हैदराबाद में शेक्सपियर पर आधारित पुस्तक “Confessions of a Shakespeare Addict” का किया विमोचन
सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी वी. एस. रवि ने 7 जुलाई 2025 को हैदराबाद में अपने नई पुस्तक “Confessions of a Shakespeare Addict” का विमोचन किया। यह कार्यक्रम एक गरिमामय और बौद्धिक माहौल में संपन्न हुआ, जिसमें पूर्व प्रशासनिक अधिकारी, विद्वान और साहित्य प्रेमी बड़ी संख्या में शामिल हुए। यह पुस्तक विलियम शेक्सपियर के प्रति श्री रवि के आजीवन प्रेम और लगाव को दर्शाती है। इसमें उन्होंने शेक्सपियर के नाटकों और कविताओं से जुड़ी अपनी व्यक्तिगत व्याख्याएं, अनुभव और विचार साझा किए हैं, जो पाठकों को साहित्य की गहराइयों में ले जाते हैं।
12. बुल्गारिया 2026 में यूरो जोन में शामिल होगा
यूरोपीय संघ (EU) के वित्त मंत्रियों ने 8 जुलाई 2025 को बुल्गारिया को यूरो अपनाने की अंतिम मंज़ूरी दे दी। अब बुल्गारिया 1 जनवरी 2026 से यूरो को अपनी आधिकारिक मुद्रा के रूप में अपनाएगा। इस ऐतिहासिक कदम के साथ बुल्गारिया यूरोज़ोन का 21वां सदस्य बन जाएगा। यह निर्णय यूरोपीय एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति मानी जा रही है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को स्थिरता, निवेश और व्यापार के नए अवसर मिलेंगे। बुल्गारिया अब अपनी राष्ट्रीय मुद्रा “लेव” को आधिकारिक रूप से यूरो से बदल देगा। इसके लिए स्थिर विनिमय दर 1 यूरो = 1.95583 लेव तय की गई है।
13. डाक विभाग ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती पर स्मारक डाक टिकट किया जारी
डाक विभाग ने बुधवार को दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती मनाने के लिए एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देशभक्तिपूर्ण वाद्य यंत्रों के प्रदर्शन सहित जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन, विरासत और योगदान पर आधारित एक प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया गया। श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था। इनके पिता सर आशुतोष मुखर्जी बंगाल में एक शिक्षाविद् और बुद्धिजीवी के रूप में प्रसिद्ध थे। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। संसद में अपने भाषण में उन्होंनें धारा-370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की। अगस्त 1952 में जम्मू कश्मीर की विशाल रैली में उन्होंने अपना संकल्प व्यक्त किया था कि ”या तो मैं आपको भारतीय संविधान प्राप्त कराऊंगा या फिर इस उद्देश्य की पूर्ति के लिये अपना जीवन बलिदान कर दूंगा”। डॉ. मुखर्जी अपने संकल्प को पूरा करने के लिये 1953 में बिना परमिट लिये जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े। वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 23 जून 1953 को जेल में रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी।
14. आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप 19 से 25 अक्टूबर तक जकार्ता में होगी
आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप इस वर्ष 19 से 25 अक्टूबर तक पहली बार इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित होगी। यह पहला मौका है जब इस प्रतिस्पर्धा की मेजबानी कोई दक्षिण-पूर्व एशियाई देश करेगा। इस विश्व चैंपियनशिप में भागीदारी के लिए 86 देश पंजीकरण करा चुके हैं।
15. एशिया की सबसे बुजुर्ग हथिनी ‘वत्सला’ ने MP पन्ना टाइगर रिजर्व में निधन
एशिया की सबसे उम्रदराज जीवित हथिनी वत्सला ने मंगलवार, 8 जुलाई 2025 को मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में अंतिम सांस ली। माना जाता है कि उसकी उम्र 100 वर्ष से अधिक थी, जो एशियाई हाथियों के लिए एक अत्यंत दुर्लभ और असाधारण आयु है। वत्सला का जन्म केरल के नीलांबुर जंगल में हुआ था और उन्होंने अपना शुरुआती जीवन वनोपज के परिवहन में बिताया था। 1971 में करीब 50 साल की उम्र में उन्हें होशंगाबाद के बोरी अभयारण्य लाया गया, और फिर 1993 में वत्सला को पन्ना टाइगर रिजर्व में स्थानांतरित कर दिया गया। पन्ना आकर वत्सला ने सिर्फ हाथियों के झुंड का नेतृत्व ही नहीं किया, बल्कि वे बाघों की ट्रैकिंग में भी 10 सालों तक मदद करती रहीं।2003 में उन्हें सेवानिवृत्त कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी वे हिनौता कैंप में रहकर छोटे हाथी के बच्चों की देखभाल करती थीं और उन्हें गुर सिखाती थीं। इसी मातृ प्रवृत्ति और स्नेह भरे स्वभाव के कारण उन्हें ‘दादी’ के नाम से भी पुकारा जाता था।
16. अंतरराष्ट्रीय अंपायर बिस्मिल्लाह जान शिनवारी का 41 वर्ष की आयु में निधन
बिस्मिल्लाह जान शिनवारी, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के अंतर्राष्ट्रीय अंपायर पैनल के सम्मानित सदस्य, का 41 वर्ष की आयु में सोमवार, 7 जुलाई 2025 को दुखद निधन हो गया। वह पाकिस्तान के पेशावर में पेट की सर्जरी के दौरान जीवन की अंतिम लड़ाई लड़ रहे थे। शिनवारी ने 2017 में अंतरराष्ट्रीय अंपायरिंग की दुनिया में कदम रखा, जब उन्होंने शारजाह में अफगानिस्तान और आयरलैंड के बीच अपने पहले वनडे मैच में अंपायरिंग की। इसके बाद उनका करियर लगातार आगे बढ़ता गया, और वे वैश्विक मंच पर अफगानिस्तान के सबसे प्रमुख क्रिकेट अंपायरों में से एक बन गए।
17. प्रसिद्ध नाइजीरियाई फुटबॉल खिलाड़ी पीटर रूफाई का 61 वर्ष की आयु में निधन
नाइजीरिया की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के पूर्व गोलकीपर पीटर रूफाई का 4 जुलाई 2025, गुरुवार को 61 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे नाइजीरिया की 1994 अफ्रीका कप ऑफ नेशंस (AFCON) जीत के महत्वपूर्ण सदस्य थे और उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए दो फीफा विश्व कप में भी हिस्सा लिया था। पीटर रूफाई, जिन्हें प्यार से डोडो मयाना कहा जाता था, नाइजीरिया के फुटबॉल इतिहास के सबसे बेहतरीन गोलकीपरों में से एक थे।
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