- राजस्थानकी नदिया /Rivers of Rajasthanराजस्थान की नदियाँ: राजस्थान में तीन प्रकार की नदिया पाई जाती है. राजस्थान की अधिकतर बरसाती नदिया है. राजस्थान में पानी की बहुत कमी है. राजस्थान में नदियों में पानी का स्त्रोत बहुत कम है. राजस्थान की प्रमुख नदियाँ बनास नदी उपनाम: वन की आशा, वर्णानाशा, वशिष्ठि बहाव: राजसमंद, चितौडगढ़, भीलवाड़ा, अजमेर, टोंक, सं. माधोपुर … Read more
- Rajasthan ka parichy/राजस्थान का परिचयRajasthan ki samany jankari/ राजस्थान का सामान्य परिचय राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से हमारे देश का सबसे बड़ा राज्य है। 1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ का गठन हुआ और उसी दिन से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य बना। राजस्थान का कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग कि.मी. है। जो कि देश का 10.41 प्रतिशत … Read more
- राजस्थान की सीमाओ की जानकारी /स्थलीय सीमा राजस्थान की कुल स्थलीय सीमा की लम्बाई 5920 किमी. है। इसमें से 1070 किमी. अन्तर्राष्ट्रीय सीमा है जो पाकिस्तान के साथ लगती है। और 4850 किमी. अन्तर्राज्यीय है जो भारत के पांच राज्यों – पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात के साथ लगती है। अन्तर्राज्यीय राजस्थान पांच राज्यों के साथ अन्तर्राज्यीय सीमा बनाता … Read more
- राजस्थान के जिलो की जानकारी /Information about the districts of Rajasthanराजस्थान के जिले राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंम्बर 1956 (राजस्थान का एकीकरण) को आया। इस समय राजस्थान में कुल 26 जिले थे। trick : ADBDRHKP 26 वां जिला – अजमेर 1 नवंम्बर, 1956 27 वां जिला – धौलपुर15 अप्रैल, 1982, यह भरतपुर से अलग होकर नया जिला बना। 28 वां जिला – बांरा … Read more
- राजस्थान की झीले/ Rajasthan ki jheele/lakes/आज हम राजस्थान की प्रमुख झीलों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगेराजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है |राजस्थान देश में जल संसाधनों की सबसे बड़ी कमी का सामना करता है। भारत के कृषि योग्य क्षेत्र का 13.88%, जनसंख्या का 5.67% और देश के पशुधन का लगभग 11% है, लेकिन इसमें केवल 1.16% सतही जल और 1.70% भूजल है। इस प्रकार, लगभग 10% भूमि क्षेत्र वाले … Read more
- राजस्थान की सिंचाईं परियोजना / Rajasthan ki Sinchai Pariyojnayeराजस्थान की सिंचाईं परियोजना / Rajasthan ki Sinchai Pariyojnaye: आज हम राजस्थान में संचालित विभिन्न सिंचाई परियोजनाओ के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे परिभाषा (DEFINITION) वर्षा के अभाव में भूमि को कृत्रिम तरीके से जल पिलाने की क्रिया को सिंचाई करना कहा जाता है। सिंचाई आधारभूत संरचना का अंग है। योजनाबद्ध विकास के 75 वर्षो … Read more
- राजस्थान की जलवायु /Rajasthan ki jalwayuजलवायु को प्रभावित करने वाले कारक – अक्षांशीय स्थिति, समुद्रतल से दुरी, समुद्र तल से ऊंचाई, अरावली पर्वत श्रेणियों कि स्थिति एवं दिशा आदि। राजस्थान की जलवायु कि प्रमुख विशेषताएं – राजस्थान कर्क रेखा के उत्तर दिशा में स्थित है। अतः राज्य उपोष्ण कटिबंध में स्थित है। केवल डुंगरपुर और बांसवाड़ा जिले का कुछ हिस्सा … Read more
- राजस्थान की झीलेराजस्थान की झीलें: प्राचीन काल से ही राजस्थान में अनेक प्राकृतिक झीलें विद्यमान है। मध्य काल तथा आधुनिक काल में रियासतों के राजाओं ने भी अनेक झीलों का निर्माण करवाया। राजस्थान में मीठे और खारे पानी की झीलें हैं जिनमें सर्वाधिक झीलें मीठे पानी की है। राजस्थान में अरावली के पूर्वी भाग में स्थित झीले, … Read more
- Rajasthan ke Pratik ( राजस्थान के प्रतीक चिन्ह )राज्य वृक्ष – खेजड़ी “रेगिस्तान का गौरव” अथवा “थार का कल्पवृक्ष” जिसका वैज्ञानिक नाम “प्रोसेसिप-सिनेरेरिया” है। इसको 1983 में राज्य वृक्ष घोषित किया गया। 5 जून 1988 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर खेजड़ी वृक्ष पर 60 पैसे का डाक टिकट जारी किया गया। खेजड़ी के वृक्ष सर्वाधिक शेखावटी क्षेत्र में देखे जा सकते … Read more
- राजस्थान के प्रजामंडलप्रजामण्डल का अर्थ है प्रजा का मण्डल(संगठन)।1920 के दशक में ठिकानेदारों और जागीरदारों के अत्याचार दिन प्रतिदिन बढ़ रहे थे। इसी के कारण किसानो द्वारा चलाये जा रहे थे साथ ही गांधी जी के नेतृत्व में देश में स्वतंत्रता आन्दोलन भी चल रहा था। इन सभी के कारण राज्य की प्रजा में जागृती आयी और … Read more